प्रश्न- चुनाव मे अपनी एक प्रतिनिधी बहन हार गई है, बहुत निराश हैं? उन्हें कैसे मोटिवेट करूँ?
उत्तर- उन्हें कहिए कि..
उस चीज का रोना या शोक मनाने की आवश्यकता नहीं जो दूसरे के हाथ में है...
हीरे की परख जौहरी करता है धोबी नहीं...
अतः निराश न होकर लोगो को अवेयर कीजिये व स्वयं को चुनने का महत्त्व समझाइये।
एक बार मे सफलता की चाह राजनीति मे नहीँ करनी चाहिए। ममता बनर्जी और जयललिता का राजनीतिक जीवन देखें, कितनी बार हारे मग़र टूटे नहीं। अंत मे बड़ी सफलता मिली।
यदि राजनीति जैसे कठिन पथ को चुना है तो बड़ी सफलता या असफलता से उत्साहित या विचलित न हो। लक्ष्य पर अडिग रहें व अनवरत प्रयत्नशील रहें।
सफलता या असफलता परिणाम है,
केवल प्रयत्न करना हमारा काम है,
प्रयत्न इतनी तल्लीनता व तन्मयता से करो कि,
वह तुम्हें राजनीति में कुशल बना दे,
राजनेताओं की जीवनी पढ़ो,
व उनके जीवन से प्रेरणा लो।
सफल व असफल दोनो का जीवन चरित्र पढ़ो,
जानो कि कोई सफल क्यों है व कोई असफल क्यों है?
💐श्वेता चक्रवर्ती
डिवाइन इंडिया यूथ असोसिएशन
Nice posr
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