प्रश्न - *गर्भ सँस्कार क्यों करवाएं?*
उत्तर - मनुष्य के तीन शरीर होते हैं - स्थूल, सूक्ष्म और कारण। जिसे क्रमशः शारारिक शक्ति/क्रिया शक्ति, प्राण शक्ति और भाव शक्ति/विचार शक्ति से भी समझ सकते हैं।
डॉक्टर के उपकरण केवल स्थूल शरीर का परीक्षण और उसके स्वास्थ्य को चेक कर सकते हैं।
किस प्रकार की आत्मा है और इसके कैसे सँस्कार-स्वभाव-व्यवहार होगा ये न चेक कर सकते है और न ही बता सकते हैं।
दिमाग़ के निर्माण में सक्रिय तत्वों, मन, अभिरुचि और सोचने का पैटर्न भी न डॉक्टर चेक कर सकते हैं और न ही बता सकते है।
जिस प्रकार सकुशल शारीरिक स्वस्थ बच्चे के जन्म हेतु सन्तुलित आहार, जरूरी मिनरल विटामिन आयरन और फोलिक एसिड, नियमित जरूरी टीके इत्यादि चाहिए साथ ही नियमित डॉक्टर के सम्पर्क में रहना और विजिट करवाना आवश्यक है।
इसी तरह स्वस्थ मानसिकता के साथ उच्च सँस्कार से युक्त बुद्धिमान सन्तान का जन्म सुनिश्चित करने हेतु आध्यात्मिक वैज्ञानिक तकनीक से गर्भ में उच्च मानसिकता के विकास का मार्गदर्शन करने वाले आध्यात्मिक चिकित्सकों और मनोवैज्ञानिकों से सलाह-परामर्श लेना अनिवार्य है। यज्ञ सँस्कार के द्वारा गर्भस्थ शिशु को आध्यात्मिक टीके लगवाना भी अनिवार्य है। साथ मे स्वस्थ सन्तुलित विचारों का भोजन मन को स्वाध्याय द्वारा देना जरूरी है। भावनात्मक विकास के लिए भारतीय राग रागनियों के भजन और संस्कृत मन्त्र उच्चारण जरूरी है।
इसलिए गर्भ सँस्कार गर्भिणी के लिए अत्यंत जरूरी है।
नजदिकी गायत्री शक्ति पीठ जाएं और फ्री गर्भ सँस्कार द्वारा आध्यात्मिक टीके लगवाएं, अच्छे विचारों की ख़ुराक हेतु *आओ गढ़ें सँस्कार वान पीढ़ी* पुस्तक ले आएं।
🙏🏻श्वेता चक्रवर्ती
डिवाइन इंडिया यूथ असोसिएशन
उत्तर - मनुष्य के तीन शरीर होते हैं - स्थूल, सूक्ष्म और कारण। जिसे क्रमशः शारारिक शक्ति/क्रिया शक्ति, प्राण शक्ति और भाव शक्ति/विचार शक्ति से भी समझ सकते हैं।
डॉक्टर के उपकरण केवल स्थूल शरीर का परीक्षण और उसके स्वास्थ्य को चेक कर सकते हैं।
किस प्रकार की आत्मा है और इसके कैसे सँस्कार-स्वभाव-व्यवहार होगा ये न चेक कर सकते है और न ही बता सकते हैं।
दिमाग़ के निर्माण में सक्रिय तत्वों, मन, अभिरुचि और सोचने का पैटर्न भी न डॉक्टर चेक कर सकते हैं और न ही बता सकते है।
जिस प्रकार सकुशल शारीरिक स्वस्थ बच्चे के जन्म हेतु सन्तुलित आहार, जरूरी मिनरल विटामिन आयरन और फोलिक एसिड, नियमित जरूरी टीके इत्यादि चाहिए साथ ही नियमित डॉक्टर के सम्पर्क में रहना और विजिट करवाना आवश्यक है।
इसी तरह स्वस्थ मानसिकता के साथ उच्च सँस्कार से युक्त बुद्धिमान सन्तान का जन्म सुनिश्चित करने हेतु आध्यात्मिक वैज्ञानिक तकनीक से गर्भ में उच्च मानसिकता के विकास का मार्गदर्शन करने वाले आध्यात्मिक चिकित्सकों और मनोवैज्ञानिकों से सलाह-परामर्श लेना अनिवार्य है। यज्ञ सँस्कार के द्वारा गर्भस्थ शिशु को आध्यात्मिक टीके लगवाना भी अनिवार्य है। साथ मे स्वस्थ सन्तुलित विचारों का भोजन मन को स्वाध्याय द्वारा देना जरूरी है। भावनात्मक विकास के लिए भारतीय राग रागनियों के भजन और संस्कृत मन्त्र उच्चारण जरूरी है।
इसलिए गर्भ सँस्कार गर्भिणी के लिए अत्यंत जरूरी है।
नजदिकी गायत्री शक्ति पीठ जाएं और फ्री गर्भ सँस्कार द्वारा आध्यात्मिक टीके लगवाएं, अच्छे विचारों की ख़ुराक हेतु *आओ गढ़ें सँस्कार वान पीढ़ी* पुस्तक ले आएं।
🙏🏻श्वेता चक्रवर्ती
डिवाइन इंडिया यूथ असोसिएशन
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