*पांच दिन दीपावली उत्सव (धनतेरस, रुपचतुर्दशी, दीपावली, भैया दूज, गोबर्धन पूजन)*
👉🏻प्रथम दिन - *धनतेरस पूजा व दीपदान मुहूर्त*- 25 अक्टूबर 2019, शुक्रवार
*धनतेरस मुहूर्त* : 19:10:19 से 20:15:35 तक
*अवधि* : 1 घंटे 5 मिनट
*प्रदोष काल* :17:42:20 से 20:15:35 तक
*वृषभ काल* :18:51:57 से 20:47:47 तक
दीपावली से दो दिन पूर्व धनतेरस होता है। इस वर्ष कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी तिथि 25 अक्टूबर को दिन में 04:32 PM से प्रारंभ हो रही है, जो अगले दिन 26 अक्टूबर को दिन में 02:08 PM तक रहेगी। ऐसे में धनतेरस 25 अक्टूबर को होगा।
धनतेरस पर खरीदारी का मुहूर्त 04:32 PM से रात्रि तक है। आप चाहें तो 26 अक्टूबर को 02:08 PM तक धनतेरस की खरीदारी कर सकते हैं।
धनतेरस में शाम की पूजा का महत्त्व है।
👉🏻 द्वितीय दिन - *रुप चतुर्दशी/नरक चौदस* 26 एवं 27 अक्टूबर
*अभ्यंग स्नान समय (27 अक्टूबर)* : 05:15:59 से 06:29:14 तक
*अवधि* : 1 घंटे 13 मिनट
कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी के दिन चंद्र उदय या अरुणोदय (सूर्य उदय से सामान्यत: 1 घंटे 36 मिनट पहले का समय) होने पर नरक चतुर्दशी मनाई जाती है। हालांकि अरुणोदय पर चतुर्दशी मनाने का विधान सबसे ज्यादा प्रचलित है।
चतुर्दशी तिथि 26 अक्टूबर दोपहर से 27 अक्टूबर 12:25:25 तक है।
सूर्योदय चतुर्दशी तिथि में 27 अक्टूबर रविवार को होगा।
मान्यता है कि कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी ( Naraka Chaturdashi 2019 date ) के दिन ब्रह्ममुहूर्त में तिल(तिल्ली) के तेल लगाकर स्नान करने से नरक से मुक्ति मिलती है। वहीं इस दिन शाम को दीपदान की प्रथा है, जिसे यमराज के लिए किया जाता है।
अतः चतुर्दशी का दीपदान 26 अक्टुबर को करें और सुबह वाला तिल का तेल लगाकर सूर्योदय पूर्व स्नान 27 अक्टूबर रविवार को करें।
👉🏻तृतीय दिन - *मुख्य दीपावली पूजन*
*लक्ष्मी पूजा मुहूर्त्त* : 18:44:04 से 20:14:27 तक
*अवधि* : 1 घंटे 30 मिनट
*प्रदोष काल* :17:40:34 से 20:14:27 तक
*वृषभ काल* :18:44:04 से 20:39:54 तक
*दिवाली महानिशीथ काल मुहूर्त लक्ष्मी पूजा मुहूर्त्त* :23:39:37 से 24:30:54 तक
*अवधि* :0 घंटे 51 मिनट
*महानिशीथ काल* :23:39:37 से 24:30:54 तक
*सिंह काल* :25:15:33 से 27:33:12 तक
*दिवाली शुभ चौघड़िया मुहूर्त*
*अपराह्न मुहूर्त्त (शुभ)*:13:28:49 से 14:52:44 तक
*सायंकाल मुहूर्त्त (शुभ, अमृत, चल)*:17:40:34 से 22:29:05 तक
*रात्रि मुहूर्त्त (लाभ)*:25:41:26 से 27:17:36 तक
*उषाकाल मुहूर्त्त (शुभ)*:28:53:46 से 30:29:57 तक
इस साल *दीपावली 27 अक्टूबर* को मनाई जाएगी। इस दीपावली पर सर्वार्थ सिद्धि का योग बन रहा है। दीपावली पर देव, गुरु, बृहस्पति और न्याय के देवता शनि कृपा दृष्टि बरसाएंगे। दो पुष्य नक्षत्र का योग इस दीपावली को बेहद खास और शुभदायी बनाने जा रहा है।
👉🏻चतुर्थ दिन - *गोवर्धन पूजा/अन्नकूट पूजा* , 28 अक्टूबर 2019, सोमवार
*गोवर्धन पूजा सायंकाल मुहूर्त* :15:25:46 से 17:39:44 तक
अवधि :2 घंटे 13 मिनट
👉🏻 पंचम दिन - *भैया दूज* , 29 अक्टूबर, 2019
*भाई दूज तिलक का समय* : 13:11:34 से 15:25:13 तक
*अवधि* : 2 घंटे 13 मिनट
🙏🏻श्वेता, DIYA
पूजन विधि अगली पोस्ट में भेजूंगी, पांच दिन की पांच पूजन विधि पोस्ट।
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👉🏻प्रथम दिन - *धनतेरस पूजा व दीपदान मुहूर्त*- 25 अक्टूबर 2019, शुक्रवार
*धनतेरस मुहूर्त* : 19:10:19 से 20:15:35 तक
*अवधि* : 1 घंटे 5 मिनट
*प्रदोष काल* :17:42:20 से 20:15:35 तक
*वृषभ काल* :18:51:57 से 20:47:47 तक
दीपावली से दो दिन पूर्व धनतेरस होता है। इस वर्ष कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी तिथि 25 अक्टूबर को दिन में 04:32 PM से प्रारंभ हो रही है, जो अगले दिन 26 अक्टूबर को दिन में 02:08 PM तक रहेगी। ऐसे में धनतेरस 25 अक्टूबर को होगा।
धनतेरस पर खरीदारी का मुहूर्त 04:32 PM से रात्रि तक है। आप चाहें तो 26 अक्टूबर को 02:08 PM तक धनतेरस की खरीदारी कर सकते हैं।
धनतेरस में शाम की पूजा का महत्त्व है।
👉🏻 द्वितीय दिन - *रुप चतुर्दशी/नरक चौदस* 26 एवं 27 अक्टूबर
*अभ्यंग स्नान समय (27 अक्टूबर)* : 05:15:59 से 06:29:14 तक
*अवधि* : 1 घंटे 13 मिनट
कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी के दिन चंद्र उदय या अरुणोदय (सूर्य उदय से सामान्यत: 1 घंटे 36 मिनट पहले का समय) होने पर नरक चतुर्दशी मनाई जाती है। हालांकि अरुणोदय पर चतुर्दशी मनाने का विधान सबसे ज्यादा प्रचलित है।
चतुर्दशी तिथि 26 अक्टूबर दोपहर से 27 अक्टूबर 12:25:25 तक है।
सूर्योदय चतुर्दशी तिथि में 27 अक्टूबर रविवार को होगा।
मान्यता है कि कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी ( Naraka Chaturdashi 2019 date ) के दिन ब्रह्ममुहूर्त में तिल(तिल्ली) के तेल लगाकर स्नान करने से नरक से मुक्ति मिलती है। वहीं इस दिन शाम को दीपदान की प्रथा है, जिसे यमराज के लिए किया जाता है।
अतः चतुर्दशी का दीपदान 26 अक्टुबर को करें और सुबह वाला तिल का तेल लगाकर सूर्योदय पूर्व स्नान 27 अक्टूबर रविवार को करें।
👉🏻तृतीय दिन - *मुख्य दीपावली पूजन*
*लक्ष्मी पूजा मुहूर्त्त* : 18:44:04 से 20:14:27 तक
*अवधि* : 1 घंटे 30 मिनट
*प्रदोष काल* :17:40:34 से 20:14:27 तक
*वृषभ काल* :18:44:04 से 20:39:54 तक
*दिवाली महानिशीथ काल मुहूर्त लक्ष्मी पूजा मुहूर्त्त* :23:39:37 से 24:30:54 तक
*अवधि* :0 घंटे 51 मिनट
*महानिशीथ काल* :23:39:37 से 24:30:54 तक
*सिंह काल* :25:15:33 से 27:33:12 तक
*दिवाली शुभ चौघड़िया मुहूर्त*
*अपराह्न मुहूर्त्त (शुभ)*:13:28:49 से 14:52:44 तक
*सायंकाल मुहूर्त्त (शुभ, अमृत, चल)*:17:40:34 से 22:29:05 तक
*रात्रि मुहूर्त्त (लाभ)*:25:41:26 से 27:17:36 तक
*उषाकाल मुहूर्त्त (शुभ)*:28:53:46 से 30:29:57 तक
इस साल *दीपावली 27 अक्टूबर* को मनाई जाएगी। इस दीपावली पर सर्वार्थ सिद्धि का योग बन रहा है। दीपावली पर देव, गुरु, बृहस्पति और न्याय के देवता शनि कृपा दृष्टि बरसाएंगे। दो पुष्य नक्षत्र का योग इस दीपावली को बेहद खास और शुभदायी बनाने जा रहा है।
👉🏻चतुर्थ दिन - *गोवर्धन पूजा/अन्नकूट पूजा* , 28 अक्टूबर 2019, सोमवार
*गोवर्धन पूजा सायंकाल मुहूर्त* :15:25:46 से 17:39:44 तक
अवधि :2 घंटे 13 मिनट
👉🏻 पंचम दिन - *भैया दूज* , 29 अक्टूबर, 2019
*भाई दूज तिलक का समय* : 13:11:34 से 15:25:13 तक
*अवधि* : 2 घंटे 13 मिनट
🙏🏻श्वेता, DIYA
पूजन विधि अगली पोस्ट में भेजूंगी, पांच दिन की पांच पूजन विधि पोस्ट।
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