प्रश्न - *दी, मैं Symbiosis से BBA कर रही हूँ, मुझे नोट बनाकर लिख लिख कर पढ़ती हूँ। मेरे दोनो हाथों में बहुत दर्द होता है। डॉक्टरों का कहना है मुझे टेंडन इंफ्लेम हो गया और पेनकिलर दे दिए। सभी टेस्ट करा लिए। मैं सिविल सर्विसेज की भी नेक्स्ट ईयर तैयारी करूंगी। लेकिन हाथ दर्द को लेकर कैसे सम्भव होगा? मार्गदर्शन करें*
उत्तर- आत्मीय बेटी,
कम्पटीशन हाथ से नहीं दिमाग़ और आत्मशक्ति-इच्छाशक्ति से पास किया जाता है। अरुणिमा सिन्हा एक नकली पैर से जब एवरेस्ट फतह की तो लोगो ने पूंछा यह कैसे सम्भव हुआ? तो वह बोली पहाड़ आत्मशक्ति से चढ़ा जाता है पैरों से नहीं। अन्यथा सभी पैर वाले एवरेस्ट पर होते।
सोहंग स्वामी जिन्हें टाईगर बाबा बंगाल में कहते हैं, वो मुट्ठी के प्रहार से बाघों को जमीन में धूल चटा देते थे, उस समय राजा व पत्रकारों ने उनसे पूंछा तो वो बोले मैं बाघ को हाथ व शरीर बल से नहीं अपनी आत्मशक्ति-इच्छाशक्ति से गिराता हूँ।
अतः पुत्री अपनी इच्छाशक्ति-आत्मशक्ति बढ़ाने हेतु कम से कम 3 माला गायत्रीमन्त्र जप, उगते सूर्य का ध्यान और 11 रविवार व्रत करो। उगते सूर्य को जल चढ़ाओ। रोज सोमवार को माता तुलसी को प्रणाम करके तीन तुलसी पत्र रोग उपचार के लिए खाओ।
नित्य 3 गायत्रीमंत्र, 1 महामृत्युंजय मंत्र और एक चुटकी से भी कम यज्ञ भष्म मिलाकर अभिमंत्रित जल हाथों में लगाओ और थोड़ा पी भी लो।
नित्य खाली पेट एक कली देशी लहसन बारीक ऐसा काटो जिसे सुबह गुनगुने गर्म पानी मे एक चुटकी सेंधा नमक मिलाकर दवा की तरह गटक सको। चबाना नहीं अन्यथा मुंह से दुर्गंध आएगी, इसीलिए दवा की गोली की तरह गटक लो।
दिन में एक बार सरसों के दो दाने बराबर चूना दाल के पानी या साधारण पानी मे डाइल्यूट करके पी लो।
रात को गुनगुने दूध में हल्दी मिलाकर पीकर सो जाओ।
सन्तुलित आहार और अच्छे विचार ग्रहण करो। जब भी दिन में माला जपो, जप के बाद हथेली रगड़कर गायत्रीमंत्र जपते हुए दोनों हाथों में जहां जहां दर्द हैं प्राण संचार करो। भावना करो हाथों में दिव्य शक्ति जागृत हो रही है।
*हाथ के दर्द के लिए कुछ प्राकृतिक उपचार भी अपनाओ जो अपना सको :*
हाथ के दर्द के इलाज के लिए कई प्राकृतिक तरीके मौजूद हैं। इन्हें ठीक करने के लिए पेन किलर जैसी दवा खाने की जरूरत नहीं पड़ती है। वास्तव में ऐसे कई प्राकृतिक उपचार हैं जिनसे काफी लाभ होता है।
👉🏻 *ब्रेसिंग या स्पिलिंटिंग :*
ब्रेस या स्पलिंट पहनकर आप कुछ ही देर में हाथ के दर्द से छुटकारा पा सकते हैं। हालांकि यह इस पर भी निर्भर करता है कि आपके हाथ में किस तरह का दर्द है। यह चोट लगे हिस्से को ठीक करता है और घाव या दर्द बढ़ने से रोकता है। यह सूजन को भी कम करने में मदद करता है।
जैसे छोटा और हल्का ट्रिगर थंब ब्रेस पहनने से यह आपके अंगूठे और उंगलियों को सीधा रखता है और उन्हें दोबारा लॉक नहीं होने देता है। ठीक उसी तरह कार्पल टनल ब्रेस नर्व के दबाव को कम कर पूरी कलाई और हाथ के निचले हिस्से को खींचता है और दर्द से राहत देता है।
👉🏻 *आइस थेरेपी:*
सूजे हुए टेंडन, ज्वाइंट या मसल्स पर आइस पैक रखने से यह उस हिस्से को अस्थायी रूप से सुन्न ही नहीं करता बल्कि ब्लड वेसल्स को भी संकुचित कर देता है जिससे सूजन कम होता है और दर्द से राहत मिलता है।
बर्फ हटा लेने पर ब्लड वापस आ जाता है और खराब बाइप्रोडक्ट और विषाक्त पदार्थ बाहर निकलने लगते हैं और ये हाथ और ज्वाइंट के कमजोर टिश्यू को जरूरी पोषक तत्व प्रदान करते हैं जिससे धीरे-धीरे दर्द से राहत मिलने लगती है।
👉🏻 *मलहम :*
विशेषरूप से आर्थराइटिस के दर्द के लिए क्रीम, जेल, मलहम आदि लगाने से यह एनाल्जेसिक प्रभाव उत्पन्न करता है और दर्द से राहत देता है। कभी-कभी प्राकृतिक पौधों से बनी सामग्री जैसै ऑर्निका, मेंथॉल और कैप्सैसिन लगाने से यह ज्वाइंट और मसल्स के दर्द से राहत देता है। लेकिन यह दर्द से लंबे समय तक राहत नहीं देता। आइस थेरेपी और स्पलिंटिंग के साथ अगर इनका उपयोग किया जाए तो ये ज्यादा प्रभावी होते हैं।
👉🏻 *मसाज :*
मसाज करने से पीठ से पैर और पैर से गर्दन सहित पूरे शरीर पर दबाव पड़ता है और राहत महसूस होती है। इसी प्रकार हाथ से मसाज करने पर आपको दर्द से राहत औऱ काफी आराम मिलता है।
हाथ के ज्वाइंट और मसल्स की मालिश करने से ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है और जोड़ों की जकड़न और टेंडन के दर्द को कम करता है। आइस थेरेपी के जरिए हैंड मसाज करने से ओस्टियोआर्थराइटिस से संबंधित समस्या दूर हो जाती है।
👉🏻 *एक्सरसाइज व योग व्यायाम:*
हाथ और पैरों के अलावा अपनी उंगलियों को भी फैलाने की एक्सरसाइज करें। यह हाथ और उंगलियां के अलावा कमजोर टिश्यू और हाथ के टेंडन को भी मजबूत बनाता है। इसके अलावा स्टिफ ज्वाइंट और मसल को लंबा और ढीला बनाता है। मजबूत हाथों का मतलब है कि अगर आपके हाथ में हल्की चोट भी लगी हो तो आप किसी वस्तु को आसानी से पकड़, उठा, संभाल और छोड़ सकें।
हाथों के लिए मणिबन्ध योग:-
https://youtu.be/RHp0Ek57g6M
🙏🏻श्वेता चक्रवर्ती
डिवाइन इंडिया यूथ असोसिएशन
उत्तर- आत्मीय बेटी,
कम्पटीशन हाथ से नहीं दिमाग़ और आत्मशक्ति-इच्छाशक्ति से पास किया जाता है। अरुणिमा सिन्हा एक नकली पैर से जब एवरेस्ट फतह की तो लोगो ने पूंछा यह कैसे सम्भव हुआ? तो वह बोली पहाड़ आत्मशक्ति से चढ़ा जाता है पैरों से नहीं। अन्यथा सभी पैर वाले एवरेस्ट पर होते।
सोहंग स्वामी जिन्हें टाईगर बाबा बंगाल में कहते हैं, वो मुट्ठी के प्रहार से बाघों को जमीन में धूल चटा देते थे, उस समय राजा व पत्रकारों ने उनसे पूंछा तो वो बोले मैं बाघ को हाथ व शरीर बल से नहीं अपनी आत्मशक्ति-इच्छाशक्ति से गिराता हूँ।
अतः पुत्री अपनी इच्छाशक्ति-आत्मशक्ति बढ़ाने हेतु कम से कम 3 माला गायत्रीमन्त्र जप, उगते सूर्य का ध्यान और 11 रविवार व्रत करो। उगते सूर्य को जल चढ़ाओ। रोज सोमवार को माता तुलसी को प्रणाम करके तीन तुलसी पत्र रोग उपचार के लिए खाओ।
नित्य 3 गायत्रीमंत्र, 1 महामृत्युंजय मंत्र और एक चुटकी से भी कम यज्ञ भष्म मिलाकर अभिमंत्रित जल हाथों में लगाओ और थोड़ा पी भी लो।
नित्य खाली पेट एक कली देशी लहसन बारीक ऐसा काटो जिसे सुबह गुनगुने गर्म पानी मे एक चुटकी सेंधा नमक मिलाकर दवा की तरह गटक सको। चबाना नहीं अन्यथा मुंह से दुर्गंध आएगी, इसीलिए दवा की गोली की तरह गटक लो।
दिन में एक बार सरसों के दो दाने बराबर चूना दाल के पानी या साधारण पानी मे डाइल्यूट करके पी लो।
रात को गुनगुने दूध में हल्दी मिलाकर पीकर सो जाओ।
सन्तुलित आहार और अच्छे विचार ग्रहण करो। जब भी दिन में माला जपो, जप के बाद हथेली रगड़कर गायत्रीमंत्र जपते हुए दोनों हाथों में जहां जहां दर्द हैं प्राण संचार करो। भावना करो हाथों में दिव्य शक्ति जागृत हो रही है।
*हाथ के दर्द के लिए कुछ प्राकृतिक उपचार भी अपनाओ जो अपना सको :*
हाथ के दर्द के इलाज के लिए कई प्राकृतिक तरीके मौजूद हैं। इन्हें ठीक करने के लिए पेन किलर जैसी दवा खाने की जरूरत नहीं पड़ती है। वास्तव में ऐसे कई प्राकृतिक उपचार हैं जिनसे काफी लाभ होता है।
👉🏻 *ब्रेसिंग या स्पिलिंटिंग :*
ब्रेस या स्पलिंट पहनकर आप कुछ ही देर में हाथ के दर्द से छुटकारा पा सकते हैं। हालांकि यह इस पर भी निर्भर करता है कि आपके हाथ में किस तरह का दर्द है। यह चोट लगे हिस्से को ठीक करता है और घाव या दर्द बढ़ने से रोकता है। यह सूजन को भी कम करने में मदद करता है।
जैसे छोटा और हल्का ट्रिगर थंब ब्रेस पहनने से यह आपके अंगूठे और उंगलियों को सीधा रखता है और उन्हें दोबारा लॉक नहीं होने देता है। ठीक उसी तरह कार्पल टनल ब्रेस नर्व के दबाव को कम कर पूरी कलाई और हाथ के निचले हिस्से को खींचता है और दर्द से राहत देता है।
👉🏻 *आइस थेरेपी:*
सूजे हुए टेंडन, ज्वाइंट या मसल्स पर आइस पैक रखने से यह उस हिस्से को अस्थायी रूप से सुन्न ही नहीं करता बल्कि ब्लड वेसल्स को भी संकुचित कर देता है जिससे सूजन कम होता है और दर्द से राहत मिलता है।
बर्फ हटा लेने पर ब्लड वापस आ जाता है और खराब बाइप्रोडक्ट और विषाक्त पदार्थ बाहर निकलने लगते हैं और ये हाथ और ज्वाइंट के कमजोर टिश्यू को जरूरी पोषक तत्व प्रदान करते हैं जिससे धीरे-धीरे दर्द से राहत मिलने लगती है।
👉🏻 *मलहम :*
विशेषरूप से आर्थराइटिस के दर्द के लिए क्रीम, जेल, मलहम आदि लगाने से यह एनाल्जेसिक प्रभाव उत्पन्न करता है और दर्द से राहत देता है। कभी-कभी प्राकृतिक पौधों से बनी सामग्री जैसै ऑर्निका, मेंथॉल और कैप्सैसिन लगाने से यह ज्वाइंट और मसल्स के दर्द से राहत देता है। लेकिन यह दर्द से लंबे समय तक राहत नहीं देता। आइस थेरेपी और स्पलिंटिंग के साथ अगर इनका उपयोग किया जाए तो ये ज्यादा प्रभावी होते हैं।
👉🏻 *मसाज :*
मसाज करने से पीठ से पैर और पैर से गर्दन सहित पूरे शरीर पर दबाव पड़ता है और राहत महसूस होती है। इसी प्रकार हाथ से मसाज करने पर आपको दर्द से राहत औऱ काफी आराम मिलता है।
हाथ के ज्वाइंट और मसल्स की मालिश करने से ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है और जोड़ों की जकड़न और टेंडन के दर्द को कम करता है। आइस थेरेपी के जरिए हैंड मसाज करने से ओस्टियोआर्थराइटिस से संबंधित समस्या दूर हो जाती है।
👉🏻 *एक्सरसाइज व योग व्यायाम:*
हाथ और पैरों के अलावा अपनी उंगलियों को भी फैलाने की एक्सरसाइज करें। यह हाथ और उंगलियां के अलावा कमजोर टिश्यू और हाथ के टेंडन को भी मजबूत बनाता है। इसके अलावा स्टिफ ज्वाइंट और मसल को लंबा और ढीला बनाता है। मजबूत हाथों का मतलब है कि अगर आपके हाथ में हल्की चोट भी लगी हो तो आप किसी वस्तु को आसानी से पकड़, उठा, संभाल और छोड़ सकें।
हाथों के लिए मणिबन्ध योग:-
https://youtu.be/RHp0Ek57g6M
🙏🏻श्वेता चक्रवर्ती
डिवाइन इंडिया यूथ असोसिएशन
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