Sunday, 22 March 2020

परिवार व्यवस्था - शहर लाकडाउन - कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु

*परिवार व्यवस्था - शहर लाकडाउन -   कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु*

आत्मीय भाइयों बहनों, कई वर्षों से पति-पत्नी व बच्चे 24 घण्टे कभी भी साथ एक छत के नीचे नहीं बिताए हैं। छुट्टी के दिन मॉल चले जाते थे, अब घर पर ही रहना है। साथ ही शहरों में बिना मेड सर्वेंट के घर की व्यवस्था स्वयं सम्हालने की कल्पना शहरों में किसी ने नहीं किया था। अब अलग अलग मनःस्थिति के लोग 24 घण्टे साथ रहेंगे, यदि इस स्थिति को बुद्धि व प्रेम से नहीं सम्हाला तो कोरोना से अभी जितना हॉस्पिटल प्रभावित है, उतना ही तलाक के केसों से कोर्ट प्रभावित हो जाएंगे।

भाई व बहन एक दूसरे के ईगो को हर्ट न करें, एक दूसरे की तुलना किसी अन्य से करकर न समझाएं। एक दूसरे का सहयोग करें।

👉🏻 *अतः ऐसे कठिन समय में कोरोना संक्रमण से स्वयं को बचाने के साथ साथ घर को टूटने से भी बचाना है। परिवार को व्यवस्थित करना है।*

👉🏻 बच्चे घर पर बोर होंगे तो कुछ न कुछ हल्ला गुल्ला मचाएंगे।
👉🏻 घर का काम बढ़ेगा और मेड के न रहने पर बहने झल्लायेंगी। घर के कार्य का बोझ मन पर बढ़ेगा।
👉🏻 भाई व बहन जो जॉब के कारण घर से बाहर रहने की आदत है वह मनोवैज्ञानिक रूप से डिस्टर्ब महसूस करेंगे और घर पर बोर महसूस करेंगे।
👉🏻 भाई बहन लोग यदि दोनो निगरानी बच्चों पर करेंगे तो बच्चे चिढेंगे। पहले तो केवल मम्मी डांटती है, अब पापा भी शुरू हो गए, बच्चे जाएं तो जाएं कहाँ। बाहर लाकडाउन है, वे बाहर नहीं खेलने जा सकते।

👉🏻 पति पत्नी जिन्हें कम्पनी ने *Work from home* फैसिलिटी दी है, तो अब वह लोग दोहरा कार्य करेंगे, घर का भी कार्य और ऑफिस कभी कार्य करेंगे। घर मे यदि बच्चे हैं तो वह हल्ला गुल्ला मचाएंगे। हल्ले गुल्ले, गृह कार्य के साथ ऑफिस कार्य करना है, इसके लिए मनःस्थिति तैयार रखें।

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*संकट के समय धैर्य एवं प्रेम युक्त सहयोग से ही हम व्यवस्थित रह सकते हैं। अतः कुछ पॉइंट्स आपकी बहन होने के नाते युगऋषि द्वारा लिखी बता रही हूँ, कृपया उसे अपनाएं और घर पर युध्द टालें और आनन्दित पल धैर्य से गुजारें।*

👉🏻 बच्चों को घर पर 24 घण्टे बिना बाहर कैसे रखें इस पर दिमाग़ दौड़ायें, कुछ न कुछ व्यस्त रखने के उपाय सोचें और अपनाएं। उनसे वह जो कर सकें वह गृह कार्य अपने साथ करवाएं। बच्चे आपसे ज्यादा परेशान हैं, क्योंकि वह आपकी तरह कोरोना के कहर से अनजान है। उन्हें प्यार से हैंडल करें।

👉🏻 मेड नहीं है, तो घर पर दिन भर कुछ न कुछ खाने की इच्छा को दबाएँ,  ऋषि अनुशासन में व्यवस्थित टाइम पर रेगुलर स्वास्थ्यपरक हल्का आहार खाएं, दो या तीन जो भी समय खाते हों खाएं। पत्नी को पूरे दिन किचन में खड़ी करके बीमार करेंगे तो ख़ुद किचन में खड़ा होना पड़ेगा। डॉक्टर की सुविधाएं भी नहीं मिलने वाली हैं। अतः कुछ नमकीन बिस्किट व फल जैसे रेडीमेड ऑप्शन थोड़ा थोड़ा यदि बहुत आवश्यकता हो तो ही खाएं। पूड़ी, कचौड़ी और स्वादिष्ट गरिष्ठ भोजन की सोचना भी मत, पेट को हल्के आहार पर ही रखें। गरिष्ठ भोजन पेट में गैस बनाएगा और घर को दुर्गंध से भरेंगे तो घर वाले बेचारे बाहर भी न जा सकेंगे क्योंकि लॉक डाउन है।अतः घर वालों पर दया करें, पेट स्वस्थ रखें। पेट बीमार होगा तो मन बीमार होगा। पेट व मन दोनो स्वस्थ रखें।

👉🏻 घर के कार्य की सूची बना लें, उन कार्यो को घर के सदस्य आपस मे बाँट लें।सब मिलजुलकर कार्य करें। कोई भी बैठकर पानी या चाय का ऑर्डर नहीं देगा। ख़ुद उठकर जब भी प्यास लगे पानी पियें या बोतल भरकर पास रख लें।

👉🏻 मेड नहीं है, तो बहुत सारे बर्तन में बहुत सारा आइटम पकाकर ढेर सारा बर्तन जूठा करना बहुत बड़ी बेवकूफी साबित होगी। केवल एक या दो आइटम बनाये और उन्हें प्रेमपूर्वक खाएं। बर्तन खाने के बाद और चाय पानी के बाद सब आश्रम व्यवस्था का पालन करते हुए माँज लें। जिससे सिंक में बर्तन का ढेर न लगे।

👉🏻 बोरियत मिटाने के लिए कुछ इनोवेटिव सोचें, पुराने बचपन के खेलों को पुनः परिवार सहित मिलकर खेलें।

👉🏻 24 घण्टे TV से चिपके रहेंगे तो डिप्रेशन का शिकार होंगे। सुबह, दोपहर और शाम तीनबार news देखना काफ़ी है। दिनभर टीवी आपकी आंखों को और मन को कष्ट देगी।

👉🏻 यदि आप वयोवृद्ध हैं, तो बेटे बहु के वाद विवाद में मूक दर्शक की भूमिका निभाकर देखे व सुने। मुंह से कोई सलाह न दें, बिना जरूरत के न बोलें। माला लेकर मन्त्र जप करें, स्वाध्याय करें,मन्त्र लेखन करें। यदि चलने फिरने में असुविधा न हो, तो स्वयं के समस्त कार्य स्वयं करें। साथ ही घर की व्यवस्था में जो हाथ बंटा सकते हैं बंटाये।

👉🏻 सुबह व शाम घर पर सपरिवार प्रार्थना करें, भजन व गीत गाये। ध्यान व योग करें। मन को शांत व चित्त को शुद्ध रखना अनिवार्य है।

👉🏻 जब तक लाकडाउन चल रहा है, तबतक घर के किसी सदस्य को उसकी पुरानी गलतियां न गिनाएं, कोई पुरानी अप्रिय बातें न छेड़े। जो हुआ उसे भूलकर नई शुरुआत करें। किसी को गलती से भी ताने न मारें। अपशब्द न बोलें। स्वयं पर नियंत्रण रखें। निंदा करने से जिंदा रहना ज्यादा जरूरी है।

👉🏻 सुख बांटे व दुःख बंटाये, सबके भीतर परमात्मा है, उन्हें नमस्कार करके प्रेमपूर्वक रहें। कुछ वृद्ध जिनके वृद्धावस्था से मनोविकार के कारण ज़्यादा बोलने की आदत है उन्हें इग्नोर करें, कान में रुई डाल लें।कृपया जबतक लाकडाउन चल रहा है, उन्हें सुधारने का प्रयत्न न करें, आपत्तिकाल में स्वयं कैसे उन्हें हैंडल करें यह सोचें।

👉🏻 कोई मुझे समझता नहीं, इतना काम कर रही हूँ या कर रहा हूँ, यह सब इमोशनल डायलॉग न सोचें और न बोलें। घर के सदस्य इंसान है भगवान नहीं, जो आपके मन को समझेंगे। अतः अच्छे शब्दो मे अपनी परेशानी उन्हें बताएं।

*पति सुधार कार्यक्रम, पत्नी सुधार कार्यक्रम, बच्चे सुधार कार्यक्रम, बहु सुधार कार्यक्रम, सास सुधार कार्यक्रम तब तक स्थगित कर दें जब तक कोरोना का वैक्सीन और दवाएं संसार मे उपलब्ध न हो जाये। साथ ही निंदा-चुगली के समस्त डॉयलॉग की डिलीवरी लाकडाउन के कठिन वक्त में  बन्द कर दें।*

यदि दूरस्थ परिवार वाले एक साथ समस्त भाई बहन को एक जगह एकत्रित होने की सलाह दें, तो प्रेम से मना कर दें। जो जहां हैं कृपया वहीं रहे। यात्रा न करें।

👉🏻 जहां चाह है वहाँ राह है। मनुष्य का नज़रिया जैसा होगा वैसा ही नज़ारा होगा। अब इस लाकडाउन को अच्छी मनःस्थिति से परिवार के साथ रहने के सुनहरे अवसर और आनन्द का अवसर मानकर एन्जॉय कर सकते हैं।

देखो बुरी मनःस्थिति से लड़लड़कर घर को नर्क तो बना सकते हैं। लेकिन नरक से बाहर निकलने का ऑप्शन नहीं है, शहर में लाकडाउन है।

अक्लमंदी व भलाई तो घर को सद्बुद्धि से स्वर्ग बनाने में ही है।

👉🏻 विपत्ति में अच्छा दोस्त पुस्तकें होती हैं, उनका स्वाध्याय करें। शांत रहें व्यवस्थित रहें। धैर्य बनाये रखें।

👉🏻 इस संसार मे कोई परफेक्ट नहीं है, सभी अधूरे हैं। अतः परफेक्शन की उम्मीद न रखें। जो जैसा है उसे वैसा ही स्वीकारे।

👉🏻युगऋषि परमपूज्य गुरुदेव पण्डित श्रीराम शर्मा आचार्य जी कहते हैं - *प्रेम व सहकार से भरा घर ही धरती का स्वर्ग है।* परिवार में सुख शांति बनाए रखें।

👉🏻 निम्नलिखित वेबसाइट पर ऑनलाइन अच्छी पुस्तक पढ़ें:-

http://literature.awgp.org/

👉🏻 इस समय अकाल मृत्यु सर्वत्र हो रही है, जिसने सूक्ष्म में पीड़ा और दर्द का संचार कर दिया है। उन समस्त आत्माओं की शांति के लिए 24 गायत्रीमंत्र, 24 महामृत्युंजय मंत्र का जप करें और गीता के 7वें अध्याय का पाठ करें।

👉🏻 किसी भी शोशल प्लेटफार्म में अफवाह न फैलाएँ, सरकार के आदेश का पालन करें।हम एकजुट होकर कोरोना को हरा सकते हैं। परिवार की एकता ही शक्ति है।

कोई भी मनोवैज्ञानिक समस्या मन को या परिवार को हैंडल करने की हो तो आप व्हाट्सएप या फेसबुक पर मुझे कर लेना। जैसे वक्त मिलेगा उत्तर देने का प्रयास करेंगे।

हमारे घर में मेड नहीँ है, अतः भोजन पकाना, बर्तन मांजना, साफ सफ़ाई मुझे भी ऑफिस कार्य के साथ साथ करना पड़ेगा। इसलिए अब फ़ोन सेवा और फोन पर काउंसलिंग सोमवार से शुक्रवार सुबह 10 से 12 काउंसलिंग की 15 अप्रैल तक बन्द है। केवल व्हाट्सएप सेवा ही रहेगी। मात्र इमरजेंसी फोन उठाऊंगी।

 😍😍😍😍💃💃💃💃 *बर्तन भी मांजना है और झाड़ू पोछा भी करना है। आदत नहीं है इसलिए सामान्य से ज्यादा वक्त लगेगा। ऑफिस कार्य मे कुशलता है, अब गृहकार्य में कुशलता हासिल करने का लक्ष्य है*। 😂😂😂😍😍😍

हम पति पत्नी दोनों जॉब भी कर रहे हैं, अपनी अपनी कम्पनी की कॉल्स भी हैंडल कर रहे हैं।गृहकार्य में हम दोनों व बेटा सभी सहयोग कर रहे हैं। यही उम्मीद हम आपसे भी करते हैं, एक दूसरे का सहयोग करें, मित्रवत रहें।

*🙏वेद वाणी - प्रार्थना*🙏
 *शं नो मित्रः शं वरुणः शं नो भवत्वर्यमा।*
*शं न इन्द्रो बृहस्पतिः शं नो विष्णुरुरुक्रमः॥ ऋग्वेद १-९०-९।*

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१) *मित्र, सबको स्नेह करने वाला प्रभु हमें भी स्नेह करने वाला बनाए। २) वरुण, किसी से द्वेष ना करने वाला प्रभु हमें भी द्वेष रहित बनाए। ३) आर्यमा, सबके साथ न्याय करने वाला प्रभु हमें भी न्याय प्रिय बनाए। ४) इंद्र, परमैश्वर्य देने वाला प्रभु हमें भी सुख कारी बनाए। ५) बृहस्पति, सर्वोच्च ज्ञान देने वाला प्रभु हमें भी ज्ञानवान बनाए। ६) विष्णु, सर्वव्यापक सब को शांति देने वाला प्रभु हमें भी शांति प्रदान करें। ७) उरुक्रम,  सबको पराक्रम देने वाला प्रभु हमें भी इंद्रियों को नियंत्रित करने का पराक्रम दे। परमेश्वर हमें सभी प्रकार की जीवन में शांति प्रदान करें। (ऋग्वेद १-९०-९)*
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1) *Mitra, the lord who loves everyone bless us tendency to  love all.  2) Varuna, the lord who does not hate anyone should bless us the* *quality of not to hate anyone.  3) Aryama, the lord who does justice to all, makes us also dear to justice.  4) Indra, the lord who is the provider of happiness bless us with happiness.  5)* Brahspati, the lord who gives supreme* *knowledge also makes us knowledgeable.  6)  Vishnu, the omnipresent lord who gives peace to all, bestow peace upon us.  7) Urukram, the lord who gives power to all, also give us the power to control the senses.  May* *God having all these* *qualities grant us peace of every kind to us.  (Rig Veda 1-90-9)*

🙏🏻श्वेता चक्रवर्ती
डिवाइन इंडिया यूथ असोसिएशन

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