*सावधान! हो जाओ*,
*बच्चे के लालन-पालन में*,
न जाने कौन-कौन से विचार,
प्रवेश कर रहें हैं,
उनके बालमन में,
आनन-फ़ानन में,
कभी जाने में तो कभी अनजाने में,
कोई और उनका ब्रेन वाश कर,
उन्हें भटका न पाये,
कुछ ऐसा ठोस उपाय करें,
अपने घर आंगन में।
तुम कितने क्षण दिनभर,
उनके साथ रह सकोगे,
कब कब और किसको किसको,
उनसे मिलने से रोक सकोगे,
स्कूल में सहपाठी,
क्या अपनी मर्जी के चुन सकोगे,
साथ खेलने वाले बच्चे,
क्या अपनी मर्जी के रख सकोगे?
कौन कौन क्या-क्या विचार दे रहा है,
क्या ये जान सकोगे?
बच्चे के मन में क्या चल रहा है,
क्या ये पहचान सकोगे?
सावधान! हो जाओ.....
घर की टीवी सीरियल के विचारों का ज़खीरा,
क्या सम्हाल सकोगे?
कार्टून सीरियल और विज्ञापन के अनुचित विचार,
बालमन में प्रवेश से रोक सकोगे?
सावधान! हो जाओ...
इंग्लिश-हिंदी न्यूज़ पेपर की नकारात्मकता,
गन्दी पिक्चरों का फैला सर्वत्र ज़ख़ीरा,
बालमन मे क्या फ़िल्टर लगा सकोगे,
अनुचित विचारों के प्रवेश को क्या रोक सकोगे?
सावधान! हो जाओ...
...युगऋषि कहते है...
बच्चों के अंदर,
सशक्त अच्छे विचारों उत्पादन ही,
दुनियां के ज़हरीले विचारों से,
बचाव का एक मात्र उपाय है।
इसलिए आज और अभी इसी वक्त से ही....
बच्चे को अच्छे संस्कार दे,
उनके चरित्र को चन्दन सा बना दे,
बच्चे को एक साधक बना के,
उनके जीवन की हर बाधा मिटा दें,
अच्छे साहित्यों के नित्य स्वाध्याय से,
बच्चे के मन को नित्य निर्मल बना दें।
सावधान! हो जाओ,
बच्चे के लालन-पालन में,
न जाने कौन-कौन से विचार,
प्रवेश कर रहें हैं,
उनके बालमन में,
आनन-फ़ानन में,
जाने-अनजाने में।
कोई और उनका ब्रेन वाश कर,
उन्हें भटका न पाये,
कुछ ऐसा ठोस उपाय करें,
अपने घर आंगन में।
👉🏽बालमन परिष्कार और संस्कारित करने का साहित्य यहां से फ्री पढ़ें....
http://vicharkrantibooks.org/vkp_ecom/Hindi_Books/Baal_Sanshkar_in_Hindi_in_Hindi
http://www.balsanskarshala.com
🙏🏻श्वेता चक्रवर्ती
डिवाइन इंडिया यूथ असोसिएशन
*बच्चे के लालन-पालन में*,
न जाने कौन-कौन से विचार,
प्रवेश कर रहें हैं,
उनके बालमन में,
आनन-फ़ानन में,
कभी जाने में तो कभी अनजाने में,
कोई और उनका ब्रेन वाश कर,
उन्हें भटका न पाये,
कुछ ऐसा ठोस उपाय करें,
अपने घर आंगन में।
तुम कितने क्षण दिनभर,
उनके साथ रह सकोगे,
कब कब और किसको किसको,
उनसे मिलने से रोक सकोगे,
स्कूल में सहपाठी,
क्या अपनी मर्जी के चुन सकोगे,
साथ खेलने वाले बच्चे,
क्या अपनी मर्जी के रख सकोगे?
कौन कौन क्या-क्या विचार दे रहा है,
क्या ये जान सकोगे?
बच्चे के मन में क्या चल रहा है,
क्या ये पहचान सकोगे?
सावधान! हो जाओ.....
घर की टीवी सीरियल के विचारों का ज़खीरा,
क्या सम्हाल सकोगे?
कार्टून सीरियल और विज्ञापन के अनुचित विचार,
बालमन में प्रवेश से रोक सकोगे?
सावधान! हो जाओ...
इंग्लिश-हिंदी न्यूज़ पेपर की नकारात्मकता,
गन्दी पिक्चरों का फैला सर्वत्र ज़ख़ीरा,
बालमन मे क्या फ़िल्टर लगा सकोगे,
अनुचित विचारों के प्रवेश को क्या रोक सकोगे?
सावधान! हो जाओ...
...युगऋषि कहते है...
बच्चों के अंदर,
सशक्त अच्छे विचारों उत्पादन ही,
दुनियां के ज़हरीले विचारों से,
बचाव का एक मात्र उपाय है।
इसलिए आज और अभी इसी वक्त से ही....
बच्चे को अच्छे संस्कार दे,
उनके चरित्र को चन्दन सा बना दे,
बच्चे को एक साधक बना के,
उनके जीवन की हर बाधा मिटा दें,
अच्छे साहित्यों के नित्य स्वाध्याय से,
बच्चे के मन को नित्य निर्मल बना दें।
सावधान! हो जाओ,
बच्चे के लालन-पालन में,
न जाने कौन-कौन से विचार,
प्रवेश कर रहें हैं,
उनके बालमन में,
आनन-फ़ानन में,
जाने-अनजाने में।
कोई और उनका ब्रेन वाश कर,
उन्हें भटका न पाये,
कुछ ऐसा ठोस उपाय करें,
अपने घर आंगन में।
👉🏽बालमन परिष्कार और संस्कारित करने का साहित्य यहां से फ्री पढ़ें....
http://vicharkrantibooks.org/vkp_ecom/Hindi_Books/Baal_Sanshkar_in_Hindi_in_Hindi
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🙏🏻श्वेता चक्रवर्ती
डिवाइन इंडिया यूथ असोसिएशन
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