Tuesday 10 November 2020

प्रश्न - गंदी आदत कैसे छोड़े?

 प्रश्न - गंदी आदत कैसे छोड़े?

उत्तर - अच्छी हो या बुरी आदत उसके बनने में वक्त लगता है। 

सबसे पहले कहीं से प्रेरणा रूप में विचार मिलता है, फिर हम उसे दैनिक जीवन में अपनाते हैं। बार बार दोहराते हैं। फिर वह मष्तिष्क के ऑटो पायलट मोड (स्वतः संचालित प्रक्रिया) में चला जाता है। तब आदत बनती है।

उदाहरण - 

1- मम्मी ने पूजा करने को कहा, बार बार प्रेरित किया व हमने बार बार पूजा की, अब पूजन हमारी आदत बन गयी। बिना पूजा अच्छा नहीं लगता।

2- दोस्तों ने सिगरेट पीने को कहा, बार बार सिगरेट पीने को कहा, हमने बार बार पिया। अब सिगरेट पीना हमारी आदत बन गयी। बिना सिगरेट पिये अच्छा नहीं लगता।

आदत छुड़वाने के लिए - सबसे पहले उन लोगों की संगति छोड़नी पड़ेगी जो आपको उस आदत को याद दिलाते हैं।

स्वयं को बार बार प्रेरित करना होगा कि मैं यह आदत छोड़ना चाहता हूँ।

सङ्कल्प लेना होगा व मन को बार बार इस सङ्कल्प को याद दिलाना होगा कि मुझे यह आदत छोड़नी है। 

ध्यान व प्राणायाम द्वारा मन को मजबूती देनी होगी। अच्छे लोगों की संगति करनी होगी। अच्छे साहित्य पढ़ने होंगे। जो आदत छोड़नी है उसके विपरीत के विचारों की शशक्त विचार सेना मन में खड़ी करनी होगी।

जब तुम ठान लोगे, संकल्पित हो जाओगे। तो स्वतः आदत से मुक्ति पा जाओगे।

गंदी आदत छोड़ने के लिए उसे एक अच्छी आदत से बदल दीजिये। अन्यथा खाली स्पेस पुनः गंदी आदत को आकृष्ट करेगा।

उदाहरण - यदि दिन में 4 बार सिगरेट की तलब जब लगती है, ठीक उसी समय कुछ ऐसे अच्छे कार्य कीजिये कि आपका ध्यान डाइवर्ट हो जाये। स्वयं के ध्यान को दूसरी अच्छी आदत की ओर मोड़ दीजिये।

No comments:

Post a Comment

प्रश्न - रुद्र गायत्री मंत्र में *वक्राय* (vakraya) उच्चारण सही है या *वक्त्राय* (vaktraya) ?किसी भी देवताओं के गायत्री मंत्र में ' विद्यमहे’, ' धीमही’ और 'प्रचोदयात्’ का क्या अर्थ है?

 प्रश्न - रुद्र गायत्री मंत्र में *वक्राय* (vakraya) उच्चारण सही है या *वक्त्राय* (vaktraya) ?किसी भी देवताओं के गायत्री मंत्र में ' विद...