*अपील - लोकहित एकजुट हो जाइए*
आज किशोर बच्चे प्रेम में पागलपन का शिकार तेज़ी से हो रहे हैं, इनके ब्रेन आउट हो रहे हैं। इलाज़ महीनों तक चलता है, पूरा परिवार तबाह होता है।
यह तबाही पाकिस्तान या एलियन नहीं कर रहे, हमारे आपके ही बच्चे एक दूसरे को तबाह कर रहे हैं। दो प्रेमी युगल में से दिल से कमज़ोर व भावुक हुआ वो चाहे लड़का हो या लड़की उसका पागल होना तय है। क्योंकि जो तेज दिमाग़ व मजबूत दिल वाला होगा वो सम्हल जाएगा।
अपने बच्चों को न सिर्फ़ तबाही से बचायें, अपितु उन्हें समझाएं कि वो किसी अन्य लड़के या लड़की को प्रेम में तबाह न करें। क्योंकि किशोरावस्था का प्रेम जहरीला व दर्दनाक होता है, बचपन में जो खिलौने की कार अच्छी लगती है वो बुद्धि बढ़ने पर अच्छी नहीं लगती। इसी तरह किशोरावस्था में जो लड़का या लड़की एक दूसरे को पसन्द करते थे, उनमें से जिसकी बुद्धि बढ़ गई व समझ बढ़ गई वो 99% केस में दुसरे को छोड़ देते हैं। दूसरा जिसकी बुद्धि व समझ नहीं बढ़ी वो पागलपन झेलता है।
अतः अपने बच्चों को यह समझाइये कि मन परिवर्तनशील है, अभी बुद्धि छोटी है जो आज की पसन्द है वो कल नहीं रहेगी। जैसे बचपन की गाड़ी व खिलौने अब आपको पसंद नहीं है, वैसे ही 25 वर्ष की उम्र में आपकी पसंद पुनः बदलेगी। अतः किशोरावस्था में न किसी से झूठे प्रेम के वादे करो और न किसी के झूठे प्रेम के वादों पर विश्वास करो। विश्वास तब करना जब सामने वाला स्वतंत्र निर्णय लेने योग्य हो और कुछ बन गया हो। जो खुद आर्थिक अपाहिज़ है वो आपका सहारा कैसे बनेगा?
बच्चों को समझाइये, फ़िल्म में एक हीरो 10 को पीट सकता है, असली जिंदगी में 10 व्यक्ति मिलकर एक को पीटते है।
फ़िल्म में घर छोड़कर भागने पर खुले आसमान के नीचे झोपड़ी बनाकर गाना गाया जाता है, असली जिंदगी में खाली जमीन पर झोपड़ी नहीं बन सकती। पुलिस पकड़ी तो वो आपका फ़ायदा उठाएगी, आतंकी पकड़े तो वो आपका फायदा उठाएंगे, देहव्यापार वाले पकड़े तो आपको बेंच खाएंगे, आपका पूरा शरीर लाखों में बिक जाएगा, किडनी, हार्ट, बोनस इत्यादि इत्यादि।
अतः घर छोड़कर भागने का प्रोग्राम टोटली फ्लॉप आइडिया है, फ़िल्म में समस्त सीन एकांत में नहीं हज़ारो लोगों की यूनिट के सामने शूट होते हैं, अर्धनग्न कपड़े पहनने वाली हिरोइन गाड़ी में बॉडीगार्ड के साथ चलती हैं। आप उनकी नकल करके अर्धनग्न वस्त्र पहनेंगी व बिना बॉडीगार्ड के रोड चलोगी तो बर्बादी निश्चित है।
अक्ल का प्रयोग करो, इश्क के चक्कर में न स्वयं पागल हो और न ही किसी अन्य को पागल करो। किसी को पागल करना बहुत बड़ा पाप है।
प्रत्येक बच्चे को नित्य अच्छी पुस्तक पढ़ने को प्रेरित कीजिये, उन्हें ध्यान स्वाध्याय करवाइये और उन्हें पागलपन से बचाइये। उनसे मित्रवत बात कीजिये।
🙏🏻श्वेता, DIYA
आज किशोर बच्चे प्रेम में पागलपन का शिकार तेज़ी से हो रहे हैं, इनके ब्रेन आउट हो रहे हैं। इलाज़ महीनों तक चलता है, पूरा परिवार तबाह होता है।
यह तबाही पाकिस्तान या एलियन नहीं कर रहे, हमारे आपके ही बच्चे एक दूसरे को तबाह कर रहे हैं। दो प्रेमी युगल में से दिल से कमज़ोर व भावुक हुआ वो चाहे लड़का हो या लड़की उसका पागल होना तय है। क्योंकि जो तेज दिमाग़ व मजबूत दिल वाला होगा वो सम्हल जाएगा।
अपने बच्चों को न सिर्फ़ तबाही से बचायें, अपितु उन्हें समझाएं कि वो किसी अन्य लड़के या लड़की को प्रेम में तबाह न करें। क्योंकि किशोरावस्था का प्रेम जहरीला व दर्दनाक होता है, बचपन में जो खिलौने की कार अच्छी लगती है वो बुद्धि बढ़ने पर अच्छी नहीं लगती। इसी तरह किशोरावस्था में जो लड़का या लड़की एक दूसरे को पसन्द करते थे, उनमें से जिसकी बुद्धि बढ़ गई व समझ बढ़ गई वो 99% केस में दुसरे को छोड़ देते हैं। दूसरा जिसकी बुद्धि व समझ नहीं बढ़ी वो पागलपन झेलता है।
अतः अपने बच्चों को यह समझाइये कि मन परिवर्तनशील है, अभी बुद्धि छोटी है जो आज की पसन्द है वो कल नहीं रहेगी। जैसे बचपन की गाड़ी व खिलौने अब आपको पसंद नहीं है, वैसे ही 25 वर्ष की उम्र में आपकी पसंद पुनः बदलेगी। अतः किशोरावस्था में न किसी से झूठे प्रेम के वादे करो और न किसी के झूठे प्रेम के वादों पर विश्वास करो। विश्वास तब करना जब सामने वाला स्वतंत्र निर्णय लेने योग्य हो और कुछ बन गया हो। जो खुद आर्थिक अपाहिज़ है वो आपका सहारा कैसे बनेगा?
बच्चों को समझाइये, फ़िल्म में एक हीरो 10 को पीट सकता है, असली जिंदगी में 10 व्यक्ति मिलकर एक को पीटते है।
फ़िल्म में घर छोड़कर भागने पर खुले आसमान के नीचे झोपड़ी बनाकर गाना गाया जाता है, असली जिंदगी में खाली जमीन पर झोपड़ी नहीं बन सकती। पुलिस पकड़ी तो वो आपका फ़ायदा उठाएगी, आतंकी पकड़े तो वो आपका फायदा उठाएंगे, देहव्यापार वाले पकड़े तो आपको बेंच खाएंगे, आपका पूरा शरीर लाखों में बिक जाएगा, किडनी, हार्ट, बोनस इत्यादि इत्यादि।
अतः घर छोड़कर भागने का प्रोग्राम टोटली फ्लॉप आइडिया है, फ़िल्म में समस्त सीन एकांत में नहीं हज़ारो लोगों की यूनिट के सामने शूट होते हैं, अर्धनग्न कपड़े पहनने वाली हिरोइन गाड़ी में बॉडीगार्ड के साथ चलती हैं। आप उनकी नकल करके अर्धनग्न वस्त्र पहनेंगी व बिना बॉडीगार्ड के रोड चलोगी तो बर्बादी निश्चित है।
अक्ल का प्रयोग करो, इश्क के चक्कर में न स्वयं पागल हो और न ही किसी अन्य को पागल करो। किसी को पागल करना बहुत बड़ा पाप है।
प्रत्येक बच्चे को नित्य अच्छी पुस्तक पढ़ने को प्रेरित कीजिये, उन्हें ध्यान स्वाध्याय करवाइये और उन्हें पागलपन से बचाइये। उनसे मित्रवत बात कीजिये।
🙏🏻श्वेता, DIYA
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