प्रश्न - *दी सप्ताह में एक दिन व्रत रखना चाहती हूँ, लेक़िन रख नहीं पाती। भूख बहुत लगती है, मैंने देखा है कि मेरे गाँव बिहार में स्त्रियाँ बड़े कठिन कठिन व्रत रख लेती है, लेक़िन मैं नहीं रख पाती। कैसे व्रत करूँ?*
उत्तर - आत्मीय बहन, व्रत तभी सम्भव होगा जब व्रत रखने के पीछे तुम्हारा उद्देश्य क्लियर और महत्त्वपूर्ण होगा।
ग्रामीण स्त्रियाँ अपने परिवार के लिए समर्पित होकर जीती हैं। पति और बच्चों के उज्ज्वल भविष्य और दीर्घायु जीवन का लक्ष्य-उद्देश्य उन्हें दिमाग़ में क्लियर है और यह उनके लिए अत्यंत महत्त्वपूर्ण है। इसलिए वो व्रत सहजता से कर लेती हैं।
शहरी औरतें, मॉडल, टीवी- सीरियल-फ़िल्म ऐक्ट्रेस/एक्टर शरीर की सुंदरता के लिए समर्पित है। सुंदर दिखने के लिए और मोटापे से बचने के लिए फास्टिंग/उपवास करना पड़ता है। अतः वो भी फास्टिंग कर लेती हैं।
चिकित्सा का ज्ञान रखने वाले जानते हैं, कि उपवास चिकित्सा पद्धति रोगमुक्त जीवन की अनिवार्य शर्त है। अतः यह भी उपवास कर लेते हैं।
साधक आत्मउत्थान, संकल्पबल और साधना की सफ़लता में व्रत-उपवास के फ़ायदे जानते हैं, आत्मउत्थान और ईश्वरिय कृपा प्राप्ति करने का लक्ष्य क्लियर है और ये इनके लिए महत्त्वपूर्ण बहुत है। अतः यह भी व्रत-उपवास अनुष्ठान के वक्त कर लेते हैं।
गांधी जी और अन्ना हज़ारे जी इत्यादि ने समय समय पर जब भी अनशन किया किसी न किसी लक्ष्य के लिए किया।
🙏🏻 *मन के हाथ में पेट का रिमोट कंट्रोल है। मन खराब तो पेट खराब, जीभ में टेस्ट लेने की क्षमता समाप्त। मन को यदि लक्ष्य क्लियर कर दो, उसका महत्त्व समझा दो। तो व्रत रखना तुम्हारे लिए आसान हो जाएगा। जब तक मन को सङ्कल्प से नहीं बाँधोगि व्रत नहीं कर पाओगी। सङ्कल्प की खूँटी में मन बंधता है, मन सधता है। मन के सधते ही शरीर स्वतः सध जाता है।*
ऐसा नहीं है कि व्रत के दिन भूख किसी को नहीं लगती, लेक़िन क्योंकि मन को लक्ष्य क्लियर होता है तो आवश्यक निर्देश शरीर को देकर सम्हाल लेता है। ध्यान दूसरी तरफ केंद्रित कर देता है। व्रत निभ जाता है।
👉🏼 संकल्पबल बढ़ाने के लिए पढें 📖 *सङ्कल्प शक्ति की प्रचंड प्रक्रिया*
http://literature.awgp.org/book/Sankalp_Shakti_Ki_Prachand_Prakriya/v1
व्रत उपवास के फायदे जानने के लिए निम्नलिखित आर्टिकल पढ़ें:-
https://awgpggn.blogspot.com/2018/07/blog-post_26.html?m=1
https://awgpggn.blogspot.com/2019/02/blog-post_71.html?m=1
🙏🏻श्वेता चक्रवर्ती
डिवाइन इंडिया यूथ असोसिएशन
उत्तर - आत्मीय बहन, व्रत तभी सम्भव होगा जब व्रत रखने के पीछे तुम्हारा उद्देश्य क्लियर और महत्त्वपूर्ण होगा।
ग्रामीण स्त्रियाँ अपने परिवार के लिए समर्पित होकर जीती हैं। पति और बच्चों के उज्ज्वल भविष्य और दीर्घायु जीवन का लक्ष्य-उद्देश्य उन्हें दिमाग़ में क्लियर है और यह उनके लिए अत्यंत महत्त्वपूर्ण है। इसलिए वो व्रत सहजता से कर लेती हैं।
शहरी औरतें, मॉडल, टीवी- सीरियल-फ़िल्म ऐक्ट्रेस/एक्टर शरीर की सुंदरता के लिए समर्पित है। सुंदर दिखने के लिए और मोटापे से बचने के लिए फास्टिंग/उपवास करना पड़ता है। अतः वो भी फास्टिंग कर लेती हैं।
चिकित्सा का ज्ञान रखने वाले जानते हैं, कि उपवास चिकित्सा पद्धति रोगमुक्त जीवन की अनिवार्य शर्त है। अतः यह भी उपवास कर लेते हैं।
साधक आत्मउत्थान, संकल्पबल और साधना की सफ़लता में व्रत-उपवास के फ़ायदे जानते हैं, आत्मउत्थान और ईश्वरिय कृपा प्राप्ति करने का लक्ष्य क्लियर है और ये इनके लिए महत्त्वपूर्ण बहुत है। अतः यह भी व्रत-उपवास अनुष्ठान के वक्त कर लेते हैं।
गांधी जी और अन्ना हज़ारे जी इत्यादि ने समय समय पर जब भी अनशन किया किसी न किसी लक्ष्य के लिए किया।
🙏🏻 *मन के हाथ में पेट का रिमोट कंट्रोल है। मन खराब तो पेट खराब, जीभ में टेस्ट लेने की क्षमता समाप्त। मन को यदि लक्ष्य क्लियर कर दो, उसका महत्त्व समझा दो। तो व्रत रखना तुम्हारे लिए आसान हो जाएगा। जब तक मन को सङ्कल्प से नहीं बाँधोगि व्रत नहीं कर पाओगी। सङ्कल्प की खूँटी में मन बंधता है, मन सधता है। मन के सधते ही शरीर स्वतः सध जाता है।*
ऐसा नहीं है कि व्रत के दिन भूख किसी को नहीं लगती, लेक़िन क्योंकि मन को लक्ष्य क्लियर होता है तो आवश्यक निर्देश शरीर को देकर सम्हाल लेता है। ध्यान दूसरी तरफ केंद्रित कर देता है। व्रत निभ जाता है।
👉🏼 संकल्पबल बढ़ाने के लिए पढें 📖 *सङ्कल्प शक्ति की प्रचंड प्रक्रिया*
http://literature.awgp.org/book/Sankalp_Shakti_Ki_Prachand_Prakriya/v1
व्रत उपवास के फायदे जानने के लिए निम्नलिखित आर्टिकल पढ़ें:-
https://awgpggn.blogspot.com/2018/07/blog-post_26.html?m=1
https://awgpggn.blogspot.com/2019/02/blog-post_71.html?m=1
🙏🏻श्वेता चक्रवर्ती
डिवाइन इंडिया यूथ असोसिएशन
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