प्रश्न - *दीदी जी प्रणाम मेरा दोस्त हम से अपनी समस्या बताया है।*
*उसे किसी लड़की से प्रेम हो गया है। वे जब पढ़ने बैठता है , तब वह लड़की याद आ जाती है और पढ़ाई नही हो पाता है ।*
*इस समस्या से कैसे बाहर निकले अपने दोस्त को कृपया मार्गदर्शन करें।*
उत्तर - आत्मिय भाई, अपने मित्र को मेरी यह पोस्ट व्हाट्सएप कर दीजिए:-
प्रिय भाई, प्रेम करना कोई गुनाह नहीं है, बल्कि एक सुखद अनुभूति है। अतः प्रेम करने में कोई बुराई नहीं, तुम्हारी नई उम्र है लेकिन जो तुम कर रहे हो वो वास्तव में प्रेम है या नहीं, मैच्योर प्रेम है या टाइमपास इम्मैच्योर प्रेम है। इसकी चेकिंग जरूरी है:-
👉🏼 *इम्मैच्योर प्रेम*
1- एक होता है *Love in First Sight* , यह वास्तव में प्रेम नहीं अपितु शारिरिक आकर्षण होता है। स्त्री के शरीर से हुआ प्रेम बिना उसके व्यक्तित्व और गुणों को पहचाने करना एक मूर्खतापूर्ण कर्म होता है। ऐसे प्रेम *Breakup at First Fight* पर खत्म होते हैं। यह बचपना घर-परिवार-समाज सबके लिए विनाशकारी होता है। ऐसे प्रेम करने वाले लड़के *any how* प्रेमिका को पाना चाहते हैं, बिना आगे पीछे कुछ सोचे विचारे।
2- लड़की की यादों में खोए रहते हैं, वो यादे नहीं होती बल्कि कल्पना में फ़िल्म चल रही होती है, जिस फ़िल्म का निर्माता-निर्देशक-हीरो लड़का होता है, और लड़की उसके इशारों पर नाच रही होती है। वह स्वप्न संसार मे जीता रहता है, और वास्तविक दुनियाँ से दूर होता रहता है। यह इम्मैच्योर - कायर प्रेम है।
3- ऐसे लड़के लड़की को लेकर फ़िल्मी स्टाइल में भागने का प्लान बनाते रहते हैं। लव स्टोरी लिख रहे होते हैं। ये बेचारे सोचते है कि जैसे फ़िल्मो में हीरो हीरोइन प्यार के गीत गाते हैं, झोपड़ी बना के नाचते गाते हैं, ऐसा ये भी कर लेंगे। भूल जाते हैं वास्तविक दुनियां में सरकारी जमीन पर झोपड़ी नहीं बना सकते, पुलिस डंडा मारेगी। कोई किराने वाला बिन पैसे राशन नहीं देगा, बर्तन वाला भी बिन पैसे बर्तन नहीं देगा, गैस कनेक्शन भी झोपड़ी में नहीं मिलता। जंगल है नहीं तो फ़लफूल ख़ाकर और लकड़ी से चूल्हा जलाना मुश्किल है क्योंकि जंगलों में भी फारेस्ट ऑफिसर है। भूखे पेट और बिना घर के प्रेम कितने दिन टिकेगा। भोजन और घर के लिए जॉब चाहिए। जॉब के लिए पढ़ना पड़ेगा। हाँ अगर गुंडों को पता चला घर से भागकर लड़के लड़की आये है और बेरोजगार हैं, तो लड़के लडक़ी दोनों को माफिया में बेच देंगें। देहव्यापार और अपराध की दुनियां में धकेल देंगे।
👉🏼 *मैच्योर प्रेम*
1- स्त्री के गुणों, उसके व्यवहार और उसके सम्पूर्ण व्यक्तित्व से प्रेम, उसके भविष्य प्रति प्लान को जानकर प्रेम करना, ऐसा प्रेम स्थायी होता है। यहां विवेक काम करता है और मैच्योर प्रेम कहलाता है।
2- प्रेम करने वाला पुरुष पुरुषार्थी होता है, वो प्रेमिका के लिए सुखी भविष्य के निर्माण हेतु कठिन परिश्रम करके अपना कैरियर बनाता है। वो जानता है जिसे वो प्रेम करके पाना चाहता है उसके लिए भोजन, घर, और जीने के लिए सुख सुविधा का इंतज़ाम करना उसकी जिम्मेदारी है। अपने भविष्य में होने वाले बच्चे के लिये मजबूत आर्थिक आधार खड़ा करता है। प्यार अपने दम पर करता है।
3- पात्रता विकसित कर आत्मनिर्भर बनकर प्रेमी-प्रेमिका अपने घर वालो से बात करते हैं। यदि घर वाले नहीं मानते तो कोर्ट मैरिज करते हैं, जिससे उनके रिश्ते को कोई नाज़ायज़ न ठहरा सके।
🙏🏻 प्रेम की पूर्ति और प्रेमिका की प्राप्ति हेतु कठिन परिश्रम और पुरुषार्थ आवश्यक है,। पढ़ाई आवश्यक है, कैरियर निर्माण आवश्यक है। प्रेमिका का भी पढ़ा-लिखा आत्म निर्भर होना आवश्यक है। बच्चे यदि इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़ाओगे तो पैरेंट टीचर मीटिंग में मज़ाक उड़ेगा, बड़ी कॉरपोरेट पार्टी और ग्रुप पार्टी में स्वयं को अपमानित महसूस करेंगी।
सच्चा प्रेम तो और ज्यादा पढ़ने को प्रेरित करता है।
अतः सोते हुए या जागते हुए कल्पना में स्वप्न देखकर प्रेम मत करो, बल्कि पुरुषार्थी बनकर कठिन परिश्रम से कैरियर बनाओ और शान से प्रेमिका को सम्मानित जीवन दो। वह स्वयं को भाग्यशाली माने कि आप जैसा श्रेष्ठ व्यक्ति उसे जीवनसाथी के रूप में मिला।
🙏🏻👉🏼 शीघ्रता से अपने उज्ज्वल भविष्य बनाने और कैरियर में मदद करने वाली कुछ पुस्तकों की लिस्ट दे रही हूँ, इसे डाऊनलोड करके पढ़ लो। यह समस्त पुस्तक -http:// literature. awgp. org में मिल जाएंगी।
1- आगे बढ़ने की तैयारी
2- प्रबन्ध व्यवस्था एक विभूति एक कौशल
3- व्यवस्था बुद्धि की गरिमा
4- बुद्धि बढ़ाने की वैज्ञानिक विधि
5- अधिकतम अंक कैसे पाएं
6- दृष्टिकोण ठीक रखे
7- गृहस्थ में प्रवेश से पूर्व जिम्मेदारी समझें
15 मिनट गायत्री मंत्र जप और 15 मिनट नित्य उगते सूर्य का ध्यान करें।
अगर मन नहीं सम्हल रहा बुद्धि से, तो कुछ दिन छुट्टी लेकर युगतीर्थ शान्तिकुंज हरिद्वार चले जाओ और 9 दिन का नवसनजीवनी सत्र कर लो, तीर्थचेतना अतरिक्त आत्मबल प्रदान करती है, जिससे मन को नियंत्रित करना आसान हो जाता है।
🙏🏻श्वेता चक्रवर्ती
डिवाइन इंडिया यूथ असोसिएशन
*उसे किसी लड़की से प्रेम हो गया है। वे जब पढ़ने बैठता है , तब वह लड़की याद आ जाती है और पढ़ाई नही हो पाता है ।*
*इस समस्या से कैसे बाहर निकले अपने दोस्त को कृपया मार्गदर्शन करें।*
उत्तर - आत्मिय भाई, अपने मित्र को मेरी यह पोस्ट व्हाट्सएप कर दीजिए:-
प्रिय भाई, प्रेम करना कोई गुनाह नहीं है, बल्कि एक सुखद अनुभूति है। अतः प्रेम करने में कोई बुराई नहीं, तुम्हारी नई उम्र है लेकिन जो तुम कर रहे हो वो वास्तव में प्रेम है या नहीं, मैच्योर प्रेम है या टाइमपास इम्मैच्योर प्रेम है। इसकी चेकिंग जरूरी है:-
👉🏼 *इम्मैच्योर प्रेम*
1- एक होता है *Love in First Sight* , यह वास्तव में प्रेम नहीं अपितु शारिरिक आकर्षण होता है। स्त्री के शरीर से हुआ प्रेम बिना उसके व्यक्तित्व और गुणों को पहचाने करना एक मूर्खतापूर्ण कर्म होता है। ऐसे प्रेम *Breakup at First Fight* पर खत्म होते हैं। यह बचपना घर-परिवार-समाज सबके लिए विनाशकारी होता है। ऐसे प्रेम करने वाले लड़के *any how* प्रेमिका को पाना चाहते हैं, बिना आगे पीछे कुछ सोचे विचारे।
2- लड़की की यादों में खोए रहते हैं, वो यादे नहीं होती बल्कि कल्पना में फ़िल्म चल रही होती है, जिस फ़िल्म का निर्माता-निर्देशक-हीरो लड़का होता है, और लड़की उसके इशारों पर नाच रही होती है। वह स्वप्न संसार मे जीता रहता है, और वास्तविक दुनियाँ से दूर होता रहता है। यह इम्मैच्योर - कायर प्रेम है।
3- ऐसे लड़के लड़की को लेकर फ़िल्मी स्टाइल में भागने का प्लान बनाते रहते हैं। लव स्टोरी लिख रहे होते हैं। ये बेचारे सोचते है कि जैसे फ़िल्मो में हीरो हीरोइन प्यार के गीत गाते हैं, झोपड़ी बना के नाचते गाते हैं, ऐसा ये भी कर लेंगे। भूल जाते हैं वास्तविक दुनियां में सरकारी जमीन पर झोपड़ी नहीं बना सकते, पुलिस डंडा मारेगी। कोई किराने वाला बिन पैसे राशन नहीं देगा, बर्तन वाला भी बिन पैसे बर्तन नहीं देगा, गैस कनेक्शन भी झोपड़ी में नहीं मिलता। जंगल है नहीं तो फ़लफूल ख़ाकर और लकड़ी से चूल्हा जलाना मुश्किल है क्योंकि जंगलों में भी फारेस्ट ऑफिसर है। भूखे पेट और बिना घर के प्रेम कितने दिन टिकेगा। भोजन और घर के लिए जॉब चाहिए। जॉब के लिए पढ़ना पड़ेगा। हाँ अगर गुंडों को पता चला घर से भागकर लड़के लड़की आये है और बेरोजगार हैं, तो लड़के लडक़ी दोनों को माफिया में बेच देंगें। देहव्यापार और अपराध की दुनियां में धकेल देंगे।
👉🏼 *मैच्योर प्रेम*
1- स्त्री के गुणों, उसके व्यवहार और उसके सम्पूर्ण व्यक्तित्व से प्रेम, उसके भविष्य प्रति प्लान को जानकर प्रेम करना, ऐसा प्रेम स्थायी होता है। यहां विवेक काम करता है और मैच्योर प्रेम कहलाता है।
2- प्रेम करने वाला पुरुष पुरुषार्थी होता है, वो प्रेमिका के लिए सुखी भविष्य के निर्माण हेतु कठिन परिश्रम करके अपना कैरियर बनाता है। वो जानता है जिसे वो प्रेम करके पाना चाहता है उसके लिए भोजन, घर, और जीने के लिए सुख सुविधा का इंतज़ाम करना उसकी जिम्मेदारी है। अपने भविष्य में होने वाले बच्चे के लिये मजबूत आर्थिक आधार खड़ा करता है। प्यार अपने दम पर करता है।
3- पात्रता विकसित कर आत्मनिर्भर बनकर प्रेमी-प्रेमिका अपने घर वालो से बात करते हैं। यदि घर वाले नहीं मानते तो कोर्ट मैरिज करते हैं, जिससे उनके रिश्ते को कोई नाज़ायज़ न ठहरा सके।
🙏🏻 प्रेम की पूर्ति और प्रेमिका की प्राप्ति हेतु कठिन परिश्रम और पुरुषार्थ आवश्यक है,। पढ़ाई आवश्यक है, कैरियर निर्माण आवश्यक है। प्रेमिका का भी पढ़ा-लिखा आत्म निर्भर होना आवश्यक है। बच्चे यदि इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़ाओगे तो पैरेंट टीचर मीटिंग में मज़ाक उड़ेगा, बड़ी कॉरपोरेट पार्टी और ग्रुप पार्टी में स्वयं को अपमानित महसूस करेंगी।
सच्चा प्रेम तो और ज्यादा पढ़ने को प्रेरित करता है।
अतः सोते हुए या जागते हुए कल्पना में स्वप्न देखकर प्रेम मत करो, बल्कि पुरुषार्थी बनकर कठिन परिश्रम से कैरियर बनाओ और शान से प्रेमिका को सम्मानित जीवन दो। वह स्वयं को भाग्यशाली माने कि आप जैसा श्रेष्ठ व्यक्ति उसे जीवनसाथी के रूप में मिला।
🙏🏻👉🏼 शीघ्रता से अपने उज्ज्वल भविष्य बनाने और कैरियर में मदद करने वाली कुछ पुस्तकों की लिस्ट दे रही हूँ, इसे डाऊनलोड करके पढ़ लो। यह समस्त पुस्तक -http:// literature. awgp. org में मिल जाएंगी।
1- आगे बढ़ने की तैयारी
2- प्रबन्ध व्यवस्था एक विभूति एक कौशल
3- व्यवस्था बुद्धि की गरिमा
4- बुद्धि बढ़ाने की वैज्ञानिक विधि
5- अधिकतम अंक कैसे पाएं
6- दृष्टिकोण ठीक रखे
7- गृहस्थ में प्रवेश से पूर्व जिम्मेदारी समझें
15 मिनट गायत्री मंत्र जप और 15 मिनट नित्य उगते सूर्य का ध्यान करें।
अगर मन नहीं सम्हल रहा बुद्धि से, तो कुछ दिन छुट्टी लेकर युगतीर्थ शान्तिकुंज हरिद्वार चले जाओ और 9 दिन का नवसनजीवनी सत्र कर लो, तीर्थचेतना अतरिक्त आत्मबल प्रदान करती है, जिससे मन को नियंत्रित करना आसान हो जाता है।
🙏🏻श्वेता चक्रवर्ती
डिवाइन इंडिया यूथ असोसिएशन
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