प्रश्न - *ज्ञान मार्ग और भक्ति मार्ग में कौन सा सर्वश्रेष्ठ है? भगवान को ज्ञानी पसन्द है या भक्त?*
उत्तर - तुलसीदास जी ने उत्तरकाण्ड में लिखा है कि भगवान को ज्ञानी भक्त सबसे प्यारे हैं। ज्ञानी और भक्त में भक्त प्यारा है।
इसे एक कुकिंग के उदाहरण से समझिए :-
पिता के समक्ष होटल का परफेक्ट बना भोजन हो और घर उसकी बेटी ने उसके लिए प्यार से भक्तिपूर्वक बनाया भोजन रखा है, जिसमे रोटियां टेढ़ीमेढ़ी, जली हुई और सब्जी नॉर्मल है। पिता को क्या पसन्द आएगा? बेटी के हाथ का खाना राइट। क्योंकि वो बेटी का प्यार और भाव देखेगा। यदि भक्त भोला और अज्ञानी ही क्यों न हो भगवान को बहुत प्रिय होता है।
लेकिन पिता यह जरूर चाहेगा कि बेटी को परफेक्ट भोजन बनाने का ज्ञान और कुशलता हो। अतः जब पाक कला में कुशल बेटी भोजन को उतने ही प्यार और भक्ति भाव से बनाएगी तो पिता ज्यादा ख़ुश होगा। इसीलिए भगवान को ज्ञानी भक्त ज्यादा प्रिय हैं, क्योंकि भगवान भी भक्त को ज्ञानी और कुशल भी देखना चाहता है।
लेकिन केवल ज्ञानी कर्मकांडी जिसमें प्यार और भक्ति भाव का अभाव हो वो भगवान को प्रिय नहीं होते।
🙏🏻श्वेता, #DIYA
उत्तर - तुलसीदास जी ने उत्तरकाण्ड में लिखा है कि भगवान को ज्ञानी भक्त सबसे प्यारे हैं। ज्ञानी और भक्त में भक्त प्यारा है।
इसे एक कुकिंग के उदाहरण से समझिए :-
पिता के समक्ष होटल का परफेक्ट बना भोजन हो और घर उसकी बेटी ने उसके लिए प्यार से भक्तिपूर्वक बनाया भोजन रखा है, जिसमे रोटियां टेढ़ीमेढ़ी, जली हुई और सब्जी नॉर्मल है। पिता को क्या पसन्द आएगा? बेटी के हाथ का खाना राइट। क्योंकि वो बेटी का प्यार और भाव देखेगा। यदि भक्त भोला और अज्ञानी ही क्यों न हो भगवान को बहुत प्रिय होता है।
लेकिन पिता यह जरूर चाहेगा कि बेटी को परफेक्ट भोजन बनाने का ज्ञान और कुशलता हो। अतः जब पाक कला में कुशल बेटी भोजन को उतने ही प्यार और भक्ति भाव से बनाएगी तो पिता ज्यादा ख़ुश होगा। इसीलिए भगवान को ज्ञानी भक्त ज्यादा प्रिय हैं, क्योंकि भगवान भी भक्त को ज्ञानी और कुशल भी देखना चाहता है।
लेकिन केवल ज्ञानी कर्मकांडी जिसमें प्यार और भक्ति भाव का अभाव हो वो भगवान को प्रिय नहीं होते।
🙏🏻श्वेता, #DIYA
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