Friday, 1 February 2019

👉🏼 *माँ और बेटे का आध्यात्मिक प्रश्नोत्तर* 👈🏻

👉🏼 *माँ और बेटे का आध्यात्मिक प्रश्नोत्तर* 👈🏻

बेटा - *माँ क्या भगवान है?*
माँ - *हाँ, भगवान कण कण में है।*

बेटा - *क्या उसे मैं देख और सुन सकता हूँ?*
माँ - तुम अपने स्थूल नेत्र से उसे देख और सुन नहीं सकते। लेकिन तप द्वारा यदि तुम अपने सूक्ष्म शरीर के नेत्र खोल लो और कान को खोल लो, तो भगवान को देख और सुन सकते हो। जैसे सूक्ष्मदर्शी की मदद से तुम वो देख सकते हो जो स्थूल नेत्र की मदद से नही देख सकते।

बेटा - *क्या भगवान को सूक्ष्मदर्शी की मदद से देख सकते हैं?*
माँ - मनुष्य ने अभी ऐसा कोई उपकरण नहीं बनाया जिससे परा चेतना की सूक्ष्मता को देखा परखा जा सके।

बेटा - *तो फिर ईश्वर है इस बात पर कोई कैसे विश्वास करे?*
माँ - *एक कांच की ग्लास में चीनी घोलती है। चीनी जल में विलीन हो जाती है। और कहती है बेटे जिस तरह चीनी तुम्हें दिख नहीं रही लेकिन तुम उसे चखकर अनुभव कर सकते हो, उसी तरह ब्रह्माण्ड में घुला ईश्वर तप द्वारा अनुभव किया जा सकता है।

बेटा - *माँ, भगवान कैसे ब्रह्माण्ड में घुला? फिर वो अवतार कैसे लेता है*
माँ - अभी बताते हैं, जैसे इस ग्लास के जल को हवा में घोलने पर यह ग़ायब हो जाएगा। जादू दिखाऊँ।

(माँ गैस में जल इतना उबालती है कि जल वाष्प बनकर वायुभूत हो जाता है। फिर एक ग्लास में बर्फ डालती है, उस ग्लास के बाहर की हवा में मौजूद वाष्प ठंडी होकर जल की बूंदों के रूप में आसपास ग्लास में चिपक जाती है।)

बेटे, इसीतरह भगवान अपनी इच्छा से वायुभूत हो जाते हैं, भक्तों की तप एवं प्रार्थना से उन्हें अनुभूति देते हैं। इस बर्फ के टुकड़े की तरह कोई रूप लेकर अपने सुपात्र भक्त को दर्शन भी दे देते हैं।

बेटा - *माँ, प्रार्थना और मंन्त्र भगवान तक पहुंचता कैसे है?*
माँ - बेटे, भगवान अपने घर में लगे इस wifi की तरह अदृश्य है लेकिन सर्वत्र मौजूद है। सही पासवर्ड डालने पर तुम इससे कनेक्ट होकर इंटरनेट उपयोग कर सकते हो, इसी तरह सही प्रार्थना और मंन्त्र से तुम भगवान से दिमाग़ में जुड़ सकते हो और ब्रह्मांड का इंटरनेट और नेटवर्क उपयोग कर सकते हो।

बेटा - *क्या सचमुच हम ब्रह्माण्ड का नेटवर्क उपयोग कर सकते हैं?*
माँ - हाँजी बिल्कुल, आज के नासा और इशरो की तरह मशीनें और सेटेलाइट ऋषियों के पास नहीं थे, पर फिर भी वो आज से कहीं ज़्यादा ज्ञान और उन्नत थे। गैलीलियो ने तो बहुत वर्षों बाद बताया कि पृथ्वी गोल है और चलती है। हमारे देश के ऋषि तो भू-गोल(पृथ्वी गोल) और जगत(यह चलायमान) बता दिया था। पुष्पक विमान और समुद्रसेतु इंजीनियरिंग का अनुपम उदाहरण है। रामायण महाभारत में वर्णित अस्त्र शस्त्र आज के अस्त्र शस्त्रों से ज्यादा प्रभावी थे। चरक सुश्रुत जैसे ऋषियों की शल्य चिकित्सा और चिकित्सा विज्ञान आज से कहीं ज्यादा उन्नत था। युधिष्ठिर के ज़माने से वाराणसी में बैठे पण्डित ग्रह नक्षत्र की चाल की गणना नासा से बेहतर करते है, सूर्य ग्रहण -चन्द्र ग्रहण की सटीक वक़्त और दिन बताते हैं। ऐसे अनेकों उदाहरण मौजूद है।

बेटा - *माँ, तुम मुझे गायत्री मंत्र जपने को क्यों कहती हो?*
माँ - बेटा, कुछ दिन पहले Zee tv और यूट्यूब पर मैंने तुम्हें AIIMS द्वारा गायत्री मंत्र पर की गई रिसर्च दिखाई थी, साथ ही विदेशों की रिसर्च दिखाई थी। गायत्री जप का प्रत्यक्ष प्रभाव ब्रेन की MRI इत्यादि से परखा जा सकता है। बढ़ी हुई बौद्धिकक्षमता-कुशलता, दोनों ब्रेन का सामंजस्य और गाबा हार्मोन की बढ़ी सक्रियता देखी जा सकती है, इतना फायदा समझकर ही दुनियाँ चमत्कृत है। लेकिन बेटे मनुष्य की बनाई मशीन जो फ़ायदे गायत्री मंत्र जप के बता रही है, यह 0.01% ही है। 99.99% फ़ायदा तो अभी विज्ञान की समझ से परे है। ब्रह्माण्डीय शक्तियों का भण्डार है गायत्री मंन्त्र।

बेटा - *जब गायत्री मंन्त्र जपने से सबकुछ संभव है, फ़िर यज्ञ करने को आप क्यों कहते हो?*
माँ - बेटे, पैर की ज़रूरत है जहाँ चाहो वहाँ पहुंच सकते हो। लेकिन यदि गाड़ी हो तो जल्दी पहुंच सकते हो। पैर का भी महत्त्व है और गाड़ी का भी। इसी तरह तुम्हारे वजूद को पैर की तरह गायत्री मंत्र थामता है, और यज्ञ इस शक्ति को बढ़ाता है, और अनेकों प्रयोजन पूरा करता है। जैसे प्रकृति का सन्तुलन और पोषण, पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण, विभिन्न शारीरिक और मानसिक रोगों का यग्योपैथी से उपचार इत्यादि। दुनियाँ में गायत्री मंत्र और यज्ञ से सबकुछ संभव है।

*युगऋषि वेदमूर्ति तपोनिष्ठ पण्डित श्रीराम शर्मा आचार्य जी जो कि एक आध्यात्मिक वैज्ञानिक थे*, उन्होंने इसीलिए तो युगनिर्माण योजना में गायत्री मंत्र जप और गृहे गृहे यज्ञ परम्परा को पुनर्जीवित किया।

भारत पुनः विश्वगुरु बन जायेगा और पुनः पहले की तरह आर्थिक रूप से मजबूत सोने की चिड़िया बन जायेगा। यदि प्रत्येक व्यक्ति गायत्री जपे और घर घर यज्ञ हो। जो व्यक्ति जहां जिस भी कार्य को कर रहा होगा उसे वहीं यज्ञ और गायत्री जप से लाभ होगा।

🙏🏻श्वेता चक्रवर्ती
डिवाइन इंडिया यूथ असोसिएशन

No comments:

Post a Comment

डायबिटीज घरेलू उपाय से 6 महीने में ठीक करें - पनीर फूल(पनीर डोडा)

 सभी चिकित्सक, योग करवाने वाले भाइयों बहनों, आपसे अनुरोध है कि आप मेरे डायबटीज और ब्लडप्रेशर ठीक करने वाले रिसर्च में सहयोग करें। निम्नलिखित...