Sunday 4 February 2018

शुभ जन्मदिवस पर युगनिर्माण और आपके उज्ज्वल भविष्य के लिए 18 सत्संकल्प सूत्र

*शुभ जन्मदिवस पर युगनिर्माण और आपके उज्ज्वल भविष्य के लिए 18 सत्संकल्प सूत्र।*

स्कूल और हम सभी आपके जन्मदिन पर आपके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकानाएं देते हैं । आप इन सत्संकल्पों  को नित्य पढ़ें। ऐसा करने से आपको न केवल श्रेष्ठ जीवन जीने की प्रेरणा मिलती रहेगी, वरन् आपके उज्ज्वल भविष्य की ओर सतत कदम भी बढेंगे।

1. हम ईश्वर को/ सर्वव्यापी, न्यायकारी मानकर/ उसके अनुशासन को/ अपने जीवन में उतारेंगे।

2. शरीर को भगवान् का मंदिर समझकर/ आत्म संयम और नियमितता द्वारा/ आरोग्य की रक्षा करेंगे।

3. मन को कुविचारों और दुर्भावनाओं से/ बचाये रखने के लिए/ स्वाध्याय एवं सत्संग की/ व्यवस्था रखे रहेंगे।

4. इन्द्रिय-संयम/ अर्थ-संयम/ समय-संयम/ और विचार-संयम का/ सतत अभ्यास करेंगे।

5. अपने आपको/ समाज का एक अभिन्न अंग मानेंगे/ और सबके हित में/ अपना हित समझेंगे।

6. मर्यादाओं को पालेंगे/ वर्जनाओं से बचेंगे/ नागरिक कर्त्तव्यों का पालन करेंगे/ और समाजनिष्ठ बने रहेंगे।

7. समझदारी, ईमानदारी/ जिम्मेदारी और बहादुरी को/ जीवन का एक अविच्छिन्न अंग मानेंगे।

8. चारों ओर/ मधुरता, स्वच्छता,/ सादगी एवं सज्जनता का/ वातावरण उत्पन्न करेंगे।

9. अनीति से प्राप्त सफलता की अपेक्षा/ नीति पर चलते हुए/ असफलता को शिरोधार्य करेंगे।

10. मनुष्य के मूल्यांकन की कसौटी/ उसकी सफलताओं/ योग्यताओं/ एवं विभूतियों को नहीं/ उसके सद्विचारों और/ सत्कर्मों को मानेंगे।

11. दूसरों के साथ/ वह व्यवहार नहीं करेंगे/ जो हमें अपने लिए पसंद नहीं।

12. नर-नारी परस्पर/ पवित्र दृष्टि रखेंगे।

13. संसार में सत्प्रवृत्तियों के/ पुण्य-प्रसार के लिए/ अपने समय/ प्रभाव, ज्ञान/ पुरुषार्थ एवं धन का/ एक अंश नियमित रूप से लगाते रहेंगे।

 14. परम्पराओं की तुलना में/ विवेक को महत्त्व देंगे।


15. सज्जनों को संगठित करने/ अनीति से लोहा लेने/ और नवसृजन की गतिविधियों में/ पूरी रुचि लेंगे।

16. राष्ट्रीय एकता/ एवं समता के प्रति/ निष्ठावान् रहेंगे। जाति, लिंग/ भाषा, प्रान्त/ सम्प्रदाय आदि के कारण/ परस्पर कोई भेद-भाव न बरतेंगे।

17. मनुष्य अपने भाग्य का निर्माता आप है/ इस विश्वास के आधार पर/ हमारी मान्यता है कि/ हम उत्कृष्ट बनेंगे/ और दूसरों को श्रेष्ठ बनायेंगे/ तो युग अवश्य बदलेगा।

18. ‘हम बदलेंगे-युग बदलेगा’/‘हम सुधरेंगे-युग सुधरेगा’/ इस तथ्य पर/ हमारा परिपूर्ण विश्वास है।


 

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