Wednesday, 21 August 2019

जो माता पिता बहु पर ब्लेम लगाते हैं कि बहु के कारण बेटा हमें छोड़ गया

*जो माता पिता बहु पर ब्लेम लगाते हैं कि बहु के कारण बेटा हमें छोड़ गया।* वो वास्तव में अपने लालन-पालन व अच्छे संस्कार न दे पाने की गलती को नहीं स्वीकारते हैं।

कुसंस्कारी बहु से सुसंस्कारी व साहसी बेटा जीत सकेगा ।  यदि बेटा आपको वृद्धाश्रम भेज रहा है, तो बेटे के स्वयं के कुसंस्कार व कायरता जिम्मेदार हैं।

भूकम्प के झटकों में वही भवन गिरते हैं, जिनकी नीव मजबूत नहीं होती। बहु रूपी भूकम्प माता-पिता और पुत्र के बीच के प्रेम के भवन को गिराने में सक्षम तब होती है, जब आत्मियता व शुभसँस्कारो की नींव कमज़ोर होती है।

अपने बच्चों को भाव सम्वेदना और आत्मीयता विस्तार से जोड़ेंगे और
शिक्षा के साथ अध्यात्म, साहस व अच्छे संस्कार दोगे, बहु का हाथ बेटे के हाथ में देने से पहले बेटे का हाथ माता गायत्री के हाथ मे सम्हालने के लिए दे दो, बेटे के जीवन में नित्य जप, ध्यान, स्वाध्याय व लोकल्याण भावना भर दें, तभी वृद्धावस्था में अपने घर चैन की नींद सो पायेंगे।

अन्यथा वृद्धाश्रम के लिए बैग पैक कर लें, साथ में गालियाँ खाने के लिए हृदय मजबूत कर लें।

~श्वेता, DIYA

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