प्रश्न - *How to start the spiritual journey ??? How do u know u are progressing on spiritual path ???*
*कोई व्यक्ति आध्यात्मिक यात्रा कैसे शुरू करे? और कैसे चेक करे क़ि वह सही पथ पर चल रहा है?*
😇🙏🏻 गुरुग्राम से दिल्ली जाने के कई मार्ग है, कई वाहन है। इसी तरह अध्यात्म की मन्ज़िल के कई मार्ग है, जो रास्ता यदि कोई विश्वनीय गुरु बताये उस मार्ग पर चलो या स्वयं Try करो Google करो। गायत्री मन्त्र जप रुपी GPS हमेशा पास रखो रास्ता Track करने में आसानी होगी।
अध्यात्म की यात्रा कभी भी किसी भी वक़्त किसी भी विधि से शुरू कर सकते हैं। किसी भी मार्ग(धर्म) और किसी भी वाहन(कर्मकाण्ड) के साथ कर सकते है। ईश्वर तक पहुंचना तय है यदि शुरुआत अच्छे मनोभाव से किया जाय। रोज प्रार्थना कीजिये अपने ईश्वर से क़ि हे ईश्वर - *हमें सद्बुद्धि दो, उज्जवल भविष्य दो, बलपूर्वक सन्मार्ग पर चला दो, हमसे सतकर्म करवा लो, हमें अपना युग परिवर्तन में निमित्त बना लो।*
💐💐💐💐💐💐
*धार्मिक होने और आध्यात्मिक होने में बहुत बड़ा फ़र्क है। इस अंतर् को समझें।*
उदाहरण -
😡👉🏻 *धार्मिक व्यक्ति किसी धर्म को चुनने के बाद घोषणा करता है* क़ि यही मार्ग(धर्म) और यही वाहन(कर्मकाण्ड) ईश्वर तक पहुंचा सकता है अतः अन्य मार्ग का त्याग कर दो। सब बेकार है।
😇👉🏻 *आध्यात्मिक व्यक्ति विनम्रता से कहता है* क़ि उस ईश्वर/परमात्मा के पास पहुंचने के अनेक मार्ग(धर्म) और वाहन(कर्मकाण्ड) हैं। हम एक मार्ग और वाहन का उपयोग कर रहे हैं, इसमें हमें सफ़लता मिली है। आप भी इसे Try कर सकते है। बिना वाहन(कर्मकाण्ड) के भी पैदल चल के भी उस तक पहुंचा जा सकता है। और यदि भक्तिभाव(उसके निमित्त बनके उसका काम किया) तो वह स्वयं भी तुमसे मिलने तुम तक आ जायेगा। वो तुम्हारे भीतर है, वो तो कण कण में है। तुम हृदय की गहराई और निर्मल भाव से पूर्ण समर्पण के साथ ईश्वर को पुकारो वो तुम्हे हर जीव वनस्पति में नज़र आयेगा।
😇😇😇मन की उलझन, व्यग्रता, बेवजह छोटी छोटी बातों में क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार समाप्त होना या उनमें कमी आने लगती है,यह बताता है क़ि हम अध्यात्म के सही रास्ते पर है। मन में उत्साह, चेहरे पर शांति होना, अध्यात्म पथ में आत्मा को एक प्रकार का सुकून, एक प्रकार की आत्म सन्तुष्टि मिलती रहती है। यदि वो निरन्तर मिल रही है इसका मतलब आप सही अध्यात्म पथ पर हैं।
🙏🏻श्वेता चक्रवर्ती
डिवाईन इंडिया यूथ एसोसिएशन
*कोई व्यक्ति आध्यात्मिक यात्रा कैसे शुरू करे? और कैसे चेक करे क़ि वह सही पथ पर चल रहा है?*
😇🙏🏻 गुरुग्राम से दिल्ली जाने के कई मार्ग है, कई वाहन है। इसी तरह अध्यात्म की मन्ज़िल के कई मार्ग है, जो रास्ता यदि कोई विश्वनीय गुरु बताये उस मार्ग पर चलो या स्वयं Try करो Google करो। गायत्री मन्त्र जप रुपी GPS हमेशा पास रखो रास्ता Track करने में आसानी होगी।
अध्यात्म की यात्रा कभी भी किसी भी वक़्त किसी भी विधि से शुरू कर सकते हैं। किसी भी मार्ग(धर्म) और किसी भी वाहन(कर्मकाण्ड) के साथ कर सकते है। ईश्वर तक पहुंचना तय है यदि शुरुआत अच्छे मनोभाव से किया जाय। रोज प्रार्थना कीजिये अपने ईश्वर से क़ि हे ईश्वर - *हमें सद्बुद्धि दो, उज्जवल भविष्य दो, बलपूर्वक सन्मार्ग पर चला दो, हमसे सतकर्म करवा लो, हमें अपना युग परिवर्तन में निमित्त बना लो।*
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*धार्मिक होने और आध्यात्मिक होने में बहुत बड़ा फ़र्क है। इस अंतर् को समझें।*
उदाहरण -
😡👉🏻 *धार्मिक व्यक्ति किसी धर्म को चुनने के बाद घोषणा करता है* क़ि यही मार्ग(धर्म) और यही वाहन(कर्मकाण्ड) ईश्वर तक पहुंचा सकता है अतः अन्य मार्ग का त्याग कर दो। सब बेकार है।
😇👉🏻 *आध्यात्मिक व्यक्ति विनम्रता से कहता है* क़ि उस ईश्वर/परमात्मा के पास पहुंचने के अनेक मार्ग(धर्म) और वाहन(कर्मकाण्ड) हैं। हम एक मार्ग और वाहन का उपयोग कर रहे हैं, इसमें हमें सफ़लता मिली है। आप भी इसे Try कर सकते है। बिना वाहन(कर्मकाण्ड) के भी पैदल चल के भी उस तक पहुंचा जा सकता है। और यदि भक्तिभाव(उसके निमित्त बनके उसका काम किया) तो वह स्वयं भी तुमसे मिलने तुम तक आ जायेगा। वो तुम्हारे भीतर है, वो तो कण कण में है। तुम हृदय की गहराई और निर्मल भाव से पूर्ण समर्पण के साथ ईश्वर को पुकारो वो तुम्हे हर जीव वनस्पति में नज़र आयेगा।
😇😇😇मन की उलझन, व्यग्रता, बेवजह छोटी छोटी बातों में क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार समाप्त होना या उनमें कमी आने लगती है,यह बताता है क़ि हम अध्यात्म के सही रास्ते पर है। मन में उत्साह, चेहरे पर शांति होना, अध्यात्म पथ में आत्मा को एक प्रकार का सुकून, एक प्रकार की आत्म सन्तुष्टि मिलती रहती है। यदि वो निरन्तर मिल रही है इसका मतलब आप सही अध्यात्म पथ पर हैं।
🙏🏻श्वेता चक्रवर्ती
डिवाईन इंडिया यूथ एसोसिएशन
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