प्रश्न - *यदि रोबोट की मदद से विधिविधान से हवन करें और टेपरेकोर्ड से मंन्त्र बोलें तो क्या वही लाभ मिलेगा जो मानव द्वारा यज्ञ होता है।*
उत्तर - आत्मीय भाई, चेतना ही दूसरी चेतना को भावोद्वेलित कर सकती है। वह एक मानव से दूसरे मानव की भावना को जगाना हो या औषधियों के भावों का जागरण हो। यह चेतना ही कर सकती है।
रोबोट के अंदर पेट के समस्त अंगों को हूबहू लगाकर और पाचनतंत्र बनाकर आप भोजन से रक्त निर्माण, ऊर्जा निर्माण नही कर सकते। वैज्ञानिक रोबोट यंत्र भोजन को केवल पीसने/चटनी बनाने का कार्य कर सकता है।
अतः यज्ञ द्वारा प्राण ऊर्जा का उत्पादन, प्राण पर्जन्य की वर्षा, औषधीय स्थूल-सूक्ष्म-कारण जागृत कर तरंगीय ऊर्जा छल्लों के साथ औषधीय सम्प्रेषण तो समर्पित भावों से मानव द्वारा यज्ञ से ही संभव है।
रोबोट और टेपरेकोर्डर द्वारा किया यज्ञ केवल स्थूल प्रभाव उतपन्न कर सकता है।
बिना चेतना एवं भावसंवेदना के किया गया कोई भी कार्य निस्प्राण ओर निर्जीव स्तर का ही हो सकता है
🙏🏻श्वेता चक्रवर्ती
डिवाइन इंडिया यूथ असोसिएशन
उत्तर - आत्मीय भाई, चेतना ही दूसरी चेतना को भावोद्वेलित कर सकती है। वह एक मानव से दूसरे मानव की भावना को जगाना हो या औषधियों के भावों का जागरण हो। यह चेतना ही कर सकती है।
रोबोट के अंदर पेट के समस्त अंगों को हूबहू लगाकर और पाचनतंत्र बनाकर आप भोजन से रक्त निर्माण, ऊर्जा निर्माण नही कर सकते। वैज्ञानिक रोबोट यंत्र भोजन को केवल पीसने/चटनी बनाने का कार्य कर सकता है।
अतः यज्ञ द्वारा प्राण ऊर्जा का उत्पादन, प्राण पर्जन्य की वर्षा, औषधीय स्थूल-सूक्ष्म-कारण जागृत कर तरंगीय ऊर्जा छल्लों के साथ औषधीय सम्प्रेषण तो समर्पित भावों से मानव द्वारा यज्ञ से ही संभव है।
रोबोट और टेपरेकोर्डर द्वारा किया यज्ञ केवल स्थूल प्रभाव उतपन्न कर सकता है।
बिना चेतना एवं भावसंवेदना के किया गया कोई भी कार्य निस्प्राण ओर निर्जीव स्तर का ही हो सकता है
🙏🏻श्वेता चक्रवर्ती
डिवाइन इंडिया यूथ असोसिएशन
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