Friday 3 May 2019

मानव प्रकृति समझें

😂😂😂 *मानव प्रकृति* 😂😂😂

यदि पूरे शहर में बिजली गुल हो, तो अपने घर मे बिजली न होने का दुःख कम होता है।

लेक़िन यदि केवल अपने घर में या बिल्डिंग बिजली न हो परेशानी ज्यादा होती है।

इसीतरह जिनलोगों को *पति-पत्नी की अनबन एक ग्लोबल समस्या है* यह पता हो, तो वो कम दुःखी होते है। लेक़िन जिनलोगों को लगता है केवल मेरे ही घर में अनबन है बाकी सब सुखी हैं तो उन्हें ज्यादा दुःख होते है।

यह ग्लोबल समस्या है कि *कोई किसी की नहीं सुनता*, वस्तुतः लोग वही सुनते हैं जो सुनना चाहते हैं। *सब अपनी ही सुनते हैं*।

समस्या का ग्लोबल चिंतन कीजिये और त्वरित राहत पाइए।

😂😂😂😂😂😂😂😂

एक विचार जो त्वरित दे राहत😇

🙏🏻श्वेता, DIYA

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