प्रश्न - *बच्चों को नशे की लत में पड़ने से कैसे बचाएं? बुरी संगत में पड़ने से कैसे बचाएं?*
उत्तर - दी, आपकी चिंता जायज़ है।
*जो रहीम उत्तम प्रकृति, का करी सकत कुसंग*.
*चन्दन विष व्यापे नहीं, लिपटे रहत भुजंग.*
अर्थ : रहीम दास जी कहते हैं कि जो अच्छे स्वभाव के मनुष्य होते हैं,उनको बुरी संगति भी बिगाड़ नहीं पाती. जहरीले सांप चन्दन के वृक्ष से लिपटे रहने पर भी उस पर कोई जहरीला प्रभाव नहीं डाल पाते।
बच्चे की उत्तम प्रकृति के निर्माण के लिए उसके अंदर ईश्वर के प्रति श्रद्धा-विश्वास जगाइए। उपासना, साधना एवं आराधना से जोड़िये। डिवाइन इंडिया असोसिएशन की एक्टिविटी से जोड़ दीजिये।
आपका बच्चा 5 गायत्री मंत्र नित्य जपे या 5 माला फर्क नहीं पड़ता, जितना जपे वह पूरे मनोयोग से माता गायत्री व गुरूदेव पर पूर्ण विश्वास करतेहुए जपे इससे फर्क पड़ेगा। गीता का एक श्लोक नित्य पढ़े। गायत्री मन्त्रलेखन करे। युगसाहित्य का एक पेज पढ़े या चार लाइन रोज पढ़े। महापुरुषों की जीवनियां पढ़ें, नादयोग सुन ले। नित्य यज्ञभष्म माथे पर लगाये। यदि सच्चा अध्यात्म उसके जीवन मे प्रवेश कर गया, यदि आपने उसका हाथ माता गायत्री के हाथ में सौंप दिया। तो ऐसे उत्तम प्रकृति वाले बच्चे को कोई कुसंग डिगा नहीं पायेगा। कोई बहला फुसलाकर नशा नहीं करवा पायेगा।
🙏🏻श्वेता, DIYA
उत्तर - दी, आपकी चिंता जायज़ है।
*जो रहीम उत्तम प्रकृति, का करी सकत कुसंग*.
*चन्दन विष व्यापे नहीं, लिपटे रहत भुजंग.*
अर्थ : रहीम दास जी कहते हैं कि जो अच्छे स्वभाव के मनुष्य होते हैं,उनको बुरी संगति भी बिगाड़ नहीं पाती. जहरीले सांप चन्दन के वृक्ष से लिपटे रहने पर भी उस पर कोई जहरीला प्रभाव नहीं डाल पाते।
बच्चे की उत्तम प्रकृति के निर्माण के लिए उसके अंदर ईश्वर के प्रति श्रद्धा-विश्वास जगाइए। उपासना, साधना एवं आराधना से जोड़िये। डिवाइन इंडिया असोसिएशन की एक्टिविटी से जोड़ दीजिये।
आपका बच्चा 5 गायत्री मंत्र नित्य जपे या 5 माला फर्क नहीं पड़ता, जितना जपे वह पूरे मनोयोग से माता गायत्री व गुरूदेव पर पूर्ण विश्वास करतेहुए जपे इससे फर्क पड़ेगा। गीता का एक श्लोक नित्य पढ़े। गायत्री मन्त्रलेखन करे। युगसाहित्य का एक पेज पढ़े या चार लाइन रोज पढ़े। महापुरुषों की जीवनियां पढ़ें, नादयोग सुन ले। नित्य यज्ञभष्म माथे पर लगाये। यदि सच्चा अध्यात्म उसके जीवन मे प्रवेश कर गया, यदि आपने उसका हाथ माता गायत्री के हाथ में सौंप दिया। तो ऐसे उत्तम प्रकृति वाले बच्चे को कोई कुसंग डिगा नहीं पायेगा। कोई बहला फुसलाकर नशा नहीं करवा पायेगा।
🙏🏻श्वेता, DIYA
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