*आज नादयोग का दृश्य वीडियो देखकर नादयोग करने की इच्छा हुई तो यूट्यूब खोला। लेकिन यूट्यूब देखते ही वह मुझे संसार सा प्रतीत हुआ।*
एक विचार कौंधा, यह बिलकुल संसार की तरह है,यहां अच्छाई भी है और बुराई भी। हम जो ढूढेंगे वही मिलेगा साथ ही हमारा इंटरेस्ट समझ के ढूढे गए कन्टेन्ट के आधार पर यूट्यूब और भी सम्बंधित कन्टेन्ट सजेस्ट करता है।
जो संसार में अच्छे भावों को लेकर विश्व ब्रह्मांड में अच्छाई ढूढ़ेगा उसे अच्छाई निश्चयतः मिलेगी।जो बुराई ढूढ़ेगा उसे बुराई मिलेगी।
स्वयं का ही मनोभाव तय करता है कि संसार अच्छा है या बुरा।
तो वास्तव में गुरुदेव की बात समझ आई स्वयं को सुधारो, स्वयं के मनोभावों को सुधारों संसार स्वतः सुधर जाएगा। स्वयं के बदलते ही आसपास का वातावरण स्वतः बदल जायेगा। जैसा मनोभाव वैसा दिखेगा संसार।
🙏🏻श्वेता चक्रवर्ती
डिवाइन इंडिया यूथ एसोसिएशन
एक विचार कौंधा, यह बिलकुल संसार की तरह है,यहां अच्छाई भी है और बुराई भी। हम जो ढूढेंगे वही मिलेगा साथ ही हमारा इंटरेस्ट समझ के ढूढे गए कन्टेन्ट के आधार पर यूट्यूब और भी सम्बंधित कन्टेन्ट सजेस्ट करता है।
जो संसार में अच्छे भावों को लेकर विश्व ब्रह्मांड में अच्छाई ढूढ़ेगा उसे अच्छाई निश्चयतः मिलेगी।जो बुराई ढूढ़ेगा उसे बुराई मिलेगी।
स्वयं का ही मनोभाव तय करता है कि संसार अच्छा है या बुरा।
तो वास्तव में गुरुदेव की बात समझ आई स्वयं को सुधारो, स्वयं के मनोभावों को सुधारों संसार स्वतः सुधर जाएगा। स्वयं के बदलते ही आसपास का वातावरण स्वतः बदल जायेगा। जैसा मनोभाव वैसा दिखेगा संसार।
🙏🏻श्वेता चक्रवर्ती
डिवाइन इंडिया यूथ एसोसिएशन
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