Tuesday 22 October 2019

हम सभी के मन में प्रश्न उठता है कि हमने तो किसी का बुरा नहीं किया फिर हमारे साथ बुरा क्यों हो रहा है? क्यों मेरे जीवन में विविध दुःख है?

हम सभी के मन में प्रश्न उठता है कि हमने तो किसी का बुरा नहीं किया फिर हमारे साथ बुरा क्यों हो रहा है? क्यों मेरे जीवन में विविध दुःख है?

हमारे तन में बीमारी,मन मे अशांति, धन की हानि व बिगड़ते सम्बन्धों की परेशानी क्यों झेलनी पड़ रही है?

इन समस्त प्रश्नों को प्रैक्टिकल सहित, विभिन्न मरीज़ो की केस स्टडी सहित इस वीडियो को देख समझें।

अनुरोध है अपने जीवन के 25 मिनट ध्यानस्थ हो खुले मन से इस वीडियो को देखने में ख़र्च करिये, कम से कम इसके बताये समाधान से 25 परेशानियां तो कम कर ही लेंगें। ऐसा मेरा पूर्ण विश्वास है।

https://youtu.be/xGDkEbSXk8Q

No comments:

Post a Comment

प्रश्न - रुद्र गायत्री मंत्र में *वक्राय* (vakraya) उच्चारण सही है या *वक्त्राय* (vaktraya) ?किसी भी देवताओं के गायत्री मंत्र में ' विद्यमहे’, ' धीमही’ और 'प्रचोदयात्’ का क्या अर्थ है?

 प्रश्न - रुद्र गायत्री मंत्र में *वक्राय* (vakraya) उच्चारण सही है या *वक्त्राय* (vaktraya) ?किसी भी देवताओं के गायत्री मंत्र में ' विद...