प्रश्न - *दी, वशीकरण होता है क्या? यदि किसी ने किसी पर वशीकरण किया हो तो उससे मुक्ति पाने का उपाय बताये।*
उत्तर- आत्मीय बहन,
*पहले तरह का वशीकरण तंत्र प्रयोग*- प्राचीन समय में अघोरी एवं तांत्रिक तंत्र प्रयोग से मनुष्य को वश में करके रोबोट जैसे कार्य लेते थे।
लेक़िन वर्तमान समय में न ऐसे सिद्ध तांत्रिक व अघोरी उपलब्ध नहीं हैं, यदि कोई तांत्रिक व अघोरी अपनी विद्या का दुरुपयोग करता है तो उसके कपाल के दो टुकड़े एक महीने के अंदर हो जाते हैं। अतः इसके दुरुपयोग से वो बचते हैं।
👉🏼 *दूसरे तरह का वशीकरण है प्रेम* - सच्चे प्रेम से किसी को भी वश में किया जा सकता है। इंसान तो इंसान साक्षात परमात्मा भी प्रेम के वश में हो जाता है।
👉🏼 *तीसरे तरह का वशीकरण है हिप्नोसिस* - इसमें किसी कुशल चिकित्सक या इस विद्या के ज्ञाता की मदद से किसी मनुष्य के दिमाग़ को वश में किया जाता है।
☝🏻👇🏻
उपरोक्त के अलावा अन्य कोई विधि से वशीकरण का दावा करने वाले झूठ व फ़रेब करते है। उनके दावे खोखले होते हैं कि अमुक खिला दो अमुक दिन तो सामने वाला वश में हो जाएगा, यह सब एक बकवास के अलावा कुछ नहीं है।
*कमज़ोर मानसिकता वाले या अच्छी पुस्तको का स्वाध्याय करके मनोबल न बढ़ाने वाले या नित्य गायत्री मंत्र न जपने वाले लोग इन मूर्खता पूर्ण बातों पर भरोसा कर लेते हैं कि अमुक ने वशीकरण किया है अमुक पर।*
वास्तव में गाँव के ओझा और गुनिया इन लोगों की मूर्खता का फ़ायदा उठाते हैं, झूठ मूठ का तंत्र मंन्त्र दिखा के इन्हें विश्वास दिलाते हैं कि वशीकरण हो गया या वशीकरण उन्होंने तोड़ दिया।
*वास्तव में ओझा और गुनिया ने कुछ परिवर्तन नहीं किया, परिवर्तन का कारण उस व्यक्ति के विश्वास से हुआ। जैसा हम विश्वास(belief) कर लेंगे वैसा सब कुछ कल्पना में, आसपास के साथ साथ शरीर मे भी घटने लगता है।*
🙏🏻 *भगवान के मंन्त्र जप से कृपा प्राप्ति हो या तंत्र प्रयोग का नुकसान सबकुछ का आधार विश्वास ही है।*
Belief System(दृढ़ विश्वास) play key role in your life.🙏🏻
👉🏼 *इसे सिद्ध करने के लिए मनोवैज्ञानिको की टीम ने एक प्रयोग किया।* उन्होंने एक कैदी जिसे मृत्युदंड मिला हुआ था उस पर प्रयोग किया। उसकी आँखों के सामने एक काले कोबरा नाग को लाया और उसे बताया कि इस नाग से तुम्हें कटवा के मारेंगे। हम यह प्रयोग तुम्हारी आँखों पर पट्टी बांध कर करेंगे जिससे हम यह पता लगा सकें कि सांप के काटने के कितने देर बाद एक मनुष्य की मृत्यु होती है। आठ दस मनोवैज्ञानिको की टीम थी। सपेरे और सांप को वापस भेज दिया।
*अब एक झूठ मूठ का नाटक शुरू हुआ। उस कैदी व्यक्ति की आंख पर पट्टी बांध दी। कमरे में नकली प्लास्टिक का सांप मंगवाया गया। उसके मुंह मे दो पिन लगाकर झूठ बोलते हुए कि सांप ने काट लिया सुई चुभोई। अब सब बारी बारी बोलने लगे जहर चढ़ रहा है, हाथ मे चढ़ गया, अब रक्त में घुल गया, हृदय तक पहुंच गया, शरीर काला पड़ रहा है, इस तरह यह सब सुनते सुनते उस कैदी व्यक्ति जिसकी आंख में पट्टी बंधी थी मर गया। जब पोस्ट मार्टम हुआ तो उसके अंदर काले कोबरे का जहर पाया गया और शरीर नीला था।*
मनोवैज्ञानिक ने बताया -- विचार अपने सदृश्य भावनाओं को जन्म देते हैं -- भावनाएं सदृश्य हार्मोन का स्राव करती हैं -- एक ही विचार कई बार सुनने पर उसकी स्मृति विश्वास में बदल जाती है -- शरीर मे वैसे ही रसायनिक परिवर्तन शुरू हो जाते हैं --- विश्वास के साथ किया विचार आसपास वैसे ही वातावरण को आकर्षित करने लगता है। उस कैदी ने सांप पर विश्वास किया, भय की भावना ने बुरे हार्मोन का स्राव किया, जहर उसी के शरीर ने उत्तपन्न कर दिया। और वह मर गया।
*अब निर्णय आपको करना है कि बुरे लोगों की संगति से---बुरे विचार सोचकर -- बुरी भावनाएं -- और बुरे हार्मोन का स्राव करके -- शरीर को ज़हर का रसायन उतपन्न करने का आदेश देना है...*
या
*स्वाध्याय सत्संग, गायत्री मंत्र जप व ध्यान द्वारा -- अच्छे विचार सोचकर -- अच्छी भावनाएं -- और अच्छे हार्मोन का स्राव करके -- शरीर को अमृत रसायन उतपन्न करने का आदेश देना है...*
*जैसा निर्णय लोगे व जिस पर विश्वास दृढ़ करोगे , वैसा सबकुछ आपके साथ घटेगा।*
अपनी प्रबल मानसिक शक्तियों से नए अच्छे विश्वास को जन्म देकर सभी प्रकार के वशीकरण के भ्रम से स्वयं को व परिवार को मुक्त कर सकते हो।
दृढ़पूर्वक विश्वास व सच्चे प्रेम से किये शशक्त विचारों से शरीर मे वह रसायन उतपन्न किया जा सकता है जो जिसे चाहे उसे वश में कर सकता है।
प्रबल मानसिक शक्ति के लिए नित्य कम से कम 10 माला गायत्री का जप, आधे घण्टे उगते सूर्य का ध्याम, नित्य अच्छी पुस्तको का स्वाध्याय जरूरी है।
भ्रम के मायाजाल से बाहर आने में निम्नलिखित पुस्तक 📖 *वशीकरण की सच्ची सिद्धि* आपकी मदद करेगा:-
http://literature.awgp.org/book/Vashikaran_Ki_Siddhi/v2.2
🙏🏻श्वेता चक्रवर्ती
डिवाइन इंडिया यूथ असोसिएशन
उत्तर- आत्मीय बहन,
*पहले तरह का वशीकरण तंत्र प्रयोग*- प्राचीन समय में अघोरी एवं तांत्रिक तंत्र प्रयोग से मनुष्य को वश में करके रोबोट जैसे कार्य लेते थे।
लेक़िन वर्तमान समय में न ऐसे सिद्ध तांत्रिक व अघोरी उपलब्ध नहीं हैं, यदि कोई तांत्रिक व अघोरी अपनी विद्या का दुरुपयोग करता है तो उसके कपाल के दो टुकड़े एक महीने के अंदर हो जाते हैं। अतः इसके दुरुपयोग से वो बचते हैं।
👉🏼 *दूसरे तरह का वशीकरण है प्रेम* - सच्चे प्रेम से किसी को भी वश में किया जा सकता है। इंसान तो इंसान साक्षात परमात्मा भी प्रेम के वश में हो जाता है।
👉🏼 *तीसरे तरह का वशीकरण है हिप्नोसिस* - इसमें किसी कुशल चिकित्सक या इस विद्या के ज्ञाता की मदद से किसी मनुष्य के दिमाग़ को वश में किया जाता है।
☝🏻👇🏻
उपरोक्त के अलावा अन्य कोई विधि से वशीकरण का दावा करने वाले झूठ व फ़रेब करते है। उनके दावे खोखले होते हैं कि अमुक खिला दो अमुक दिन तो सामने वाला वश में हो जाएगा, यह सब एक बकवास के अलावा कुछ नहीं है।
*कमज़ोर मानसिकता वाले या अच्छी पुस्तको का स्वाध्याय करके मनोबल न बढ़ाने वाले या नित्य गायत्री मंत्र न जपने वाले लोग इन मूर्खता पूर्ण बातों पर भरोसा कर लेते हैं कि अमुक ने वशीकरण किया है अमुक पर।*
वास्तव में गाँव के ओझा और गुनिया इन लोगों की मूर्खता का फ़ायदा उठाते हैं, झूठ मूठ का तंत्र मंन्त्र दिखा के इन्हें विश्वास दिलाते हैं कि वशीकरण हो गया या वशीकरण उन्होंने तोड़ दिया।
*वास्तव में ओझा और गुनिया ने कुछ परिवर्तन नहीं किया, परिवर्तन का कारण उस व्यक्ति के विश्वास से हुआ। जैसा हम विश्वास(belief) कर लेंगे वैसा सब कुछ कल्पना में, आसपास के साथ साथ शरीर मे भी घटने लगता है।*
🙏🏻 *भगवान के मंन्त्र जप से कृपा प्राप्ति हो या तंत्र प्रयोग का नुकसान सबकुछ का आधार विश्वास ही है।*
Belief System(दृढ़ विश्वास) play key role in your life.🙏🏻
👉🏼 *इसे सिद्ध करने के लिए मनोवैज्ञानिको की टीम ने एक प्रयोग किया।* उन्होंने एक कैदी जिसे मृत्युदंड मिला हुआ था उस पर प्रयोग किया। उसकी आँखों के सामने एक काले कोबरा नाग को लाया और उसे बताया कि इस नाग से तुम्हें कटवा के मारेंगे। हम यह प्रयोग तुम्हारी आँखों पर पट्टी बांध कर करेंगे जिससे हम यह पता लगा सकें कि सांप के काटने के कितने देर बाद एक मनुष्य की मृत्यु होती है। आठ दस मनोवैज्ञानिको की टीम थी। सपेरे और सांप को वापस भेज दिया।
*अब एक झूठ मूठ का नाटक शुरू हुआ। उस कैदी व्यक्ति की आंख पर पट्टी बांध दी। कमरे में नकली प्लास्टिक का सांप मंगवाया गया। उसके मुंह मे दो पिन लगाकर झूठ बोलते हुए कि सांप ने काट लिया सुई चुभोई। अब सब बारी बारी बोलने लगे जहर चढ़ रहा है, हाथ मे चढ़ गया, अब रक्त में घुल गया, हृदय तक पहुंच गया, शरीर काला पड़ रहा है, इस तरह यह सब सुनते सुनते उस कैदी व्यक्ति जिसकी आंख में पट्टी बंधी थी मर गया। जब पोस्ट मार्टम हुआ तो उसके अंदर काले कोबरे का जहर पाया गया और शरीर नीला था।*
मनोवैज्ञानिक ने बताया -- विचार अपने सदृश्य भावनाओं को जन्म देते हैं -- भावनाएं सदृश्य हार्मोन का स्राव करती हैं -- एक ही विचार कई बार सुनने पर उसकी स्मृति विश्वास में बदल जाती है -- शरीर मे वैसे ही रसायनिक परिवर्तन शुरू हो जाते हैं --- विश्वास के साथ किया विचार आसपास वैसे ही वातावरण को आकर्षित करने लगता है। उस कैदी ने सांप पर विश्वास किया, भय की भावना ने बुरे हार्मोन का स्राव किया, जहर उसी के शरीर ने उत्तपन्न कर दिया। और वह मर गया।
*अब निर्णय आपको करना है कि बुरे लोगों की संगति से---बुरे विचार सोचकर -- बुरी भावनाएं -- और बुरे हार्मोन का स्राव करके -- शरीर को ज़हर का रसायन उतपन्न करने का आदेश देना है...*
या
*स्वाध्याय सत्संग, गायत्री मंत्र जप व ध्यान द्वारा -- अच्छे विचार सोचकर -- अच्छी भावनाएं -- और अच्छे हार्मोन का स्राव करके -- शरीर को अमृत रसायन उतपन्न करने का आदेश देना है...*
*जैसा निर्णय लोगे व जिस पर विश्वास दृढ़ करोगे , वैसा सबकुछ आपके साथ घटेगा।*
अपनी प्रबल मानसिक शक्तियों से नए अच्छे विश्वास को जन्म देकर सभी प्रकार के वशीकरण के भ्रम से स्वयं को व परिवार को मुक्त कर सकते हो।
दृढ़पूर्वक विश्वास व सच्चे प्रेम से किये शशक्त विचारों से शरीर मे वह रसायन उतपन्न किया जा सकता है जो जिसे चाहे उसे वश में कर सकता है।
प्रबल मानसिक शक्ति के लिए नित्य कम से कम 10 माला गायत्री का जप, आधे घण्टे उगते सूर्य का ध्याम, नित्य अच्छी पुस्तको का स्वाध्याय जरूरी है।
भ्रम के मायाजाल से बाहर आने में निम्नलिखित पुस्तक 📖 *वशीकरण की सच्ची सिद्धि* आपकी मदद करेगा:-
http://literature.awgp.org/book/Vashikaran_Ki_Siddhi/v2.2
🙏🏻श्वेता चक्रवर्ती
डिवाइन इंडिया यूथ असोसिएशन
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