[6/5, 10:26 AM] sweta awgp: *नादयोग रिमाइंडर - 6:00 PM से 6:15PM*
पंच तत्वों से शरीर बना है, आइए आज उनमें से एक तत्व जल का ध्यान करें।
नादयोग सुनते हुए अनुभव करें कि गहरे नीले आकाश के नीचे बैठे हैं और आपके ऊपर प्राण पर्जन्य की वर्षा रूपी जल गिर रहा है, बरस रहा है। स्वयं पर एक एक बूंद गिरती अनुभव करें, उसके शरीर का जल तत्व सन्तुलित और शक्ति सम्पन्न अनुभव करें।
[6/5, 10:31 AM] sweta awgp: *नादयोग रिमाइंडर - 6:00 PM से 6:15PM*
पंच तत्वों से शरीर बना है, आइए आज उनमें से एक तत्व वायु का ध्यान करें।
नादयोग सुनते हुए अनुभव करें कि नदी के किनारे गहरे नीले आकाश के नीचे बैठे हैं एक तरफ जंगल है और दूसरी तरफ नदी बह रही है और हिमालय से आती हुई शीतल हवा ढ़ेरों सुगन्धित वायु- प्राण पर्जन्य भरी वायु आपको स्पर्श कर रही है, आपके केश/बाल और कपड़े हवा से हिल रहे है। स्वयं पर हवा को प्रवेश करता हुआ अनुभव करें, वायु शरीर को वायु तत्व से सन्तुलित और शक्ति सम्पन्न और चार्ज होता हुआ अनुभव करें।
[6/5, 10:34 AM] sweta awgp: *नादयोग रिमाइंडर - 6:00 PM से 6:15PM*
पंच तत्वों से शरीर बना है, आइए आज उनमें से एक तत्व मिट्टी/पृथ्वी का ध्यान करें।
नादयोग सुनते हुए अनुभव करें कि नदी के किनारे गहरे नीले आकाश के नीचे बैठे हैं एक तरफ जंगल है और दूसरी तरफ नदी बह रही है और हिमालय से आती हुई शीतल हवा ढ़ेरों सुगन्धित वायु- प्राण पर्जन्य भरी वायु आपको स्पर्श कर रही है, वहीं नदी के जल से मिट्टी गीली हुई है। आप उस गीली मिट्टी से स्नान कर रहे है। आपके केश/बाल और समस्त शरीर पर मिट्टी का आवरण चढ़ गया है, आप अत्यंत शीतलता अनुभव कर रहे है। पृथ्वी से बने शरीर को पृथ्वी/मिट्टी तत्व से सन्तुलित और शक्ति सम्पन्न और चार्ज होता हुआ अनुभव करें।
[6/5, 10:36 AM] sweta awgp: *नादयोग रिमाइंडर - 6:00 PM से 6:15PM*
पंच तत्वों से शरीर बना है, आइए आज उनमें से एक तत्व आकाश का ध्यान करें।
नादयोग सुनते हुए अनुभव करें कि नदी के किनारे गहरे नीले आकाश के नीचे लेटे हैं एक तरफ जंगल है और दूसरी तरफ नदी बह रही है और हिमालय से आती हुई शीतल हवा ढ़ेरों सुगन्धित वायु- प्राण पर्जन्य भरी वायु आपको स्पर्श कर रही है, आपके केश/बाल और कपड़े हवा से हिल रहे है। स्वयं पर हवा को प्रवेश करता हुआ अनुभव करें, अचानक स्वयं को बादल से हल्का अनुभव करते हुए उड़ता महसूस करें। आकाश और स्वयं को आपस में स्पर्श करता हुआ , गुंथा हुआ अनुभव करें। आकाश शरीर को आकाश तत्व से सन्तुलित और शक्ति सम्पन्न और चार्ज होता हुआ अनुभव करें।
[6/5, 10:40 AM] sweta awgp: *नादयोग रिमाइंडर - 6:00 PM से 6:15PM*
पंच तत्वों से शरीर बना है, आइए आज उनमें से एक तत्व अग्नि का ध्यान करें।
नादयोग सुनते हुए अनुभव करें कि हज़ारो कुंडीय यज्ञ हिमालय में हो रहा है। आप पीले वस्त्र और गायत्री मंत्र दुप्पटा धारण कर यज्ञ कर रहे हैं। चारों ओर कर्णप्रिय वेद मंत्रों के गुंजार हो रहे हैं। फिर स्वयं को समिधा अनुभव कीजिये और यज्ञ में प्रवेश करता हुआ अनुभव करें, अब स्वयं को यज्ञ अनुभव करें। अग्नि शरीर को अग्नि तत्व से सन्तुलित और शक्ति सम्पन्न और चार्ज होता हुआ अनुभव करें। अब कल्पना कीजिये जिस प्रकार दौपदी और प्रदुम्न अग्नि से जन्मे थे, उसी प्रकार स्वयं अग्नि स्नान के बाद अग्नि से बाहर प्रकट होता हुआ अनुभव करें।
पंच तत्वों से शरीर बना है, आइए आज उनमें से एक तत्व जल का ध्यान करें।
नादयोग सुनते हुए अनुभव करें कि गहरे नीले आकाश के नीचे बैठे हैं और आपके ऊपर प्राण पर्जन्य की वर्षा रूपी जल गिर रहा है, बरस रहा है। स्वयं पर एक एक बूंद गिरती अनुभव करें, उसके शरीर का जल तत्व सन्तुलित और शक्ति सम्पन्न अनुभव करें।
[6/5, 10:31 AM] sweta awgp: *नादयोग रिमाइंडर - 6:00 PM से 6:15PM*
पंच तत्वों से शरीर बना है, आइए आज उनमें से एक तत्व वायु का ध्यान करें।
नादयोग सुनते हुए अनुभव करें कि नदी के किनारे गहरे नीले आकाश के नीचे बैठे हैं एक तरफ जंगल है और दूसरी तरफ नदी बह रही है और हिमालय से आती हुई शीतल हवा ढ़ेरों सुगन्धित वायु- प्राण पर्जन्य भरी वायु आपको स्पर्श कर रही है, आपके केश/बाल और कपड़े हवा से हिल रहे है। स्वयं पर हवा को प्रवेश करता हुआ अनुभव करें, वायु शरीर को वायु तत्व से सन्तुलित और शक्ति सम्पन्न और चार्ज होता हुआ अनुभव करें।
[6/5, 10:34 AM] sweta awgp: *नादयोग रिमाइंडर - 6:00 PM से 6:15PM*
पंच तत्वों से शरीर बना है, आइए आज उनमें से एक तत्व मिट्टी/पृथ्वी का ध्यान करें।
नादयोग सुनते हुए अनुभव करें कि नदी के किनारे गहरे नीले आकाश के नीचे बैठे हैं एक तरफ जंगल है और दूसरी तरफ नदी बह रही है और हिमालय से आती हुई शीतल हवा ढ़ेरों सुगन्धित वायु- प्राण पर्जन्य भरी वायु आपको स्पर्श कर रही है, वहीं नदी के जल से मिट्टी गीली हुई है। आप उस गीली मिट्टी से स्नान कर रहे है। आपके केश/बाल और समस्त शरीर पर मिट्टी का आवरण चढ़ गया है, आप अत्यंत शीतलता अनुभव कर रहे है। पृथ्वी से बने शरीर को पृथ्वी/मिट्टी तत्व से सन्तुलित और शक्ति सम्पन्न और चार्ज होता हुआ अनुभव करें।
[6/5, 10:36 AM] sweta awgp: *नादयोग रिमाइंडर - 6:00 PM से 6:15PM*
पंच तत्वों से शरीर बना है, आइए आज उनमें से एक तत्व आकाश का ध्यान करें।
नादयोग सुनते हुए अनुभव करें कि नदी के किनारे गहरे नीले आकाश के नीचे लेटे हैं एक तरफ जंगल है और दूसरी तरफ नदी बह रही है और हिमालय से आती हुई शीतल हवा ढ़ेरों सुगन्धित वायु- प्राण पर्जन्य भरी वायु आपको स्पर्श कर रही है, आपके केश/बाल और कपड़े हवा से हिल रहे है। स्वयं पर हवा को प्रवेश करता हुआ अनुभव करें, अचानक स्वयं को बादल से हल्का अनुभव करते हुए उड़ता महसूस करें। आकाश और स्वयं को आपस में स्पर्श करता हुआ , गुंथा हुआ अनुभव करें। आकाश शरीर को आकाश तत्व से सन्तुलित और शक्ति सम्पन्न और चार्ज होता हुआ अनुभव करें।
[6/5, 10:40 AM] sweta awgp: *नादयोग रिमाइंडर - 6:00 PM से 6:15PM*
पंच तत्वों से शरीर बना है, आइए आज उनमें से एक तत्व अग्नि का ध्यान करें।
नादयोग सुनते हुए अनुभव करें कि हज़ारो कुंडीय यज्ञ हिमालय में हो रहा है। आप पीले वस्त्र और गायत्री मंत्र दुप्पटा धारण कर यज्ञ कर रहे हैं। चारों ओर कर्णप्रिय वेद मंत्रों के गुंजार हो रहे हैं। फिर स्वयं को समिधा अनुभव कीजिये और यज्ञ में प्रवेश करता हुआ अनुभव करें, अब स्वयं को यज्ञ अनुभव करें। अग्नि शरीर को अग्नि तत्व से सन्तुलित और शक्ति सम्पन्न और चार्ज होता हुआ अनुभव करें। अब कल्पना कीजिये जिस प्रकार दौपदी और प्रदुम्न अग्नि से जन्मे थे, उसी प्रकार स्वयं अग्नि स्नान के बाद अग्नि से बाहर प्रकट होता हुआ अनुभव करें।
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