प्रश्न - *आंगनबाड़ी में गर्भोत्सव प्रशिक्षण का कार्यक्रम कैसे शुरू करें?मार्गदर्शन करें*
उत्तर - आत्मीय दी,
सर्वप्रथम आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व उनके प्रमुख से मिलने का वक्त लेकर उन्हें पॉवर पॉइंट प्रेसेंटेशन दिखाइए। साथ ही बताइए कि हमारे अखिलविश्व गायत्री परिवार, शान्तिकुंज, हरिद्वार के मार्गदर्शन में देश के विभिन्न हिस्सों में यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक चलाया जा रहा है। इस कार्यक्रम को पूर्व मेडिकल डायरेक्टर जनरल *डॉक्टर गायत्री शर्मा* द्वारा मार्गदर्शित किया जा रहा है। उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, गुजरात, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, महाराष्ट्र इत्यादि लगभग सभी राज्यों में आंगनबाड़ियों में यह कार्यक्रम चल रहे हैं, उनकी कुछ तस्वीरें न्यूज पेपर कटिंग की फोटो के साथ संलग्न हैं।
मध्यप्रदेश में अखिलविश्व गायत्री परिवार की *डॉक्टर अमिता सक्सेना के मार्गदर्शन में* सभी मेडिकल कॉलेज में इस पर रिसर्च चल रही है कि कैसे गर्भ में माता बच्चे में मनचाहा सँस्कार गढ़ सकती है व उसे आरोग्य प्रदान कर सकती है। इन्होंने अंतराष्ट्रीय मेडिकल कॉन्फ्रेंस में Ancient Wisdom & Present Womb Science और Epigenetic पर लेक्चर व रिसर्च प्रस्तुत की।
उत्तरप्रदेश में अखिलविश्व गायत्री परिवार की *डॉक्टर संगीता सारस्वत* ने कई मेडिकल कॉन्फ्रेंस में यह सिद्ध किया कि गर्भ सँस्कार के ज्ञान विज्ञान को समझकर गर्भिणी शिशु को शारीरिक, मानसिक व आध्यात्मिक रूप से कैसे स्वस्थ रख सकती है। इन्होंने सफ़लता पूर्वक कई गर्भोत्सव सँस्कार से जन्में बच्चों पर रिसर्च किया है।
इसी तरह हज़ारों डॉक्टर व मेडिकल फील्ड से जुड़े लोग इस ज्ञान विज्ञान से जन जन को उपलब्ध करवा रहे हैं। जो मेडिकल फील्ड के नहीं है उन्हें भी ट्रेनिंग देकर इसके प्रति अवेयरनेस जगाने के लिए *शान्तिकुंज हरिद्वार में प्रशिक्षित स्त्री, बालक व प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा ट्रेंनिग* दी जा रही है।
हम *गर्भ के ज्ञान विज्ञान की ट्रेनिंग - गर्भोत्सव सँस्कार* के माध्यम से आपकी आंगनबाड़ी में भी शुरू करने की अनुमति चाहते हैं। जिसमे विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानकों अनुसार शारीरिक, मानसिक, आध्यात्मिक व सामाजिक रूप से स्वस्थ सन्तान के जन्म को प्राचीन ऋषियों के ज्ञान व आधुनिक विज्ञान की मदद से सुनिश्चित किया जा सके। इस सम्बंध में एक पत्र भी उन्हें दें, व अनुमति उनसे ले लें।
👉🏻 जब अनुमति मिल जाये तो सप्ताह में किसी दिन आंगनवाड़ी के कार्यकर्ता सभी आसपास की गर्भिनियो व उनके परिजनों को एकत्र कर लें।
👉🏻 पॉवरपॉइंट प्रेजेंटेशन से गर्भ का ज्ञान विज्ञान समझाएं
👉🏻 गर्भिणी क्या क्या योग व्यायाम करें वह बताये
👉🏻 गर्भिणी का आहारक्रम क्या होगा यह बताये
👉🏻 गर्भिणी कौन कौन से आध्यात्मिक उपचार गर्भ के सन्तुलित मानसिक विकास के लिए करे जैसे जप थैरेपी, ध्यान, स्वाध्याय, गर्भ सम्वाद, संगीत थैरेपी इत्यादि
👉🏻 वीडियो चलाकर दिखाएं कि कैसे बच्चा गर्भ में सुनता है और रेस्पॉन्स देता है। कैसे सुख व दुख को गर्भ में ही महसूस कर सकता है इत्यादि इत्यादि
इस तरह किसी भी आंगनबाड़ी में *गर्भसंस्कार प्रशिक्षण* शुरू किया जा सकता है।
आपको पेन ड्राइव में शान्तिकुंज से समस्त डेटा गर्भ सँस्कार का मिला हुआ होगा ही। उसे प्रोजेक्टर या टीवी में चलाकर दिखा दें या लिंक उन्हें भेज दें वो लोग अपने अपने मोबाईल में देख लेंगे।
कुछ वीडियो क्लिप आप मोबाईल में भी भेज सकते हो।
🙏🏻श्वेता, DIYA
उत्तर - आत्मीय दी,
सर्वप्रथम आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व उनके प्रमुख से मिलने का वक्त लेकर उन्हें पॉवर पॉइंट प्रेसेंटेशन दिखाइए। साथ ही बताइए कि हमारे अखिलविश्व गायत्री परिवार, शान्तिकुंज, हरिद्वार के मार्गदर्शन में देश के विभिन्न हिस्सों में यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक चलाया जा रहा है। इस कार्यक्रम को पूर्व मेडिकल डायरेक्टर जनरल *डॉक्टर गायत्री शर्मा* द्वारा मार्गदर्शित किया जा रहा है। उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, गुजरात, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, महाराष्ट्र इत्यादि लगभग सभी राज्यों में आंगनबाड़ियों में यह कार्यक्रम चल रहे हैं, उनकी कुछ तस्वीरें न्यूज पेपर कटिंग की फोटो के साथ संलग्न हैं।
मध्यप्रदेश में अखिलविश्व गायत्री परिवार की *डॉक्टर अमिता सक्सेना के मार्गदर्शन में* सभी मेडिकल कॉलेज में इस पर रिसर्च चल रही है कि कैसे गर्भ में माता बच्चे में मनचाहा सँस्कार गढ़ सकती है व उसे आरोग्य प्रदान कर सकती है। इन्होंने अंतराष्ट्रीय मेडिकल कॉन्फ्रेंस में Ancient Wisdom & Present Womb Science और Epigenetic पर लेक्चर व रिसर्च प्रस्तुत की।
उत्तरप्रदेश में अखिलविश्व गायत्री परिवार की *डॉक्टर संगीता सारस्वत* ने कई मेडिकल कॉन्फ्रेंस में यह सिद्ध किया कि गर्भ सँस्कार के ज्ञान विज्ञान को समझकर गर्भिणी शिशु को शारीरिक, मानसिक व आध्यात्मिक रूप से कैसे स्वस्थ रख सकती है। इन्होंने सफ़लता पूर्वक कई गर्भोत्सव सँस्कार से जन्में बच्चों पर रिसर्च किया है।
इसी तरह हज़ारों डॉक्टर व मेडिकल फील्ड से जुड़े लोग इस ज्ञान विज्ञान से जन जन को उपलब्ध करवा रहे हैं। जो मेडिकल फील्ड के नहीं है उन्हें भी ट्रेनिंग देकर इसके प्रति अवेयरनेस जगाने के लिए *शान्तिकुंज हरिद्वार में प्रशिक्षित स्त्री, बालक व प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा ट्रेंनिग* दी जा रही है।
हम *गर्भ के ज्ञान विज्ञान की ट्रेनिंग - गर्भोत्सव सँस्कार* के माध्यम से आपकी आंगनबाड़ी में भी शुरू करने की अनुमति चाहते हैं। जिसमे विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानकों अनुसार शारीरिक, मानसिक, आध्यात्मिक व सामाजिक रूप से स्वस्थ सन्तान के जन्म को प्राचीन ऋषियों के ज्ञान व आधुनिक विज्ञान की मदद से सुनिश्चित किया जा सके। इस सम्बंध में एक पत्र भी उन्हें दें, व अनुमति उनसे ले लें।
👉🏻 जब अनुमति मिल जाये तो सप्ताह में किसी दिन आंगनवाड़ी के कार्यकर्ता सभी आसपास की गर्भिनियो व उनके परिजनों को एकत्र कर लें।
👉🏻 पॉवरपॉइंट प्रेजेंटेशन से गर्भ का ज्ञान विज्ञान समझाएं
👉🏻 गर्भिणी क्या क्या योग व्यायाम करें वह बताये
👉🏻 गर्भिणी का आहारक्रम क्या होगा यह बताये
👉🏻 गर्भिणी कौन कौन से आध्यात्मिक उपचार गर्भ के सन्तुलित मानसिक विकास के लिए करे जैसे जप थैरेपी, ध्यान, स्वाध्याय, गर्भ सम्वाद, संगीत थैरेपी इत्यादि
👉🏻 वीडियो चलाकर दिखाएं कि कैसे बच्चा गर्भ में सुनता है और रेस्पॉन्स देता है। कैसे सुख व दुख को गर्भ में ही महसूस कर सकता है इत्यादि इत्यादि
इस तरह किसी भी आंगनबाड़ी में *गर्भसंस्कार प्रशिक्षण* शुरू किया जा सकता है।
आपको पेन ड्राइव में शान्तिकुंज से समस्त डेटा गर्भ सँस्कार का मिला हुआ होगा ही। उसे प्रोजेक्टर या टीवी में चलाकर दिखा दें या लिंक उन्हें भेज दें वो लोग अपने अपने मोबाईल में देख लेंगे।
कुछ वीडियो क्लिप आप मोबाईल में भी भेज सकते हो।
🙏🏻श्वेता, DIYA
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