Sunday, 1 July 2018

प्रश्न - *क्या गायत्री मंत्र जप से जीवन के दर्द और समस्याएं समाप्त हो जाएंगी?*

प्रश्न - *क्या गायत्री मंत्र जप से जीवन के दर्द और समस्याएं समाप्त हो जाएंगी?*

उत्तर - दर्द और समस्याओ के बिना मनुष्य का जीवन बेरंग हो जाएगा और वो कभी भी विकास नहीं कर पायेगा।

रामायण और महाभारत भी विलेन के बिना नहीं लिखे गए, विलेन ही हीरो के अस्तित्व को उभरता है। जितना बड़ा संघर्ष उतनी बड़ी सफ़लता।

फ़िल्म की सफलता का आधार शक्तिशाली विलेन को हराने वाले महाशक्ति शाली हीरो पर निर्भर करती है। जितना शक्तिशाली विलेन उतनी बड़ी हिट फिल्म।

हम सब कभी जन्मते ही नहीं यदि हमारी माता हमारे लिए दर्द सहने को तैयार न होती। हमारे पिता पालनपोषण का दर्द सहने को तैयार न होते तो...

पेंसिल कभी भी अपना इम्पेक्ट नहीं दे पाएगी यदि वो कटर के दर्द को सहकर भीतर को न उभार पाई तो...

पत्थर से मूर्ति कभी न बन पाएगी यदि हथोड़े के दर्द को न सह सकेगी तो...

हीरे को भी तराशने की आवश्यकता पड़ती है और सोने को भी तपकर ही कुंदन बनना पड़ता है।

दर्द और समस्याएं वास्तव में व्यक्तित्व उभारने और आत्मत्त्व को तराशने का उपक्रम है।

जीवन साधना दर्द और समस्याओं से मुकाबला कर ऊपर उठकर आने की प्रक्रिया है।

दर्द शरीर का हो या रिश्तों का हो या जीवन मे अन्य कारण से हो
दर्द की कोई न कोई वजह होती है उस वजह से ऊपर उठने का नाम जीवन है। उस वजह पर काम करने की आवश्यकता है।

*गायत्री मंत्र जप मन को इस तरह प्रोग्राम करता है कि समस्या के बीच समाधान मिलता है*, दृष्टिकोण समाधान केंद्रित बनता है, जीवन जीने कि क्षमता और कुशलता बढ़ती है।

*बीमारी में इलाज दो प्रकार से होता है:-*

1- बाहरी दवा मरीज को खिलाकर मर्ज़ को समाप्त करो, एंटीबायोटिक की तरह । लेकिन मर्ज़ के साथ मरीज को भारी नुकसान उठाना पड़ता है। रोगाणु के साथ जीवन दाता जीवाणु भी नष्ट होते है, श्वेत रक्त कण को भारी क्षति उठानी पड़ती है। शरीर का इम्युनिटी सिस्टम भी क्षतिग्रस्त होता है।

2- दूसरा तरीका मरीज की इम्युनिटी सिस्टम बढ़ा दो, तो मरिज का शक्तिशाली शरीर ही रोग को जड़ से मिटा दे। इससे मरीज को फायदा ही फायदा होता है। *यही काम गायत्री मंत्र करता है। साधक के मनोबल को इतना बूस्ट कर देता है और सही दृष्टिकोण के साथ बुद्धि को इतना प्रखर कर देता है कि साधक स्वयं समस्या का समाधान स्वतः करने में सक्षम हो जाता है।*

*साधक की आत्म इम्युनिटी सिस्टम को बूस्ट करने में सक्षम गायत्री मंत्र है। इसलिए यह महामंत्र कहलाता है।*

ध्यान रखें गायत्री मंत्र सविता का मन्त्र है, अतः सविता - उगते हुए सूर्य का ध्यान मन्त्र जप के दौरान करना अनिवार्य है। गायत्री मंत्र हाई वोल्टेज लाइन/वायर है जो प्राण ऊर्जा का पावरहाउस -महासूर्य से साधक को कनेक्ट करने साधक पॉवर/प्राण ऊर्जा प्रवाहित करता है। अतः जप के साथ ध्यान अनिवार्य है।

*आइये इस बार चन्द्रायण में गायत्री मंत्र द्वारा सविता शक्ति का संरक्षण करें, कम से कम 30 माला रोज जपने का प्रयास करें, और आहार विहार में संयम बरतें।*

🙏🏻श्वेता चक्रवर्ती
डिवाइन इंडिया यूथ असोसिएशन

No comments:

Post a Comment

डायबिटीज घरेलू उपाय से 6 महीने में ठीक करें - पनीर फूल(पनीर डोडा)

 सभी चिकित्सक, योग करवाने वाले भाइयों बहनों, आपसे अनुरोध है कि आप मेरे डायबटीज और ब्लडप्रेशर ठीक करने वाले रिसर्च में सहयोग करें। निम्नलिखित...