Saturday, 17 August 2019

प्रश्न - *जानकारी,ज्ञान, विज्ञान, शिक्षा व विद्या का संक्षिप्त अंतर बताइये*

प्रश्न - *जानकारी,ज्ञान, विज्ञान,  शिक्षा व विद्या का संक्षिप्त अंतर बताइये*

उत्तर - आत्मीय भाई, इसे उदाहरण से समझिए:-

*जानकारी(Information)* - प्रकाश से अंधेरा दूर होता है। कुछ हो सकता है पर फोकस करता है।


*ज्ञान* - दीपक जलाने से अंधेरा दूर होता है, अंधेरे को जानता है, ज्ञान प्रकाश की महत्ता समझता है। ज्ञान प्रकाश के लिए जरूरी सामान व उपकरण को जानता है। ज्ञान क्या क्या सम्भव है पर फोकस करता है।

*विज्ञान* - ज्ञान जब विशेष और गहन से अध्ययन किया जाता है। दीपक जलाने के लिए घी, अग्नि, बाती व ऑक्सीज़न की जरूरत होगी।  विज्ञान कैसे पर फोकस ज्यादा करता है।

यहां आप विज्ञान को आधुनिक परिभाषा से केवल न समझें।

विज्ञान प्रयोगात्मक विशिष्ट ज्ञान को कहते हैं।
यह प्रयोग आंतरिक भावनात्मक आध्यात्मिक व बाह्य मशीनी दोनो उपकरण से सम्भव है।

*शिक्षा* - दीपक कैसे जलाया जाय और किन किन चीज़ों की जरूरत पड़ेगी। पात्र, घी, रुई, माचिस, ऑक्सीजन इत्यादि। माचिस में बारूद व घर्षण शक्ति लगेगी। शिक्षा में कब और कैसे सिखाया जाता है।

*विद्या* - दीपक को जलने के लिए आधार पात्र चाहिए। बिना पात्रता के दीपक ज्यादा देर न जल सकेगा। बाती अच्छे से बटी हुई होनी चाहिए संयम से ज्यादा देर तक जलेगी। बाती मोटी हुई तो घी जल्दी खत्म होगा, पतली हुई तो देर तक जलेगा। बाती की मोटाई इस बात पर निर्भर करेगी कि उसका उपयोग किस कार्य के लिए किया जा रहा है। पढ़ना है तो मोटी व उन्नत चाहिए, पूजन या साधारण प्रकाश के लिए पतली ठीक रहेगा। यह सब अनुभव जन्य जब विशेष गहन ज्ञान होता है तब वह विद्या कहलाता है। विद्या में क्या-क्यों-कब तक, कहाँ और कैसे उपयोग सिखाया जाता है।

🙏🏻 इसलिए "जानकारी" से "ज्ञान" श्रेष्ठ है, "ज्ञान" से "विज्ञान" श्रेष्ठ है, "विज्ञान" से "शिक्षा" श्रेष्ठ है क्योंकि व "विज्ञान" का उपयोग *क्या और कैसे*  सिखाती है। "शिक्षा" से "विद्या" श्रेष्ठ है क्योंकि वह *"ज्ञान-विज्ञान"* को *कब-कहाँ-कैसे और क्यों* उपयोग करना है दिशा धारा सहित अनुभवजन्य मार्गदर्शन करती है। "शिक्षा" का दुरुपयोग हो सकता है, "विद्या" का दुरुपयोग सम्भव नहीं है।

🙏🏻श्वेता चक्रवर्ती
डिवाइन इंडिया यूथ असोसिएशन

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