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स्वतंत्रता दिवस की, अनन्त शुभकामनाएं,
हम सभी मे यह पर्व, देशभक्ति जगाए।
🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
ओ! नौजवानों उठो! चलो नींद त्यागे,
राष्ट्र कर्तव्य पथ पर चलो पुनः दौड़े आगे।
चलो मिलकर राष्ट्र गौरव, फिर से बढ़ा दे,
विश्वपटल पर चलो मिलकर तिरंगा फहरा दें।
हे भारत माता के वीर सपूतों,
उठो! परिश्रम करने की ठाने,
कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक,
चलो सुख-समृद्धि-वैभव ला दें।
बनके बिस्मिल, भगतसिंह, झाँसी की रानी,
चलो दोहरा दें पुनः वह वीर गाथा पुरानी,
फ़िरंगी को जैसे इन्होंने धूल चटाया,
वैसे ही चलो कर दें आतंकवाद का सफ़ाया।
बनके सरदार, वल्लभ, दयानन्द, गाँधी,
चलो ला दें पुनः देशभक्ति की आँधी,
दोहरा दें चौहान, राणा, शिवा के करिश्मे,
रग रग भर दें पुनः जोश सबमें।
चलो पुनः इक नई क्रांति कर दें,
व्यसनमुक्त - नशामुक्त भारत को कर दें,
मदहोश जीवन की हर भ्रांति हर लें,
चलो राष्ट्र में फिर इक नया जोश भर दें।
सोने की चिड़िया, भारत को पुनः बना दें,
विश्व व्यापार में ऐसी नई क्रांति ला दें,
दिव्य ज्ञान ज्योति चलो जला लें,
विश्वगुरु की प्रतिष्ठा चलो पुनः पा लें।
ओ! नौजवानों उठो! चलो मोह की नींद त्यागें,
राष्ट्र कर्तव्य पथ आओ दौड़े आगे।
चलो राष्ट्र का गौरव, फिर से जगा दे,
दृढ़ संकल्प बल का परचम पुनः लहरा दें।
मुक्तक :-
युवा वही,जिसका संकल्प बल प्रबल है,
युवा वही, जिसकी चेतना हिमालय सी प्रखर है।
जो पुरुषार्थी बन इतिहास रचने की ठाने,
राष्ट्र समस्या के समाधान में निज यौवन खपा दे।
जय जवान! जय किसान!
युवाशक्ति युक्त मेरा भारत महान।
सभी देशभक्त भाई बहनों को रक्षाबंधन एवं राष्ट्रीय पर्व स्वतंत्रता दिवस की बधाई।
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आपकी बहन
🙏🏻श्वेता चक्रवर्ती
डिवाइन इंडिया यूथ असोसिएशन
स्वतंत्रता दिवस की, अनन्त शुभकामनाएं,
हम सभी मे यह पर्व, देशभक्ति जगाए।
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ओ! नौजवानों उठो! चलो नींद त्यागे,
राष्ट्र कर्तव्य पथ पर चलो पुनः दौड़े आगे।
चलो मिलकर राष्ट्र गौरव, फिर से बढ़ा दे,
विश्वपटल पर चलो मिलकर तिरंगा फहरा दें।
हे भारत माता के वीर सपूतों,
उठो! परिश्रम करने की ठाने,
कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक,
चलो सुख-समृद्धि-वैभव ला दें।
बनके बिस्मिल, भगतसिंह, झाँसी की रानी,
चलो दोहरा दें पुनः वह वीर गाथा पुरानी,
फ़िरंगी को जैसे इन्होंने धूल चटाया,
वैसे ही चलो कर दें आतंकवाद का सफ़ाया।
बनके सरदार, वल्लभ, दयानन्द, गाँधी,
चलो ला दें पुनः देशभक्ति की आँधी,
दोहरा दें चौहान, राणा, शिवा के करिश्मे,
रग रग भर दें पुनः जोश सबमें।
चलो पुनः इक नई क्रांति कर दें,
व्यसनमुक्त - नशामुक्त भारत को कर दें,
मदहोश जीवन की हर भ्रांति हर लें,
चलो राष्ट्र में फिर इक नया जोश भर दें।
सोने की चिड़िया, भारत को पुनः बना दें,
विश्व व्यापार में ऐसी नई क्रांति ला दें,
दिव्य ज्ञान ज्योति चलो जला लें,
विश्वगुरु की प्रतिष्ठा चलो पुनः पा लें।
ओ! नौजवानों उठो! चलो मोह की नींद त्यागें,
राष्ट्र कर्तव्य पथ आओ दौड़े आगे।
चलो राष्ट्र का गौरव, फिर से जगा दे,
दृढ़ संकल्प बल का परचम पुनः लहरा दें।
मुक्तक :-
युवा वही,जिसका संकल्प बल प्रबल है,
युवा वही, जिसकी चेतना हिमालय सी प्रखर है।
जो पुरुषार्थी बन इतिहास रचने की ठाने,
राष्ट्र समस्या के समाधान में निज यौवन खपा दे।
जय जवान! जय किसान!
युवाशक्ति युक्त मेरा भारत महान।
सभी देशभक्त भाई बहनों को रक्षाबंधन एवं राष्ट्रीय पर्व स्वतंत्रता दिवस की बधाई।
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आपकी बहन
🙏🏻श्वेता चक्रवर्ती
डिवाइन इंडिया यूथ असोसिएशन
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