प्रश्न - "अभिजीत मुहूर्त किसे कहते हैं?"
उत्तर- हिन्दू धर्म में किसी भी शुभ कार्य शुरू करने के लिए मुहूर्त ढूढ़ते हैं। प्रत्येक दिन अभिजीत मुहूर्त सर्वसिद्ध मुहूर्त होता है। मान्यताओं के मुताबिक हर दिन का कुछ समय अति शुभ माना गया है। इस समय कोई भी कार्य करने पर विजय प्राप्त होती है। आमतौर पर वर्ष के 365 दिन में 11.45 से 12.45 तक का समय अभिजीत मुहूर्त कह सकते हैं। प्रत्येक दिन का मध्य-भाग (अनुमान से 12 बजे) अभिजीत मुहूर्त कहलाता है, जो मध्य से पहले और बाद में 2 घड़ी अर्थात 48 मिनट का होता है। दिनमान के आधे समय को स्थानीय सूर्योदय के समय में जोड़ दें तो मध्य काल स्पष्ट हो जाता है। इसमें 24 मिनट घटाने और 24 मिनट जोड़ने पर अभिजीत का प्रारंभ काल और समाप्ति काल निकट आता है।
यह मुहूर्त प्रत्येक दिन के सूर्योदय के अनुसार परिवर्तित होता रहता है। अर्थात यदि सूर्योदय ठीक 6 बजे हो तो दोपहर 12 बजे से ठीक 24 मिनट पहले प्रारम्भ होकर यह दोपहर 12:24 पर समाप्त होगी। इस मुहूर्त को आठवां मुहूर्त भी कहा जाता है। अभिजीत मुहूर्त और अभिजीत नक्षत्र एक साथ पड़ जाएं तो अत्यंत ही शुभ माना जाता है।
नोट- प्रत्येक बुधवार को अभिजीत मुहूर्त और राहुकाल का लगभग समय एक सा होता है। अतः सलाह दी जाती है कि बुधवार के अभिजीत मुहूर्त का प्रयोग न करें।
अन्य सभी दिनों के लिए रवि,सोम, मङ्गल, गुरु, शुक्र और शनि के अभिजीत मुहूर्त को प्रयोग कर लें।
💐ज्योतिषाचार्य श्वेता चक्रवर्ती
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