Monday 23 March 2020

प्रश्न - *चैत्र नवरात्रि 2020 कब से कब तक है, कलश स्थापना मुहूर्त कब का है? गायत्री अनुष्ठान के लिए सङ्कल्प कब लें और पूर्णाहुति कब करें।*

प्रश्न - *चैत्र नवरात्रि 2020 कब से कब तक है, कलश स्थापना मुहूर्त कब का है? गायत्री अनुष्ठान के लिए सङ्कल्प कब लें और पूर्णाहुति कब करें।*

उत्तर - आत्मीय बहन,

हिदू धर्म में तिथि का निर्धारण सूर्योदय जिस तिथि में होता है उसे ही व्रत उपवास का दिन माना जाता है। यदि कोई आपको 24 मार्च अमावस्या से व्रत रहने की सलाह दे रहा है तो उसे प्रेम से अस्वीकृत कर दें। सायंकालीन तिथि व्रत उपवास के लिए मान्य नहीं है।

ब्रह्मुहूर्त कलश स्थापना के लिए सर्वोत्तम होता है।
🌺🌺🌺🌺🌺🌺
*चैत्र नवरात्र "बुधवार 25 मार्च" से "गुरुवार 2 अप्रैल" तक है, पूरे नौ दिन का है।*
🌺🌺🌺🌺🌺🌺

हिन्दू धर्म मे ब्रह्मुहूर्त सिद्ध माना जाता है। अतः जो साधक ब्रह्मुहूर्त में नित्य पूजन करते है, वो सुबह ब्रह्ममुहूर्त में गायत्री जप अनुष्ठान एवं व्रत का संकल्प ले सकते हैं। लेकिन यदि आप चाहें तो अनुष्ठान व्रत का सङ्कल्प एक दिन पूर्व मंगलवार 24 मार्च अमावस्या की शाम को नादयोग के बाद ले सकते हैं।

*चैत्र नवरात्रि 2020 कलश स्थापना मुहूर्त*

*घट स्थापना तिथि व मुहूर्त* -
ग्रह नक्षत्रों की गति के गणना  के अनुसार 25 मार्च सुबह 06 बजकर 19 मिनट से 07 बजकर 17 मिनट तक उत्तम माना गया है |
ब्रह्मुहूर्त स्वयं सिद्ध होता है, अतः सुबह 3 से 5 जिन्हें जप करने की आदत है। वो सुबह ब्रह्मुहूर्त में घट स्थापना कर सकते हैं।

*नौ देवियां और उनके दिन*
👇🏻
*प्रथम - शैलपुत्री* - इसका अर्थ- पहाड़ों की पुत्री होता है। (बुधवार 25 मार्च), सभी को नववर्ष की ढेर सारी शुभकामनाएं
👇🏻
*द्वितीय -ब्रह्मचारिणी* - इसका अर्थ- ब्रह्मचारीणी।(गुरुवार 26 मार्च)
👇🏻
*तृतीय - चंद्रघंटा* - इसका अर्थ- चाँद की तरह चमकने वाली।(शुक्रवार 27 मार्च), आज के दिन गणगौर पूजन भी है।
👇🏻
*चतुर्थ - कूष्माण्डा* - इसका अर्थ- पूरा जगत उनके पैर में है।(शनिवार 28 मार्च)
👇🏻
*पंचमी - स्कंदमाता* - इसका अर्थ- कार्तिक स्वामी की माता।(रविवार 29 मार्च )
👇🏻
*षष्ठी - कात्यायनी* - इसका अर्थ- कात्यायन आश्रम में जन्मि।(सोमवार 30 मार्च  )
👇🏻
*सप्तमी - कालरात्रि* - इसका अर्थ- काल का नाश करने वली।(मंगलवार  31 मार्च)
👇🏻
*अष्टमी - महागौरी* - इसका अर्थ- गौर(सफेद कमल सी गोरी) वर्णीय मां।(बुधवार 1 अप्रैल )
👇🏻
*रामनवमी - सिद्धिदात्री* - इसका अर्थ- सर्व सिद्धि देने वाली(गुरुवार 2 अप्रैल), *भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव*, श्रीराम नवमी। हम सबके *आदरणीय चिन्मय पंड्या का जन्मदिन*।

👉🏻 *विश्व आपदा कोरोना संक्रमण में युग धर्म पालन होगा*👇

🙏🏻 *पूर्णाहुति 2 अप्रैल रामनवमी  के दिन करें। श्रीराम जी की कथा सुने और सुनाएं। पूर्णाहुति घर पर ही करें।
सामूहिक यज्ञ आयोजित न करें, पूर्णाहुति करें। सामूहिक कन्या भोज आयोजित न करें।  पूर्णाहुति में औषधीय हवन सामग्री(शान्तिकुंज या आर्यसमाज वाली), स्विष्टकृत होम(मीठा) घर का बना हुआ हलवा, खीर या गुड़ ही होना चाहिए। केमिकल युक्त बाजारू मिठाई पूर्णाहुति में वर्जित है।*

माता कहती हैं:-

*निर्मल मन जन सो मोहिं पावा,*
*मोहि कपट छल छिद्र न भावा*

बेटी को जो पिता पुत्र के समान योग्य बनाने का प्रयास करता है, वही सच्चा  माता जगदम्बा का पुत्र होता है।

*कोरोना वायरस से बचाव हेतु औषधियों एवं देशी घी से यज्ञ करें, गर्म पानी पीने में प्रयोग करें। गले न मिले न ही हाथ मिलाएं। दूर से नमस्ते करें, इन दिनों चरण स्पर्श भी न करें। विटामिन सी वाले फ़ल अधिक मात्रा में खाएं, वृद्ध व बालक का ध्यान रखें*।

सामूहिक तौर पर एकत्रित भी न हों, किसी के घर पर भी सामूहिक यज्ञ पूजन के लिए एकत्र न हों।

साफ़ सफ़ाई का विशेष ध्यान दें,  नहाने से पूर्व थोड़ा साधारण खाने वाला नमक पानी में मिला लें। सोने से पूर्व घी का दीपक भगवान के समक्ष जला के कुछ क्षण उसे खुली आँखों से देखें व प्रणायाम करके फ़िर सोएं।

इस बार कोरोना वायरस की प्रकोप की वजह से कन्या भोजन नहीँ होगा। उसकी जगह प्रधानमन्त्री राहत कोष में दान देकर लोगों की जान बचाएं।

🙏🏻श्वेता चक्रवर्ती
डिवाइन इंडिया यूथ असोसिएशन

कृपया अधिक से अधिक लोगों तक इसे नवरात्रि शुरू होने से पूर्व पहुंचा दें। फारवर्ड कर दें।

No comments:

Post a Comment

प्रश्न - रुद्र गायत्री मंत्र में *वक्राय* (vakraya) उच्चारण सही है या *वक्त्राय* (vaktraya) ?किसी भी देवताओं के गायत्री मंत्र में ' विद्यमहे’, ' धीमही’ और 'प्रचोदयात्’ का क्या अर्थ है?

 प्रश्न - रुद्र गायत्री मंत्र में *वक्राय* (vakraya) उच्चारण सही है या *वक्त्राय* (vaktraya) ?किसी भी देवताओं के गायत्री मंत्र में ' विद...