आज मैंने अर्चना जी, दिल्ली चित्रकूट महिला मंडल संचालिका और समर्पित गुरुभक्त से उनके बारे में इंटरव्यू लिया। पूर्वी दिल्ली में हज़ारों महिलाओ को सम्पर्क करके गुरुदेव और उनके साहित्य से जोड़ने का उनका अनूठा और अपार धैर्य से भरा अनुभव सुना। कैसे उन्होंने तिनका तिनका जोड़कर यह संगठन खड़ा किया।
अर्चना जी के पतिदेव एक्सिस बैंक के ब्रांच मैनेजर हैं। जब उनकी पोस्टिंग पूर्वी दिल्ली में हुआ, तो सोसायटी MIG फ्लैट में रहने गयी। बड़ी विकट समस्या यहां गुरुकार्य कैसे प्रारम्भ करें, जहां मेट्रो सिटी की भौतिक चकाचौंध से दिग्भ्रमित महिलाओं को ऋषि परम्परा और संस्कार की बात समझाना और युगनिर्माण से जोड़ना अपने आप के किसी महाभारत से कम न था।
लेकिन युगऋषि को अपने बुद्धि रथ का सारथी बना, अर्जुन की तरह समर्पित हो निकल पड़ी जन सम्पर्क में। प्रत्येक दरवाजे खटखटाती, कुछ अच्छे से बात करते और कुछ चिड़चिड़ाते निकलते। धैर्यपूर्वक सबको अखण्डज्योति बांटती और उन्हें वर्तमान समस्याओं के समाधान युगऋषि के सूत्र देती। कभी कभी तो लोग उन्हें सेल्समैन समझ लेते।
गुरुविश्वास और अपार धैर्य ने विजय पाई, गुरुदेव के गहन साहित्य अध्ययन से वो समाधान देने में सक्षम हुईं। एक वर्ष में चित्रकूट महिला मंडल पूर्वी दिल्ली शांतिकुंज में रजिस्टर हुआ। 1100 फ्लैट में गुरु साहित्य पहुंचा साथ ही आसपास हज़ारो महिलाएं मिशन से जुड़ गई।
इससे सिद्ध होता है, एक कदम केवल हमें गुरु के प्रति समर्पित होकर आगे बढ़ाना, मान-अपमान से ऊपर उठकर जनसम्पर्क करना है। सफलता निश्चित है इसका जीता जाता उदाहरण अर्चना जी है।
🙏🏻श्वेता चक्रवर्ती
डिवाइन इंडिया यूथ असोसिएशन
अर्चना जी के पतिदेव एक्सिस बैंक के ब्रांच मैनेजर हैं। जब उनकी पोस्टिंग पूर्वी दिल्ली में हुआ, तो सोसायटी MIG फ्लैट में रहने गयी। बड़ी विकट समस्या यहां गुरुकार्य कैसे प्रारम्भ करें, जहां मेट्रो सिटी की भौतिक चकाचौंध से दिग्भ्रमित महिलाओं को ऋषि परम्परा और संस्कार की बात समझाना और युगनिर्माण से जोड़ना अपने आप के किसी महाभारत से कम न था।
लेकिन युगऋषि को अपने बुद्धि रथ का सारथी बना, अर्जुन की तरह समर्पित हो निकल पड़ी जन सम्पर्क में। प्रत्येक दरवाजे खटखटाती, कुछ अच्छे से बात करते और कुछ चिड़चिड़ाते निकलते। धैर्यपूर्वक सबको अखण्डज्योति बांटती और उन्हें वर्तमान समस्याओं के समाधान युगऋषि के सूत्र देती। कभी कभी तो लोग उन्हें सेल्समैन समझ लेते।
गुरुविश्वास और अपार धैर्य ने विजय पाई, गुरुदेव के गहन साहित्य अध्ययन से वो समाधान देने में सक्षम हुईं। एक वर्ष में चित्रकूट महिला मंडल पूर्वी दिल्ली शांतिकुंज में रजिस्टर हुआ। 1100 फ्लैट में गुरु साहित्य पहुंचा साथ ही आसपास हज़ारो महिलाएं मिशन से जुड़ गई।
इससे सिद्ध होता है, एक कदम केवल हमें गुरु के प्रति समर्पित होकर आगे बढ़ाना, मान-अपमान से ऊपर उठकर जनसम्पर्क करना है। सफलता निश्चित है इसका जीता जाता उदाहरण अर्चना जी है।
🙏🏻श्वेता चक्रवर्ती
डिवाइन इंडिया यूथ असोसिएशन
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