*सहज़ ध्यान करने की तकनीक*
ध्यान करना मुश्किल इसलिए है क्यूंकि मन नियंत्रण में नहीं है, वो कुछ न कुछ सोचता ही रहता है तो ध्यान भला कैसे करें? एक नन्हें शैतान बच्चे की तरह मन को एक जगह एक बिंदु पर केंद्रित कैसे करें?
मन के Input अर्थात् पांच इन्द्रियों को नियंत्रित किया जा सकता है, जिनके Input अर्थात् Information के आधार पर ही मन Process करता है कुछ सोचता है।
1- नेत्र - बन्द कर लीजिये
2- कान - दिन में कुछ न कुछ आवाज़ कहीं न कहीं से आ सकती है, साउंड प्रूफ घर नहीं है, तो हेडफ़ोन से कान बन्द कर मधुर ॐ की ध्वनि सुनते रहिये।
3- नाक - कोई गन्ध न हो तो अच्छा है लेकिन आसपास किचन है तो गन्ध आएगी, अतः कोई सुगन्धित सेंट का उपयोग कर लें।
4- स्पर्श - जहाँ बैठे वो आसन कम्बल का हो और उसके आसपास ऐसा कोई सामान न हो जो आपके स्पर्श में आये।
5- मुंह - बन्द रखें।
15 मिनट तक टीवी, मोबाईल, फ़ोन सब बन्द कर दें, जिससे कोई भी चीज़ आपको डिस्टर्ब न कर सके।
एक डायरी पेन लेके उसमें जरूरत के काम पहले नोट कर लें।
अब ध्यानस्थ हो कमर सीधी कर सुखासन में जमीन या कुर्सी पर बैठें।
आती जाती श्वांस पर एक चौकीदार की तरह नजर रखें। साँस जबरजस्ती गहरी लेने की कोशिश न करें।
कोई विचार दस्तक दें उभरे तो उसे मन ही मन कहो भैया आधे घण्टे बाद में आना।
यदि सिर्फ़ आती जाती श्वांस पर नज़र रखने में असुविधा हो और मन में उथल पुथल हो, तो नन्हें बच्चे को जैसे हम कुछ कलर और पेपर देकर ड्राइंग बनाने में व्यस्त कर देते हैं वैसे ही मन को उगते हुए सूर्य की कल्पना करने का काम दे दो।
निरन्तर अभ्यास से ध्यान घटित होने लगेगा।
मन पर ईश्वर आपको नियंत्रण करने की शक्ति दे, आप स्वयं को अगले वर्ष 1 जनवरी 2019 तक साध सकें यही शुभकामना है।
🙏🏻श्वेता चक्रवर्ती
डिवाईन इण्डिया यूथ एसोसिएशन
ध्यान करना मुश्किल इसलिए है क्यूंकि मन नियंत्रण में नहीं है, वो कुछ न कुछ सोचता ही रहता है तो ध्यान भला कैसे करें? एक नन्हें शैतान बच्चे की तरह मन को एक जगह एक बिंदु पर केंद्रित कैसे करें?
मन के Input अर्थात् पांच इन्द्रियों को नियंत्रित किया जा सकता है, जिनके Input अर्थात् Information के आधार पर ही मन Process करता है कुछ सोचता है।
1- नेत्र - बन्द कर लीजिये
2- कान - दिन में कुछ न कुछ आवाज़ कहीं न कहीं से आ सकती है, साउंड प्रूफ घर नहीं है, तो हेडफ़ोन से कान बन्द कर मधुर ॐ की ध्वनि सुनते रहिये।
3- नाक - कोई गन्ध न हो तो अच्छा है लेकिन आसपास किचन है तो गन्ध आएगी, अतः कोई सुगन्धित सेंट का उपयोग कर लें।
4- स्पर्श - जहाँ बैठे वो आसन कम्बल का हो और उसके आसपास ऐसा कोई सामान न हो जो आपके स्पर्श में आये।
5- मुंह - बन्द रखें।
15 मिनट तक टीवी, मोबाईल, फ़ोन सब बन्द कर दें, जिससे कोई भी चीज़ आपको डिस्टर्ब न कर सके।
एक डायरी पेन लेके उसमें जरूरत के काम पहले नोट कर लें।
अब ध्यानस्थ हो कमर सीधी कर सुखासन में जमीन या कुर्सी पर बैठें।
आती जाती श्वांस पर एक चौकीदार की तरह नजर रखें। साँस जबरजस्ती गहरी लेने की कोशिश न करें।
कोई विचार दस्तक दें उभरे तो उसे मन ही मन कहो भैया आधे घण्टे बाद में आना।
यदि सिर्फ़ आती जाती श्वांस पर नज़र रखने में असुविधा हो और मन में उथल पुथल हो, तो नन्हें बच्चे को जैसे हम कुछ कलर और पेपर देकर ड्राइंग बनाने में व्यस्त कर देते हैं वैसे ही मन को उगते हुए सूर्य की कल्पना करने का काम दे दो।
निरन्तर अभ्यास से ध्यान घटित होने लगेगा।
मन पर ईश्वर आपको नियंत्रण करने की शक्ति दे, आप स्वयं को अगले वर्ष 1 जनवरी 2019 तक साध सकें यही शुभकामना है।
🙏🏻श्वेता चक्रवर्ती
डिवाईन इण्डिया यूथ एसोसिएशन
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