बारिश की बूंदें,
आशिकों में रोमांस जगा देती हैं,
एक दूसरे के साथ में,
प्यार का अहसास जगा देती हैं...
वही बारिश की बूंदें,
ग़रीब को और ज्यादा रुला देती हैं,
टपकती छत और उड़ते खप्पर,
बेबसी का अहसास जगा देती हैं...
वही बारिश की बूंदें,
सन्तो को ध्यानस्थ बना देती है,
प्रत्येक बूंद और कण-कण में
ईश्वर के होने का अहसास जगा देती हैं...
वही बारिश की बूंदे,
किसान में खुशी की लहर दौड़ा देती है,
मिट्टी में पड़ती बूंदे,
फ़सल अच्छी होने का अहसास करा देती है...
वही बारिश की बूंदे,
कुम्हार को निराश कर देती हैं,
कच्चे मिट्टी के बर्तन न सूखेंगे,
यह अहसास करा देती हैं....
बूंदे तो वही हैं,
किंतु मनःस्थिति और स्थिति सबकी भिन्न है,
इसलिए सबके अनुभव भिन्न भिन्न है,
बूंदों की तरह यह दुनियां भी है,
मनःस्थिति और परिस्थिति अनुसार,
किसी को अच्छी और किसी बुरी लगती है।
मनःस्थिति बदलो और मन में साहस का संचार करो,
परिस्थिति को बदलने के लिए अपेक्षित पुरुषार्थ करो,
इस दुनियां को दोष मत दो,
खुद को बदलने की ओर ध्यान दो....
💐श्वेता चक्रवर्ती
गायत्री परिवार, गुड़गांव, हरियाणा, भारत
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