*धनतेरस - पर्व पर गुरूमहिमा*
हे सद्गुरु!
जिस तुमने हमें शिष्य रूप में अपना लिया,
उस दिन तुमने हमें महा धनवान बना दिया,
इस जीवन को श्रेष्ठ उद्देश्यों में लगा दिया,
युगनिर्माण में हमारा भी एक रोल लिख दिया।
उस दिन तुमने हमें महा धनवान बना दिया....
कृपण बन के आया था,
तूने दाता बना दिया,
जिस दिन एक लेवता को तूमने,
देवता बनने का हुनर सिखा दिया।
उस दिन तुमने हमें महा धनवान बना दिया...
हर व्यथा दूर करने हेतु,
गायत्री मंत्र दे दिया,
जिस दिन रोग-शोक मिटाने हेतु,
समग्र उपचार यज्ञ दे दिया।
उस दिन तुमने हमें महा धनवान बना दिया...
नकारात्मकता के विचारों में,
मन उलझा हुआ था,
जिस दिन हर उलझन सुलझाने को,
युग साहित्य का ख़ज़ाना थमा दिया।
उस दिन तुमने हमें महा धनवान बना दिया...
नवरात्र के अनुष्ठान करवा के,
हममें नवशक्तियों को उतारा,
दशहरा में हमारी बुद्धि रथ पर बैठकर,
जिस दिन हमारे दुर्गुणों को संघारा।
उस दिन तुमने हमें महा धनवान बना दिया...
दीपावली में गुरु की चेतना,
हम सबमें उतरेगी,
हम सभी के अन्तस् में,
इस बार दीपावली सजेगी।
उस दिन तुमने हमें महा धनवान बना दिया...
गौ गंगा गीता व गायत्री का,
पुनः अवलम्बन जगत लेगा,
देवसंस्कृति का ध्वज पुनः,
जन जन में, घर घर मे फहरेगा।
जिस दिन गुरु चरणों में तुमने सहारा दे दिया,
उस दिन तुमने हमें महा धनवान बना दिया।
🙏🏻श्वेता, DIYA
हे सद्गुरु!
जिस तुमने हमें शिष्य रूप में अपना लिया,
उस दिन तुमने हमें महा धनवान बना दिया,
इस जीवन को श्रेष्ठ उद्देश्यों में लगा दिया,
युगनिर्माण में हमारा भी एक रोल लिख दिया।
उस दिन तुमने हमें महा धनवान बना दिया....
कृपण बन के आया था,
तूने दाता बना दिया,
जिस दिन एक लेवता को तूमने,
देवता बनने का हुनर सिखा दिया।
उस दिन तुमने हमें महा धनवान बना दिया...
हर व्यथा दूर करने हेतु,
गायत्री मंत्र दे दिया,
जिस दिन रोग-शोक मिटाने हेतु,
समग्र उपचार यज्ञ दे दिया।
उस दिन तुमने हमें महा धनवान बना दिया...
नकारात्मकता के विचारों में,
मन उलझा हुआ था,
जिस दिन हर उलझन सुलझाने को,
युग साहित्य का ख़ज़ाना थमा दिया।
उस दिन तुमने हमें महा धनवान बना दिया...
नवरात्र के अनुष्ठान करवा के,
हममें नवशक्तियों को उतारा,
दशहरा में हमारी बुद्धि रथ पर बैठकर,
जिस दिन हमारे दुर्गुणों को संघारा।
उस दिन तुमने हमें महा धनवान बना दिया...
दीपावली में गुरु की चेतना,
हम सबमें उतरेगी,
हम सभी के अन्तस् में,
इस बार दीपावली सजेगी।
उस दिन तुमने हमें महा धनवान बना दिया...
गौ गंगा गीता व गायत्री का,
पुनः अवलम्बन जगत लेगा,
देवसंस्कृति का ध्वज पुनः,
जन जन में, घर घर मे फहरेगा।
जिस दिन गुरु चरणों में तुमने सहारा दे दिया,
उस दिन तुमने हमें महा धनवान बना दिया।
🙏🏻श्वेता, DIYA
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