प्रश्न - मुझे एक्सीडेंट के बुरे सपने आते हैं, मैं क्या करूँ?
मुझे काफी दिनों से बहुत बुरे सपने आ रहे हैं, जैसे मेरे दोनों हाथ कट गए हैं, मैं छत से गिर गया हूँ, मेरा चेहरा जल गया, मैं मर गया हूँ आदि, तो मुझे क्या करना चाहिए?
उत्तर - पूर्वजन्म में आपकी मृत्यु किसी कार दुर्घटना में ब्लास्ट से हुई है या किसी प्रिय की ऐसी मृत्यु के आप साक्षी रहे हैं। अतः चित्त में जमी पूर्व स्मृतियां आपको बार बार स्वप्न में दिख रही हैं।
पहला उपाय - आप मनोचिकित्सक से कुछ शेषन करवा लें, वह मन की परतों से यह स्वप्न की जड़ को धूमिल करने में मदद करेंगे।
दूसरा उपाय - आप ब्रह्ममुहूर्त में या जब सोकर उठें और जब सोने जाएं। दो वक्त स्वयं के मानसिक उपचार हेतु निम्नलिखित प्रयोग करें:-
1- उगते सूर्य का ध्यान करें व भावना करें कि सूर्य की किरणें आप मन में चित्त में प्रवेश करके सभी अप्रिय यादों को जलाकर भष्म कर रही हैं। पुरानी पूर्वजन्म की यादें नष्ट हो गयी हैं।
2- सपने को पूरा विस्तार से कागज में लिखकर जलते हुए घी के दीपक की लौ में जलाकर नष्ट कर दें। भावना करें स्वप्न नष्ट हुआ।
3- ध्यान कीजिये, ध्यान में स्वयं के शरीर से बाहर निकलकर शरीर को देखिए। भावना कीजिये कि आप ने यह शरीर वस्त्र की तरह पहना हुआ है। आप शरीर नहीं है, आप मन नहीं है। आप तो शाश्वत अनन्त आत्मा है। उस परमात्मा का अंश हैं। आप सर्वशक्तिमान हैं।
4- लंबी गहरी श्वांस लेते हुए गायत्री का अजपा जप "सो$हम" जपिये। मन ही मन सांस लेते समय "सो" और छोड़ते हुए "हम" जपिये। वह शाश्वत सत्य परब्रह्म का अंश मैं हूँ अर्थात वह मैं हूँ।
5- एक बार दिन में हनुमान चालीसा हनुमानजी का ध्यान करते हुए कर लें।
6- अच्छी पुस्तक से अच्छे विचार पढंकर सोएं।
7- तलवों व नाभि में सरसों या नारियल का तेल लगाकर चैन से सोएं।
मनोचिकित्सक के पास जाना है या घर पर स्वयं का उपचार करना यह निर्णय आपको स्वयं लेंना होगा।
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