प्रश्न - *कॉमन हवन सामग्री व रोग विशेष स्पेशल हवन सामग्री में अंतर क्या है? रोग विशेष हवन सामग्री में कॉमन हवन सामग्री मिलाकर यज्ञ क्यों करते हैं? डायरेक्ट रोग विशेष हवन सामग्री से यज्ञ क्यों नहीं सकते?*
उत्तर - कभी होटल गए हों तो आप देखेंगे कुछ मसाले कॉमन होते हैं और कुछ अमुक सब्जी के लिए अमुक विशेष मसाले चाहिए होते है जो ऐड ऑन अर्थात कॉमन + विशेष को मिलाकर बनाया जाता है।
इसी तरह यज्ञ चिकित्सक भी कॉमन औषिधियों का मिश्रण जो कोई भी रोग क्यों हो वो बेस में चाहिए ही जैसे अगर, तगर, नागर मोथा, बालछड़, छाड़छबीला, कपूर कचरी, भोजपत्र, इन्द जौ, सितावर, सफेद चन्दन, दालचीनी इत्यादि का मिश्रण कॉमन हवन सामग्री के नाम से बनाकर रख लेता है।
रोग के उपचार की औषधीय हवन सामग्री कॉमन + विशेष को मिलाकर पूर्ण बनती है। नीव के ऊपर ही भवन बनता है।
अतः इसीलिए कॉमन औषधीय हवन सामग्री में रोग विशेष के अतिरिक्त औषधियों को मिलाकर प्रभाव व उपचार किया जाता है।
🙏🏻 श्वेता , DIYA
उत्तर - कभी होटल गए हों तो आप देखेंगे कुछ मसाले कॉमन होते हैं और कुछ अमुक सब्जी के लिए अमुक विशेष मसाले चाहिए होते है जो ऐड ऑन अर्थात कॉमन + विशेष को मिलाकर बनाया जाता है।
इसी तरह यज्ञ चिकित्सक भी कॉमन औषिधियों का मिश्रण जो कोई भी रोग क्यों हो वो बेस में चाहिए ही जैसे अगर, तगर, नागर मोथा, बालछड़, छाड़छबीला, कपूर कचरी, भोजपत्र, इन्द जौ, सितावर, सफेद चन्दन, दालचीनी इत्यादि का मिश्रण कॉमन हवन सामग्री के नाम से बनाकर रख लेता है।
रोग के उपचार की औषधीय हवन सामग्री कॉमन + विशेष को मिलाकर पूर्ण बनती है। नीव के ऊपर ही भवन बनता है।
अतः इसीलिए कॉमन औषधीय हवन सामग्री में रोग विशेष के अतिरिक्त औषधियों को मिलाकर प्रभाव व उपचार किया जाता है।
🙏🏻 श्वेता , DIYA
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