Monday 20 January 2020

परामनोविज्ञान (Parapsychology) आधारित आकर्षण का सिद्धांत(Law of attraction)

*परामनोविज्ञान (Parapsychology) आधारित आकर्षण का सिद्धांत(Law of attraction)*

 *विचारों और भाव भरे हृदय से की प्रार्थना के माध्यम से सूक्ष्म जगत से सम्पर्क, भगवान से सम्पर्क व ब्रह्माण्ड से मनचाही वस्तु चाहना।*

👉🏻शिक्षकों के लिए👈🏻

जैसा हम सोचते हैं हम वैसे ही बन जाते हैं आपके विचार ही आपकी जिंदगी को बनातें हैं और इसका जवाब छुपा हैं तीन आसान शब्दों में
👉🏻 *विचार बनायें जिंदगी* 👈🏻

हमेशा उसके बारें में सोचों जो आप पाना चाहते हो ,उसके बारें में नहीं जों आप नहीं चाहतें |

हम हर चीज को अपनी और आकर्षित करते हैं ,चाहें वों कुछ भी हो और कितना भी मुश्किल क्यों ना हों |
अपना हर दिन भगवान को धन्यवाद देते हुए एक खुशनुमा अहसास के साथ शुरू करें फिर देखिए आपका पुरा दिन कितना खुशनुमा गुजरता हैं |
आपकी हर इच्छा पुरी होती हैं |

*ब्रह्माण्ड से अपने भगवान से माँगें कि आप उनकी सृष्टि को संवारना चाहते हैं, इसलिए कुशल शिक्षक बनकर श्रेष्ठ विद्यार्थियों को गढ़ना चाहते हैं | हे परमात्मा मुझे कुशल शिक्षक बनने हेतु बुद्धि, सामर्थ्य, पुरुषार्थ एवं धैर्य दीजिये। मुझे एक अच्छा शिक्षक बना दीजिये। मुझे बच्चों की चेतना से कनेक्ट कर दीजिए।*

Rule.1 प्रश्न करें माँगें जो आप चाहते हैं |
आखिर आप चाहते क्या हैं ?
आप जो भी चाहते हैं उसे कागज पर लिख डालें |
आपकों लिखना हैं कि आपकी जिंदगी कैसी हो ?
आपको कैसा शिक्षक बनना है?
आप जो भी चाहते हैं उसे लिख डालें ,
बिलकुल स्पष्ट लिखें हो सके तो उसको लिख कर अपनी pocket में रखें,
आप जो भी चाहते हो उसकी list बना लिजिए |यहां तक कि इसमें यह भी लिख दें कि आपको यह कब तक चाहिए date लिखें यहाँ तक कि time भी लिख दें |
सृष्टि को अपने menu card की तरह use करें
पहले लिख दें जो भी आप चाहते हो, फिर आदेश दें
Rule.2 विश्वास ………|
विश्वास करें कि जो आप चाहते है ,वो आपको मिल चुका है |
विश्वास अटूट होना चाहिए।
एक फिर दौराना चाहता हुँ ,अटूट विश्वास |
वो कहते हैं ना कि अगर आप कुछ भी किसी को भी पूरी सिद्धत से चाहते है, तो पूरा ब्रह्माण्ड आपको उससे मिलाने कि कोशिश करता है |
यह ब्रह्माण्ड सब अपने आप कर देगा |
शक करने की कोशिश ना करें |
अपने शक को अपने अटूट विश्वास में बदल दें|

Rule.3 प्राप्त करना ………|
महसूस करे कि वो आपको मिल चुका है,
महसूस करें कि आप चाणक्य की तरह कुशल शिक्षक बन गए हैं,
महसूस करें कि महान शिक्षक के समस्त गुण आपके भीतर उभर रहे हैं,
जब हम कल्पना को वास्तविकता में बदलतें हैं ,तो और भी बेहतर कल्पनाएँ जन्म लेती हैं |
जो आप चाहतें है, उसका अहसास जगाएँ |

जब अन्तर आत्मा कुछ करने को कहती है तो करियें
विश्वास के पहले पायदान पर चढें ,आपकों पुरी सीढी चढनें की जरूरत नहीं हैं |
सिर्फ पहली सीढी चढें !

पूर्ण लगन व विश्वास से कुशल व श्रेष्ठ शिक्षक के गुणों के बारे में सोचिये, उन गुणों को स्वयं के भीतर महसूस कीजिये। भावना कीजिये कि परमात्मा वह समस्त श्रेष्ठ गुणों से आपको भर रहा है। आप विद्यार्थियों से कनेक्ट करने में कुशल बन रहे हैं। उन्हें अपनी बात समझाने में सफल हो रहे हैं, इत्यादि सोचिये, महसूस कीजिये, अनुभव कीजिये।

यह घटित होगा, परमात्मा आपको श्रेष्ठ शिक्षक बना देगा। आपको ज्ञान का सूर्य बना देगा, जो हज़ारो विद्यार्थियों के जीवन को रौशन करने में सफल होगा।

🙏🏻श्वेता, DIYA

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