Wednesday 27 March 2019

कविता - देश के लिए सही नेतृत्व चुनें,* *देशभक्त केवल देशहित वोट दें*

*देश के लिए सही नेतृत्व चुनें,*
*देशभक्त केवल देशहित वोट दें*
🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
भगवान हमारे देश से,
भिक्षावृत्ति की मनोवृत्ति मिटाए,
लोगों का सोया,
आत्मस्वाभिमान जगाएं।

फेंके हुए मुफ्त के पैसे,
कोई न लें,
मेहनत की कमाई खाने में ही,
गर्व महसूस करें।

सभी मिलकर हमारे देश को,
ग़लत हाथों में जाने से बचाईये,
Venezuela जैसा भुखमरी से ग्रस्त देश,
भारत को बनने से बचाईये।

जब टीचर बिन पढ़े क्लास में,
कुछ बच्चों को पास करने लगेंगे,
तो अन्य बच्चे भी गुस्से में,
पढ़ना छोड़ देंगे।

जब नेता टैक्स पेयर के पैसे,
मुफ्तखोरी में वोट पाने की लालसा में लुटाएंगे,
तब टैक्स पेयर गुस्से में,
आगे से टैक्स नहीं चुकायेंगे।

देश फ़िर venezuela की तरह,
भिखारी बन जायेगा,
पाकिस्तान की तरह बर्बाद हो,
कर्जो में लद जाएगा।

विश्व बैंक के आगे,
कटोरा लेकर भीख मांगेगा,
देश के विकास का अस्तित्व,
मुफ्तखोरी में मिट जाएगा।

गलत ड्राईवर एक्सीडेंट करवाता है,
ग़लत नेतृत्व देश को डुबाता है।
मुफ्तखोरी की आदत जो नेता बढाते हैं,
वो देश को विनाश की गर्त में ले जाते हैं।

भारत का आत्मस्वाभिमान,
मुफ्तखोरी में डूबने न दें,
सोच समझ के मतदान करें,
सही नेतृत्व को देशहित चुनें।

भारतीय सेना के हथियार,
देश के बाह्य दुश्मन,
और आतंकवाद को खत्म करेगा,
हमारा एक वोट,
देश के भीतरी दुश्मन,
और गद्दारों को खत्म करेगा।

इसे राजनीतिक कविता न समझें,
किसी पार्टी के लिए वोट,
अपील न समझें,
इसे मात्र देश बचाने की मुहिम समझें,
सोचविचार के देशहित उम्मीदवार चुने,
अपने बच्चों के सुनहरे भविष्य के लिए,
वोट देने की,
एक सद्बुद्धि युक्त अपील समझें।

भूखा नँगा देश,
युवाओं के अकर्मण्यता,
और मुफ्तखोरी की निशानी है,
सुखी समृद्ध देश,
युवाओं के कर्मठशीलता,
और आत्मस्वाभिमानी की निशानी है।

जय हिंद🇮🇳
🙏🏻श्वेता चक्रवर्ती
डिवाइन इंडिया यूथ असोसिएशन

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