प्रश्न - *गणेश चतुर्थी के दिन ऑफिस में छुट्टी नहीं है, अतः गणेश मूर्ति की स्थापना के अन्य चौघड़िया मुहूर्त बताएं*
उत्तर- *गणेश मूर्ति स्थापना करने का शुभ मुहूर्त- *
अमृत चौघड़िया में सुबह 6:10 से 7:44 तक
अभिजीत मुहूर्त में दोपहर 12:01 से 12:55 तक
लग्न कन्या में प्रात: 7:10 बजे से सुबह 9:26 तक
चर लग्न तुला मे 9:26 से 11:44 तक
धनु द्विस्वभाव लग्न दोपहर 2:03 से 4:07 बजे तक
चर लगन मकर में शाम 4:08 बजे से 5:50 बजे तक के बीच में
*उपरोक्त में जिस मुहूर्त में सुविधा हो गणेश जी स्थापना कर लें*
👉🏻 *मूर्ति स्थापित करने की सही विधि-*
गणेश जी मूर्ति की स्थापना अपने घर के मंदिर में करें।
मूर्ति स्थापित करते वक्त गणपति गायत्री मंत्र उच्चारण करें।
परिवार के सभी सदस्य मिलकर भगवान गणेश की आरती करें और भगवान गणेश को मीठे पकवान से सुसज्जित भोजन की थाल चढ़ाएं।
गणेश जी की स्थापना के समय ही गणेश जी के स्थान के उलटे हाथ की तरफ जल से भरा हुआ कलश चावल या गेहूं के ऊपर स्थापित कर दें।
धूप व अगरबत्ती लगाएं। कलश के मुख पर मौली बांधें एवं आमपत्र के साथ एक नारियल उसके मुख पर रखें।
ध्यान रहे कि नारियल की जटाएं ऊपर की ओर ही रहे।
घी एवं चंदन को ताम्बे के कलश में नहीं रखना चाहिए।
गणेश जी के स्थान के सीधे हाथ की तरफ घी का दीपक एवं शंख और सुपारी रखें।
🙏🏻श्वेता, DIYA
उत्तर- *गणेश मूर्ति स्थापना करने का शुभ मुहूर्त- *
अमृत चौघड़िया में सुबह 6:10 से 7:44 तक
अभिजीत मुहूर्त में दोपहर 12:01 से 12:55 तक
लग्न कन्या में प्रात: 7:10 बजे से सुबह 9:26 तक
चर लग्न तुला मे 9:26 से 11:44 तक
धनु द्विस्वभाव लग्न दोपहर 2:03 से 4:07 बजे तक
चर लगन मकर में शाम 4:08 बजे से 5:50 बजे तक के बीच में
*उपरोक्त में जिस मुहूर्त में सुविधा हो गणेश जी स्थापना कर लें*
👉🏻 *मूर्ति स्थापित करने की सही विधि-*
गणेश जी मूर्ति की स्थापना अपने घर के मंदिर में करें।
मूर्ति स्थापित करते वक्त गणपति गायत्री मंत्र उच्चारण करें।
परिवार के सभी सदस्य मिलकर भगवान गणेश की आरती करें और भगवान गणेश को मीठे पकवान से सुसज्जित भोजन की थाल चढ़ाएं।
गणेश जी की स्थापना के समय ही गणेश जी के स्थान के उलटे हाथ की तरफ जल से भरा हुआ कलश चावल या गेहूं के ऊपर स्थापित कर दें।
धूप व अगरबत्ती लगाएं। कलश के मुख पर मौली बांधें एवं आमपत्र के साथ एक नारियल उसके मुख पर रखें।
ध्यान रहे कि नारियल की जटाएं ऊपर की ओर ही रहे।
घी एवं चंदन को ताम्बे के कलश में नहीं रखना चाहिए।
गणेश जी के स्थान के सीधे हाथ की तरफ घी का दीपक एवं शंख और सुपारी रखें।
🙏🏻श्वेता, DIYA
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