Tuesday 27 August 2019

विष्णु लोक दर्शन - *गर्भस्थ शिशु का निर्माण - एक मनोविज्ञान - गर्भ सम्वाद(भाग 2) (कुल 30 भाग हैं)*

*गर्भस्थ शिशु का निर्माण - एक मनोविज्ञान - गर्भ सम्वाद(भाग 2) (कुल 30 भाग हैं)*

आइये इसी में से दो शरीर- सूक्ष्म शरीर और कारण शरीर को माता किस प्रकार गर्भ सम्वाद के माध्यम से  आहार दे सकती है उसे समझते हैं:-

👉🏻 *गर्भ सम्वाद की पूर्व तैयारी*

शांत चित्त होकर सर्वप्रथम लम्बी व गहरी श्वांसों द्वारा प्राणाकर्षण प्राणायाम करें।

यह प्रक्रिया टहलते हुए, या आराम से बैठकर या लेटकर भी कर सकते हैं।

गर्मी का वक्त हो ठंडे जल का प्रयोग करें, और ठंडी का वक्त हो तो गुनगुने जल का प्रयोग करें। हाथ में कांच की ग्लास में जल लेकर 3 गायत्री मंत्र और 1 महामृत्युंजय मंत्र बोलते हुए उसे एकटक देखें, घर में यज्ञ भष्म हो तो एक चुटकी से भी कम उसमें मिला लें।  अभिमंत्रित जल पेट मे लगा लें और थोड़ा सा पी लें।

गर्भ पर प्यार से हाथ फेरे और निम्नलिखित बोलें

👉🏻 मेरे प्यारे बच्चे तुम्हारी माँ तुमसे बात करने आई है, मम्मा से बात करेगा मेरा बच्चा। हाँजी, ओके..

बताओ आप पेट मे कैसे हो? मम्मी पापा और घर मे सब आपको बहुत प्यार करते हैं, सब आपसे मिलने के लिए बेकरार हैं। क्योंकि तुम तो मेरे भीतर हो इसलिए तुम्हारी मम्मा तुमसे कभी भी मिल सकती है।

👉🏻 यदि पापा या दादी या बुआ को गर्भस्थ से बात करनी है तो  पेट पर हाथ रखकर प्यार से बोल सकते हैं।

👉🏻 *गर्भ सम्वाद-2*

📯 चलो बेटा आज तुम्हें हम बैकुंठ  लेकर चलते हैं, इसे विष्णुलोक भी कहते हैं। भावना करो कि एक दिव्य रथ में मम्मा और प्यारा मेरा बच्चा बादलों के बीच हवा में उड़ते हुए बैकुंठ पहुंचे। अरे देखो क्षीर सागर से बहती हुई ठंडी हवा हमें लग रही है, देखो मम्मा के बाल उड़ रहे हैं और प्यारे बेबी के भी। चलो थोड़ा सा जल हम अपने मुंह और बेबी के मुंह मे लगा लेते हैं। अरे यह तो कितना अमृत जैसा मीठा जल है, और हमारी पृथ्वी का समुद्र तो नमकीन एवं खारा होता है। देखो कितने सुंदर कमल के फूल, रंगबिरंगे फूल। चलो कुछ पुष्प भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी जी को चढाते हैं।

जानते हो, यह संसार में देवता और दावन दोनो मौजूद हैं, हमें आसुरी शक्ति से बचाने के लिए भगवान विष्णु एवं माता लक्ष्मी सतत सृष्टि के पालन पोषण व असुरता के निवारण में लगे रहते हैं। यह धरती पर भी धर्म स्थापना के लिए जन्म लेते हैं। इनके 24 अवतार हुए हैं, जिनमें श्रीराम व श्री सीता और श्रीकृष्ण व श्रीराधा बहुत लोकप्रिय हैं।

देखो, सामने जो क्षीरसागर में बड़े से पांच मुंह वाले शेषनाग हैं, यह जब भगवान अवतार लेते हैं तो यह भी उनके भाई रूप में जन्म लेते हैं, जैसे राम के साथ लक्ष्मण रूप में और कृष्ण के साथ बलराम रूप में जन्म लिया। क्षीर सागर में इन्हीं शेषनाग के शरीर से बनी नाग शय्या पर विष्णु भगवान माता लक्ष्मी के साथ रहते हैं,

तीन देव और तीन देवियां मिलकर सृष्टि को सम्हालते हैं। ब्रह्मा सृष्टि करते हैं, सरस्वती  बुद्धि शक्ति देती हैं। विष्णु पालन पोषण करते हैं और माता लक्ष्मी धन शक्ति देती हैं। भगवान भोलेनाथ असुरता का विध्वंस करते हैं, और माता शक्ति समस्त जग को बल की शक्ति देती हैं। वस्तुतः शिव-शक्ति, विष्णु-लक्ष्मी, ब्रह्मा-सरस्वती एक ही हैं।

चलो तुम जल डालो और मैं भगवान  के चरण धोती हूँ। सम्हाल के मेरे बच्चे धीरे धीरे जल डालो। ओह हो मेरे प्यारे बच्चे आपको तो भगवान विष्णु ने और माता लक्ष्मी ने गोद मे ले लिया, इतना प्यार दुलार दोनो से मिल रहा है। देखो तुम्हारे अंदर दिव्य शक्ति का प्राण संचार कर रहे हैं, तुम नीले नीले प्रकाश से भर उठे हो, देखो  मम्मा को भी भगवान विष्णु एव माता लक्ष्मी का प्यार आशीर्वाद मिल रहा है।

चलो बेटा पुष्प जो हम लाये थे भगवान को दो, मुंह खोलो क्षीर सागर जल का प्रसाद ग्रहण करो। हम भी पी लेते हैं।

देखो गर्भ में जिस जल में तुम हो वो भी क्षीर सागर ही है, गर्भ नाल से पोषण मिल रहा है। माता प्रकृति रूप में मुझमे ही विराजमान होकर तुम्हारा पालन पोषण कर रही हैं।

देखो जो सच्चिदानंद भगवान विष्णु हैं वही हम हैं, हम उन्हीं का अंश हैं। शेर का बच्चा शेर होता है न, तो सत चित आनन्द स्वरूप सच्चिदानंद भगवान विष्णु का अंश सत चित आनन्द स्वरूप ही होगा। तुम भगवान विष्णु के समान बुद्धिमान, शक्तिमान, ऐश्वर्यवान हो। तुम सर्वशक्तिमान हो। इसे याद रखना। जानते हो इसे याद रखने का मन्त्र क्या है?

*सच्चिदानंदो$हम* अर्थात जो सच्चिदानंद भगवान विष्णु है उसी का अंश मैं सत चित आनन्द स्वरूप हूँ। मैं वही हूँ।

चलो मम्मा के साथ 5 बार बोलो *सच्चिदानंदो$हम*

चलो प्रणाम करो और घर चलते हैं, अब तुम दोनों हाथ रगड़ो जैसे मम्मा रगड़ रही है। अब मम्मा पहले बच्चे को लगाएगी गर्भ में हाथ फेरिये। बेटे आप अपने मुंह मे लगाइए। अब मम्मा  अपने मुंह मे लगाएगी। शाबास अब आप आराम करो पेट में और मम्मा कुछ घर का काम कर लेती है।

क्रमशः....(अगली कड़ी - भाग 3 में)

🙏🏻श्वेता चक्रवर्ती
डिवाइन इंडिया यूथ असोसिएशन

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