तुम संसार के सबसे महत्त्वपूर्ण व्यक्ति हो,
तुम्हारा जन्म संसार के लिए उपहार है,
तुम्हारे जन्म पर पूरा ब्रह्मांड खुश है,
तुम्हारे कर्मों से महकता संसार है...
ईश्वर ने तुम्हें बनाकर कोई भूल नहीं की है,
अपितु ईश्वर की तुम महत्त्वपूर्ण कृति हो,
तुम्हें बड़े नाज़ो से ईश्वर ने गढ़ा है,
ईश्वर ने तुम्हें अपना सहयोगी चुना है...
तुम्हारी मुस्कान से संसार में खुशियां आती हैं,
तुम्हारे अस्तित्व से दुनियां संवरती है,
तुम बहुत महत्त्वपूर्ण व्यक्ति हो,
बस ख़ुद की पहचान से अंजान हो...
थोड़ा ध्यान में बैठो,
लयबद्ध श्वांस से प्राणायाम करो,
गहरे चिंतन में डुबो,
मैं क्या हूँ? कौन हूँ? मेरे जीवन का उद्देश्य क्या है?
यह जानने का प्रयास करो..
💐श्वेता चक्रवर्ती
गायत्री परिवार दिल्ली NCR
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