ऑफिस को धरती में ही रहने दीजिए, मन में ऑफिस मत बनाइये। वरना ऑफिस बड़ा कष्ट देगा। चलो घर तक लाये तो जूतों की तरह ऑफिस की टेंशन शू रेक में रख देना, सुबह जाते वक्त पुनः पहन लेना।
जब तक पैर में जूते हों ऑफिस की खूब टेंशन लो, जूतों को उतार के टेंशन उतार दो। परिवार के साथ समय बिता लो, कुछ अच्छी पुस्तकों उदाहरण अखण्डज्योति से मिनरल, विटामिन रूपी सद्विचार लेकर मन की मरम्मत कर लो। एक नयापन ला लो, फिर जूते पहनो और एक नई ऊर्जा के साथ ऑफिस का काम सम्हालने निकलो।
जब तक पैर में जूते हों ऑफिस की खूब टेंशन लो, जूतों को उतार के टेंशन उतार दो। परिवार के साथ समय बिता लो, कुछ अच्छी पुस्तकों उदाहरण अखण्डज्योति से मिनरल, विटामिन रूपी सद्विचार लेकर मन की मरम्मत कर लो। एक नयापन ला लो, फिर जूते पहनो और एक नई ऊर्जा के साथ ऑफिस का काम सम्हालने निकलो।
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