Saturday 24 October 2020

सात अटल सत्य जो जान ले तो जीवन धन्य हो जायेगा :-

 सात अटल सत्य जो जान ले तो जीवन धन्य हो जायेगा :-

1- सृष्टि के आरंभ की स्टोरी सभी धर्मों की जो भी हो, सत्य यह है कि सृष्टि का प्रारम्भ जैसे भी हुआ हो, सृष्टि का अंत मनुष्य की दुर्बुद्धि और स्वार्थ के कारण फैले प्रदूषण व जनसंख्या विस्फोट से ही होगा।

2- प्रत्येक धर्म के नाम पर बने सम्प्रदाय जहाँ यह बताया जाता हो कि वह दूसरे धर्म वाला व्यक्ति हेय व तुच्छ है तो जान लो वह धर्म-सम्प्रदाय झूठा है। क्योंकि जो भगवान(अल्लाह , गॉड इत्यादि जो भी कहो) वह मनुष्यों जैसा मूर्ख कतई नहीं है। जो प्रत्येक पशु पक्षी वृक्षो की हज़ारों प्रजातियां बना सकता है, यदि उसे मनुष्य को जाति-धर्म में विभक्त करना होता तो वह उन्हें अलग बना सकता था। अतः जो धर्म के नाम पर अलगाव करते हैं वह झूठे है। मनुष्य की एक ही जाति है - मनुष्य जाति, एक धर्म है मानवता।

3- जो स्वर्ग (जन्नत , हैवन इत्यादि) जाने का शॉर्टकट ढूढंते हैं उन्हें ही धर्म व्यापारी साधु (मौलवी, फ़ादर इत्यादि) के रूप में बेफकूफ बनाते हैं। 

4- स्वर्ग (जन्नत , हैवन इत्यादि) काल्पनिक है, भिखारी यदि धार्मिक बुक लिखेगा तो स्वर्ग (जन्नत , हैवन इत्यादि) के बारे में लिखते वक्त अच्छी अच्छी भोजन की वस्तु को लिखेगा। शराबी अपनी धार्मिक पुस्तक में स्वर्ग (जन्नत , हैवन इत्यादि) विभिन्न शराबों का उल्लेख करेगा। व्यभिचारी व काम भावना से ग्रसित की धार्मिक पुस्तक में अप्सराएं, हूरें, ब्यूटीफुल गर्ल्स का वर्णन होगा। रेगिस्तान के व्यक्ति की धार्मिक पुस्तक में स्वर्ग (जन्नत , हैवन इत्यादि) में ठंडक होगा, और ठंडे प्रदेशो के स्वर्ग (जन्नत , हैवन इत्यादि) में गर्मी होगी। साथ ही जिन लोगों के बीच धर्म का प्रचार करना है उनकी रुचियों को भी ध्यान रखते हुए उनके काल्पनिक सुख स्वर्ग (जन्नत , हैवन इत्यादि) में लिखे जाएंगे। तभी तो धंधा चलेगा।

5- यदि सही मानवता धर्म बता दिया गया कि देखो सभी मनुष्य जाति एक है। डॉक्टर की लैब में चार अलग धर्म के व्यक्ति के हाल के जन्मे बच्चे का रक्त परीक्षण व एक्सरे करके यह नहीं बताया जा सकता कि यह अमुक धर्म का बच्चा है। अतः नकली धार्मिक अलगाव जन्म के बाद मनुष्य करता है।

6- सूर्य, चंद्रमा, तारे, जल स्त्रोत, हवा प्रकृति इत्यादि साझा रिसोर्स हैं, इनका धार्मिक नामकरण से यह बदल नहीं जाते। इनकी कद्र नहीं की और मिलकर इनका संरक्षण नहीं किया तो सामूहिक मौत मरने हेतु तैयार हो जाओ।

7- मेरी उपरोक्त बातों को पढ़कर व सोफासेट पर बैठकर या बिस्तर पर लेकर लंबी गहरी श्वांस लेते हुए इस पर विचार करो। अपनी आती जाती श्वांस पर ध्यान केंद्रित करो और सोचो कि कैसे विनाश की ओर बढ़ती मानवजाति को सही दिशा दें। कैसे सामूहिक मौत मरने से दुनियां को बचाये। यदि हम सब साथ मिलकर प्रयास करे तो विश्वास मानिए सभी धर्म व्यापारी रास्ते पर आ जाएंगे। आतंकवाद मिट जाएगा। धरती पुनः हरी भरी हो जाएगी।

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