चेहरे का चैतन्य सौंदर्य एक जरूरत भी है, क्योंकि पुष्प भी सुंदर है क्योंकि वह खिलता है व आत्मिक सौंदर्य बिखेरता है।:-
चेहरे के चैतन्य सौंदर्य की तीन लेयर हैं:-
।- "स्थूल परत" -
सबसे पहले सुबह प्राणयाम करें व कुछ हल्के फुल्के व्यायाम कर लें।
नहाने से पूर्व पहले हल्के हाथों से नारियल के तेल से हल्की मालिश चेहरे की करें। फिर उसे धोकर
चेहरे पर शांतिकुंज फार्मेसी की मुल्तानी मिट्टी फेसपैक या अन्य कम्पनी की ले लें उसमें गुलाब जल या नॉर्मल पानी डालकर पेस्ट बनाकर लगा लें। सुख जाने पर अच्छी तरह धो लें। गीले चेहरे पर नॉर्मल फिटकरी जो कि बाज़ार में आसानी से उपलब्ध है उसे गीला कर हल्के हाथों से पूरे चेहरे पर घुमाएं। फिर चेहरे को अच्छे से धोकर नहा लें।
नहाने के बाद कोई भी अच्छा मॉइश्चराइजर चेहरे पर लगा लें। इससे चमकता निखरता चेहरा आपको मिलेगा।
।।- "मानसिक परत" - सुबह उठकर कुछ सकारात्मक वाक्य स्वयं के आत्मविश्वास को बढाने के लिए दर्पण देखकर बोलें:-
1- मैं संसार का महत्त्वपूर्ण व्यक्ति हूँ
2- आज का दिन शुभ है
3- मैं बेस्ट हूँ अपनी फील्ड का मास्टर हूँ
4- मैं वीर योद्धा हूँ हर चुनौती के लिए तैयार हूँ
5- आज मैं अपना सर्वश्रेष्ठ हर कार्य क्षेत्र में दूंगा
नित्य सोने से पूर्व अच्छी पुस्तको का स्वाध्याय करके सोएं।
।।। - "आध्यात्मिक परत" - उगते सूर्य का ध्यान करें, गायत्रीमंत्र जप करें व स्वयं को बुद्धिमान अनुभव करें।
कुछ ब्रह्म वाक्य दोहराएं
मैं शरीर नहीं हूँ, मैं मन भी नहीं हूँ, मैं शाश्वत चैतन्य आत्मा हूँ।
ईश्वर को बहुत बहुत आभार जो उन्होंने मुझे अच्छा शरीर उपहार में दिया, जो चल, बोल, सुन, देख, स्पर्श व सोच सकता है।
मुझे मानव शरीर देने केलिए धन्यवाद।
मैं उसी परमात्मा का अंश हूँ - सो$हम
तीनो लेयर पर कार्य करें और उत्साह उमंग से भरे चैतन्य सौंदर्य का आनन्द लें।
आपकी शुभाकांक्षी बहन
श्वेता चक्रवर्ती
भाई दूज की शुभकामनाएं
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