सकल पदारथ है जग माहीं करमहीन नर पावत नाहीं..
जब हाथ सधे हो, होश में हो और बुद्धि हो तो आग एवं चाकू भोजन हेतु उपयोगी हैं। लेकिन हाथ सधे न हो, लापरवाही हो एवं बुद्धि न हो तो आग एवं चाकू अनुपयोगी एवं घातक हैं।
इसी तरह जब आपमें विवेक एवं पुरूषार्थ है तब आध्यात्म एवं ज्योतिष आपके जीवन मे उपयोगी हैं, यदि आप अविवेकी और अंधविश्वास युक्त हैं तब यह अध्यात्म एवं ज्योतिष आपके पैरों की बेड़ी है, अनुपयोगी है।
इस संसार में सब की उपयोगिता या अनुपयोगिता व्यक्ति के विवेक एवं पुरुषार्थ पर निर्भर करती है।
ज्योतिष एक गूढ़ आध्यात्मिक विज्ञान है, जिसका कुछ लोगो ने दुरुपयोग करके उसे बदनाम कर दिया है। ज्योतिष का यदि जिसे सही ज्ञान हो और उसे जनसेवा की भाव से करे तो वह लोगों की काफ़ी मदद कर सकता है।
जैसे मौसम विज्ञान की मदद से हम मौसम की जानकारी लेकर अपने जीवन मे उपयोग कर सकते हैं वैसे ही ज्योतिष के द्वारा जीवन के मौसम का विज्ञान जाकर उसका लाभ उठाया जा सकता है।
💐ज्योतिषाचार्य श्वेता चक्रवर्ती
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