प्रश्न - *यह कैसे पता करें कि जो वर्तमान जीवन का कष्ट है वो पिछले जन्म का प्रारब्ध है या वर्तमान जन्म का? कष्ट किन कर्मों के फल से मिला है?*
उत्तर- आत्मीय भाई,
केवल वनस्पति शास्त्र का ज्ञाता ही वनस्पति की प्रॉपर्टी की जानकारी रखता है, आम आदमी केवल उन वनस्पतियों और फलों को दूसरे की जानकारी अनुसार उपयोग में लेता है।
वैसे ही केवल आत्मज्ञानी व तत्वदर्शी पूर्वजन्म के कर्मो को जान सकते हैं, आम आदमी तो केवल कर्म फ़ल को भोगता है।
वर्तमान जीवन के कष्टों का एनालिसिस पिछले जन्म का है या इस जन्म का करने से अच्छा है कि यह एनालिसिस किया जाय कि क्या मैं निज प्रयत्न से इस समस्या से मुक्ति पा सकता हूँ? यदि नहीं तो कोई मेरी मदद कर सकता है? किससे मदद माँगूँ?
इस समस्या की मुक्ति के सांसारिक व आध्यात्मिक कौन कौन से उपाय अपनाऊं?
यदि कोई ऐसी समस्या है जिसका कोई हल ही नहीं है, तो इस समस्या को ही अपनी ताकत कैसे बनाऊ? इस समस्या के साथ आगे जीवन कैसे जियूँ?
What next... आगे क्या करना है हमें इस पर विचार करना चाहिए...
न पास्ट हमारे हाथ में है और न ही फ्यूचर हमारे हाथ मे है। हमारे हाथ में केवल प्रेजेंट है। आज जो करेंगे वही हमारा कुछ दिनों बाद बीता हुआ कल होगा। आज जो करेंगे उसी पर निर्भर हमारा भविष्य होगा। अतः वर्तमान में क्या करना है उस पर ध्यान एकाग्र करना चाहिए।
मनःस्थिति बदलेंगे तो परिस्थिति बदलेगी।
कुछ पुस्तक मदद करेंगी मेरी बात को समझने में...
1- स्वर्ग नरक की स्वचालित प्रक्रिया
2- बोया काटा का अकाट्य सिद्धांत
🙏🏻श्वेता चक्रवर्ती
डिवाइन इंडिया यूथ असोसिएशन
उत्तर- आत्मीय भाई,
केवल वनस्पति शास्त्र का ज्ञाता ही वनस्पति की प्रॉपर्टी की जानकारी रखता है, आम आदमी केवल उन वनस्पतियों और फलों को दूसरे की जानकारी अनुसार उपयोग में लेता है।
वैसे ही केवल आत्मज्ञानी व तत्वदर्शी पूर्वजन्म के कर्मो को जान सकते हैं, आम आदमी तो केवल कर्म फ़ल को भोगता है।
वर्तमान जीवन के कष्टों का एनालिसिस पिछले जन्म का है या इस जन्म का करने से अच्छा है कि यह एनालिसिस किया जाय कि क्या मैं निज प्रयत्न से इस समस्या से मुक्ति पा सकता हूँ? यदि नहीं तो कोई मेरी मदद कर सकता है? किससे मदद माँगूँ?
इस समस्या की मुक्ति के सांसारिक व आध्यात्मिक कौन कौन से उपाय अपनाऊं?
यदि कोई ऐसी समस्या है जिसका कोई हल ही नहीं है, तो इस समस्या को ही अपनी ताकत कैसे बनाऊ? इस समस्या के साथ आगे जीवन कैसे जियूँ?
What next... आगे क्या करना है हमें इस पर विचार करना चाहिए...
न पास्ट हमारे हाथ में है और न ही फ्यूचर हमारे हाथ मे है। हमारे हाथ में केवल प्रेजेंट है। आज जो करेंगे वही हमारा कुछ दिनों बाद बीता हुआ कल होगा। आज जो करेंगे उसी पर निर्भर हमारा भविष्य होगा। अतः वर्तमान में क्या करना है उस पर ध्यान एकाग्र करना चाहिए।
मनःस्थिति बदलेंगे तो परिस्थिति बदलेगी।
कुछ पुस्तक मदद करेंगी मेरी बात को समझने में...
1- स्वर्ग नरक की स्वचालित प्रक्रिया
2- बोया काटा का अकाट्य सिद्धांत
🙏🏻श्वेता चक्रवर्ती
डिवाइन इंडिया यूथ असोसिएशन
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