Monday, 24 December 2018

प्रश्न - *दी, हम हॉस्टल में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं, यहां आए दिन लोग दारू पार्टी करते हैं, और पीने को मना करो तो तरह तरह के डायलॉग बोलते हैं। कभी कभी तो मन करता है कि पी कर देखूँ आख़िर लोग इसके पीछे पागल क्यों है? बहुत सारे द्वंद मन में उठते है, मार्गदर्शन करें..*

प्रश्न - *दी, हम हॉस्टल में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं, यहां आए दिन लोग दारू पार्टी करते हैं, और पीने को मना करो तो तरह तरह के डायलॉग बोलते हैं। कभी कभी तो मन करता है कि पी कर देखूँ आख़िर लोग इसके पीछे पागल क्यों है? बहुत सारे द्वंद मन में उठते है, मार्गदर्शन करें..*

उत्तर - मेरे प्यारे और आत्मीय देश के भविष्य युवाओं, नशेड़ी शिकारी नशे का जाल फैलाएं है, तुम्हें उसमें नहीं फँसना है:-

सबसे पहले एक कहानी सुनो, एक आदमी दूसरे एक सैनिक के पत्नी के साथ व्यभिचार करते पकड़ा गया, उस स्त्री के सैनिक पति ने क्रोध में उसकी नाक काट दी। अब वो नककटा आदमी बड़ा घबराया और सोचा लोग मेरा मज़ाक उड़ाएँगे। मुँह ढँककर पीछे बैठकर एक धर्मसभा में सन्देश सुन रहा था, देखा लोग महंत जी का स्वागत कर रहे हैं, महंत की सारी बातें उसने एक महीने जा जाकर नोट कर ली। एक वृक्ष के नीचे गड्ढा करके फल इत्यादि खाने का सामान छुपा के बगुला भगत बनकर ध्यानस्थ होकर बैठ गया। एक बन्दे को नौकरी पर रख लिया, दोनों धूर्तों ने खेल शुरू किया। नौकर धूर्त शिष्य ने तरह तरह की कहानियां मनगढ़ंत सिद्धांत बताना शुरू किया, लोग जुटने लगे। वो धूर्त नककटा आंखे खोलता महंत वाली रटी रटाई बातें मिर्च मसाले लगाकर बताता और अंत मे कहता मित्रों भगवान को पाने में यह नाक बाधक है, इसे कटाने के बाद भगवान और भक्त दोनों एकाकार हो जातें है। उसकी चिकनी चुपड़ी बातों में लोग आते गए, उसने लोगो की नाक काटना शुरू कर दिया। जब लोग कहते भगवान नहीं दिखे, तो वो बोलता तुम ज्यादा पापी हो पराई स्त्री पर नजर रखते हो, यदि तुमने किसी से यह कहा कि तुम्हे भगवान नहीं दिखे तो लोग तुम्हे पापी समझ कर अपमानित करेंगे। अतः यदि अपमान से बचना चाहते हो तो चुप रहो मेरी हां में हां मिलाओ। इस तरह नक कटो का पूरा सम्प्रदाय बन गया। भांग चरस विभूति और प्रसाद में बंटने लगा। लड़कियों को भक्ति गीत में नचाने लगा, पूरा का पूरा ऐशोआराम का इंतज़ाम हो गया।

उसकी प्रसिद्धि राजा के कान में गयी, राजा भी उसकी बातों में आकर नाक कटवाने ही वाला था कि उसका चतुर मंत्री और पुरोहितं बोला,महराज जब आप भोजन करने से पहले मुझे चखाते है तो भगवान को पहले हम देखते है, ऐसा तो नहीं यह कोई और भगवान से मिला दे। पुरोहितं की नाक काट दी गयी, पुरोहितं पूरी तैयारी से आया था जब भगवान के दर्शन न होने पर उसने वही चाल चली कि तुम पापी हो तो उसने उस धूर्त की खूब पिटाई करवाई, उस सैनिक और उस स्त्री को भी पुरोहितं ने ढूंढ निकाला। सबकी गवाही हुई। उस धूर्त को दंडित किया गया।

यही हाल नक कटो नशेड़ियों का है, जो कॉरपोरेट, स्कूल, कॉलेज में ऐसे ज्ञान बांटते रहते है, अपने जैसे नशेड़ियों को तैयार करते हैं।

*फ़िल्म, मीडिया, टीवी सीरियल में  नशीले ब्रांड के सीन जानबूझकर कम्पनियां डलवाती है, और फंडिंग फ़िल्मो और टीवी सीरियल की करती है। बड़े बड़े लोकप्रिय हीरो हिरोइन बड़े बड़े बुद्धिजीवी को नौकरी देकर उनसे काम करवाया जाता है। इन नक कटे नशेड़ी का मानना है कि होश में रहना बेवकूफी है, नशा करने से भगवान की तरह परम ज्ञान और आनन्द की प्राप्ति होती है। अतः आओ बेहोशी मदहोशी में जियो और नककटे हाई फाई कहलाओ। आपको आश्चर्य होगा ड्रग्स बेचने वाले ख़ुद ड्रग्स नहीं लेते, बल्कि सबके सामने ग्लुकोज़ पावडर खाते है।*

देश के 80% शासक खुद नक कटे नशेड़ी है, वो भला इस धूर्तता को बंद करने का कानून क्यों बनाएंगे भला? इनका कुतर्क है कि लोग अपनी मर्जी से पी रहे है अतः इस नशे के व्यापार से हुए टैक्स से विकास होगा। ठीक वैसे ही कि एक देश के नागरिक के लाश पर दूसरे नागरिक को विकास का स्वप्न दिखाना।

*जब देश के युवा नशे की बदहवासी बेहोशी मदहोशी में अपने पैरों पर खड़े नहीं हो सकेंगे, तो विकास की सड़क पर चलेगा कौन?*

ये नक कटे नशेड़ी नए युवाओं को कुछ इस तरह बोलते है, जिनके सटीक जवाब दे सको, तो नककटे नशेड़ी आपकी राह में कभी परेशानी खड़ी नहीं करेंगे:-

1- यह लड़कियों को बोलेंगे तुम तो बड़ी बहन जी टाइप हो, तुम हाई फाई (नक कटी) सोसायटी नहीं समझोगी। कम कपड़े के साथ अंग प्रदर्शन और हाथ मे शराब का जाम ही आधुनिकता है।

उत्तर - बोलो बहन, *आपने दुनियाँ की किस पुस्तक में पढ़ा है और बड़े विचारक से सुना है यह ज्ञान? जिन फ़िल्मो और टीवी सिरियल से आपने नशे की दुनियां को नशे से हाई फाई होना सीखा है। वो तो रुपये देने पर भाँडो की तरह कहीं भी नाचने और अंगप्रदर्शन को तैयार हो जाते है। ये मदहोश और वेश्याओं जैसी हरकत आपका आदर्श हो सकती है, हमारा नहीं। भई हम तो बहनजी ही ठीक है।*

2- जो नशा नहीं करता वो कूल मर्द नहीं होता। नशा मर्दानगी की निशानी है? तुम तो बच्चे हो, अले अले छोटे बेटे के लिए दूध की बोतल लाओ।

उत्तर - *भाई, न तुम साइंटिस्ट हो और न ही डॉक्टर हो? मर्दानगी का सर्टिफिकेट किस आधार पर दे रहे हो? जिस फ़िल्मी पढ़ाई को करके नक कटी मर्दांनगी- नशे से समझा रहे हो। नशा करके कोई super cool नहीं बनता बल्कि super fool जरूर बनता है, तो भाई यह तुम्हे मुबारक हो। तुम्हारी माता ने शायद तुम्हें दारू का महत्त्व बताया होगा, हमारी माता ने दूध को ही शक्ति का श्रोत बताया है। हमारे हरियाणा के पहलवान भी दूध पीकर ही पहलवानी करते है, दारू से नहीं।*

3- कॉरपोरेट में रहना है तो पीना पड़ेगा।

उत्तर- *यदि दारू इतनी इम्पोर्टेन्ट है और प्रमोशन इस पर निर्भर है। तो काम करना बंद कर देते है और दारू पीना शुरू कर देते है, बस स्टाम्प पेपर पर लिखित गारण्टी दे दो, कि कॉरपोरेट के लिए काम की नहीं दारू की आवश्यकता है। भाई हमारे 11 करोड़ गायत्री परिवार में हज़ारो लोग कॉरपोरेट में विभिन्न पदों पर है। बिना ड्रिंक के शान से काम कर रहे है। मुझे यह बताओ यह उल्टी खोपड़ी का नककटा ज्ञान - कॉरपोरेट में रहना है तो पीना पड़ेगा आपको किसने दिया?*

4- कोई दोस्ती नहीं करेगा, अकेले रह जाओगे।

उत्तर - *नक कटे नशेड़ियों की ज़हरीली दोस्ती से अकेला रहना बेहतर है। कम से कम चेहरे पर हंसी और सम्मानित नाक तो रहेगी।*

5- पण्डित जी आ गए चलो भाई फिर से ज्ञान परोसेंगे। हमे आपके ज्ञान की जरूरत नहीं।

उत्तर - *अच्छी बात है, कम से कम यह तो मानते हो हम ज्ञानी पण्डित है तभी शराब नहीं पीते, तुम शराब पीकर अज्ञानता कर रहे हो।*

6- चार दिन की जिंदगी है, ऐश कर लो

उत्तर - *नशे से जिंदगी कितने दिन चलेगी और कितनी जल्दी ऐश(राख) बनेगी, यह तो समय बता ही देगा।*

7- होश वालो को खबर क्या मदहोशी क्या चीज़ है?

उत्तर - *सच बात है, हमें मदहोशी का नहीं पता और तुम्हें होश का नहीं पता। क्योंकि सूर्य को नहीं पता कि अंधेरा क्या चीज़ है। हंस को नहीं पता कि पॉटी का स्वाद क्या चीज़ है?*

8- एक बार पीकर देखो, तब आनन्द क्या है पता चलेगा।

उत्तर - *ध्यान करके अभ्यस्त होकर देखो, रियल आनन्द क्या है पता चलेगा। तुम्हारा नशा वाला आनन्द जादूगर का हथेली पर सरसों उगाना है, जिससे तेल नहीं निकलता सब्जी नहीं बनती। केवल सरसो के पौधे का भ्रम है। हमारे ध्यान किसान की खेती की तरह है, वक्त लगेगा लेकिन असली सरसों निकलेगा। जिससे तेल निकलेगा और सब्जी भी बनेगी। स्थाई आनन्द। बस 6 महीने गायत्री मंत्र जप और ध्यान करके देखो। इसे प्राचीन ऋषि और आल इंडिया मेडिकल असोसिएशन भी प्रमाणित कर चुके है। तुम्हारी नशा से आनन्द की बातों का तो कोई प्रमाण भी उपलब्ध नहीं। मेडिकल साइंस तो इसके नुकसान ही गिनाता है।*

नित्य गायत्री मंत्र जप, ध्यान और स्वाध्याय कीजिये, प्राण ऊर्जा जगाकर शक्तिमान बनिये और इन  नककटे अंधेरे की ताकत का तथ्य तर्क प्रमाण और उच्च मनोबल से मुकाबला कीजिये।

पुस्तक - मद्यपान से अपार हानि दोस्तो को बाँटिये।

🙏🏻श्वेता चक्रवर्ती
डिवाइन इंडिया यूथ असोसिएशन

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