Friday 25 October 2019

प्रश्न - *दीदी क्या भगवान जी की मूर्ति लेते समय मोल भाव करना चाहिए। कभी कभी दो दूकानों में रेट में बोहुत फर्क होता है। ऐसे में क्या करें*

प्रश्न - *दीदी क्या भगवान जी की मूर्ति लेते समय मोल भाव करना चाहिए। कभी कभी दो दूकानों में रेट में बोहुत फर्क होता है। ऐसे में क्या करें*

उत्तर- मूर्ति में जब तक मन्त्र से प्राण प्रतिष्ठा नहीं करते तब तक वह मात्र मूर्ति है। मोलभाव कर सकते हैं।

प्राण प्रतिष्ठा व देवआवाहन के बाद ही मूर्ति पूजनीय बनती है।

🙏🏻श्वेता, DIYA

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