वैवाहिक जीवन में सुखी रहने के उपाय:-
1- बिन मांगें सलाह न दें
2- जीवनसाथी को प्रधानमंत्री की तरह महत्त्वपूर्ण माने, बिना तथ्य तर्क और प्रमाण के कोई भी प्रपोजल जीवनसाथी के समक्ष न ले जाएं।
3- जीवनसाथी एक मनुष्य है, उसका रिमोट कंट्रोल ढूंढने का प्रयास न करें। उसे नियंत्रित करने की कोशिश न करें।
4- आपने मनुष्य से शादी की है, तो उसमें देवी-देवताओं जैसे परफेक्ट गुण-स्वभाव-कर्म न तलाशें।
5- जीवनसाथी अन्तर्यामी परमात्मा नहीं है, जो आपकी भावनाओं को बिन बोले समझ लेगा। मनुष्य है अतः उसे बोलकर अपनी भावनाएं जताएं और समझाएं।
6- अपने जीवनसाथी की तुलना अन्य पुरुष/स्त्री से करने की भूल न करें।
7- जो मिला है उसी के साथ खुश रहें। लेन-देन प्रकृति का नियम है, समझौता विवाह की प्रथम शर्त है। यह याद रखें।
निम्नलिखित पुस्तकों का स्वाध्याय सुखी गृहस्थी के निर्माण में सहायक है:-
1- गृहस्थ में प्रवेश से पूर्व उसकी जिम्मेदारी समझें
2- गृहस्थ एक तपोवन
3- मित्रभाव बढाने की कला
4- भाव संवेदना गंगोत्री
5- प्रबन्ध व्यवस्था एक विभूति एक कौशल
6- व्यवस्था बुद्धि की गरिमा
7- जीवन जीने की कला
😊 श्वेता, DIYA
नोट:- उपरोक्त कंडीशन स्त्री और पुरूष दोनों पर अप्पलाई करती है।
1- बिन मांगें सलाह न दें
2- जीवनसाथी को प्रधानमंत्री की तरह महत्त्वपूर्ण माने, बिना तथ्य तर्क और प्रमाण के कोई भी प्रपोजल जीवनसाथी के समक्ष न ले जाएं।
3- जीवनसाथी एक मनुष्य है, उसका रिमोट कंट्रोल ढूंढने का प्रयास न करें। उसे नियंत्रित करने की कोशिश न करें।
4- आपने मनुष्य से शादी की है, तो उसमें देवी-देवताओं जैसे परफेक्ट गुण-स्वभाव-कर्म न तलाशें।
5- जीवनसाथी अन्तर्यामी परमात्मा नहीं है, जो आपकी भावनाओं को बिन बोले समझ लेगा। मनुष्य है अतः उसे बोलकर अपनी भावनाएं जताएं और समझाएं।
6- अपने जीवनसाथी की तुलना अन्य पुरुष/स्त्री से करने की भूल न करें।
7- जो मिला है उसी के साथ खुश रहें। लेन-देन प्रकृति का नियम है, समझौता विवाह की प्रथम शर्त है। यह याद रखें।
निम्नलिखित पुस्तकों का स्वाध्याय सुखी गृहस्थी के निर्माण में सहायक है:-
1- गृहस्थ में प्रवेश से पूर्व उसकी जिम्मेदारी समझें
2- गृहस्थ एक तपोवन
3- मित्रभाव बढाने की कला
4- भाव संवेदना गंगोत्री
5- प्रबन्ध व्यवस्था एक विभूति एक कौशल
6- व्यवस्था बुद्धि की गरिमा
7- जीवन जीने की कला
😊 श्वेता, DIYA
नोट:- उपरोक्त कंडीशन स्त्री और पुरूष दोनों पर अप्पलाई करती है।
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