*आज क्या नई गाली मिलेगी? या पुरानी गालियां ही दोहरायी जाएंगी?🌹☺️🌹*
एक पढ़ीलिखी लड़की की शादी एक बड़े संभ्रांत परिवार में हुई। बड़े अमीर लोगों के सँस्कार बड़े निम्नकोटि के से थे। वस्तुतः उनके ससुर जी टायर पंचर बनाते थे, झुग्गी झोपड़ी में पहले रहते थे। एक बार उन्होंने एक सेठ की जान बचाई थी, सेठ ने कुछ धन दिया और बिजनेस चल निकला। वर्तमान में बाहर से तो बड़े बढ़िया व सभ्य लगते थे। मग़र जब गुस्सा होते तो झुग्गी झोपड़ियों में जैसे लोग लड़ते हैं, वैसा लड़ते और गन्दी गन्दी गालियाँ निकालते।
लड़की को सब सुख था मग़र गन्दी गन्दी गालियों को सुन सुन वह दुःखी हो गयी थी। घर में बिना गाली कोई बोलता ही नहीं था। उसने पति से तलाक़ लेने का निश्चय किया, यह बात उसने मायके में अपनी बुआ को बताई।
बुद्धिमान बुआ ने कहा, तुम एक काम करो कि एक कॉपी लो, और एक बिजनेसमैन की तरह अपने ससुराल व पति की अच्छाइयां और बुराइयां को दो अलग पन्नो में लिख डालो।
फिर एक पन्ने में तुम्हारी मन पसन्द ससुराल व पति कैसा होना चाहिए लिख डालो।
फ़िर स्वयं से पूँछो कि क्या जो दूसरी शादी तुम करोगी, वहाँ तुम्हारी मन पसन्द का सबकुछ मिलेगा? गारण्टी वारंटी है? हाँ यह भी ध्यान रखना अब तुम एक कुंवारी कन्या नहीं कहलाओगी, एक तलाकशुदा लड़की कहलाओगी। जब भी नई ससुराल में युद्ध होगा तो हो सकता है गालियों का स्वरूप भिन्न हो, लेक़िन उन गालियों में पुराने विवाह पर कटाक्ष करते हुए शब्द भी होंगे।
लड़की बुआ की बात सुनकर सोच में पड़ गई। बोली बुआ मैं क्या करूँ? मेरी सन्तान भी पिता की तरह गाली गलौज करेगी, जो मुझे बिल्कुल पसन्द नहीं होगा।
बुआ ने कहा, बेटा कश्यप ऋषि की दो पत्नियों दिति व अदिति की सन्तान में एक ही पिता का रक्त होने के बावजूद दिति के पुत्र राक्षस व अदिति के पुत्र देवता बने। पिता शरीर देता है, माता तन व मन दोनों का निर्माण करती है। तुम कुशलता अपनाओगी तो तुम्हारी सन्तान गाली गलौज नहीं करेगी।
लड़की बोली, बुआ यह बताओ कि पति की और ससुराल वालों की गालियों को कैसे हैंडल करूँ?
बुआ ने हंसते हुए मज़ाक में कहा:-
पढ़ी लिखी हो ससुराल वालों व पति की गालियों का एक शब्दकोश तैयार करो। कि किसके शब्दकोश में ज्यादा गन्दी गाली है? नोट करो और इसे फन(मज़ाक़) में लो। दिनांक और गाली नित्य नोट कर लेना।
मुस्कुराते हुए मन में सोचो कि आज क्या कोई नई गाली मिलेगी? या पुराने शब्दकोश ही दोहराए जाएंगे😇😂😂😂😂। तुम्हारे पति को अपनी कॉपी मत दिखाना और छुपाने की एक्टिंग करना। किसी दिन यदि वह पढ़ लेंगे तो स्वयंमेव गाली देने से पहले 10 बार सोचेंगे☺️☺️☺️
फ़िर बुआ ने गम्भीर होते हुए कहा:-
एक हाथ से ताली नहीं बजती, यदि कोई गुस्से में हो और उसके सामने से हट जाओ और उसे जवाब न दो तो कुछ देर में उसका गुस्सा ठंडा हो ही जाता है। जब वह अच्छे मूड में हो तो गुस्सा न करने के टिप्स दिए जा सकते हैं।
स्त्री के तप, तितिक्षा, प्रेम, सेवा, सहकार व मित्रता में जादुई ताकत होती है, किसी भी व्यक्ति के मन को शनै: शनै: बदल सकती है।
बेटी, तुम्हारा पति कुसंग में गाली गलौज सीखा है, यदि उसको अच्छी पुस्तकों का स्वाध्याय व अच्छे व्यवहार का तुम सत्संग दोगी तो वह धीरे धीरे तुम्हारी संगत में बदलने लगेगा। वक्त लगेगा मग़र असर दिखेगा।
बेटा, भगवान को जब पत्थर की मूर्ति में आह्वाहन कर सकती हो, तो फ़िर उसी भगवान का आह्वाहन जीवित इंसान के भीतर क्यों नहीं कर सकती? सतत हृदय से पति के भीतर भगवान का आह्वाहन करके तो देखो? उसके भीतर के देवत्व को जगाने में जुटकर तो देखो। निःश्वार्थ प्रेम व सेवा प्रभु की भक्ति समझ के करके तो देखो। असर दिखेगा।
अब निर्णय तुम्हारा है कि समस्या के समाधान में जुटना है, या समस्या से भागना है और तलाक लेना है?
लड़की ने सोचकर कहा, बुआ एक बार समस्या के समाधान में जुटना चाहूंगी। नहीं भागना चाहती। रिश्ते को एक और मौका देना चाहती हूँ।
लड़की को बुआ ने सात छोटी पुस्तक गिफ्ट में दी, और कहा यह पुस्तक तुम्हें जीवन की समस्या के समाधान खोजने में मदद करेंगी:-
1- भाव संवेदना की गंगोत्री
2- मित्रभाव बढाने की कला
3- गृहस्थ एक तपोवन
4- जीवन जीने की कला
5- हारिये न हिम्मत
6- गायत्री की सर्वसमर्थ साधना
7- प्रबन्ध व्यवस्था एक विभूति एक कौशल
लड़की एक नए दृष्टिकोण व कार्ययोजना लेकर ससुराल गयी, एक आत्मविश्वास से भरी लड़की अब समाधान केंद्रित सोच रही थी, अब वह समस्या को गिनने और उलाहना देने की जगह उनके समाधान के चिंतन में व्यस्त हो गयी।
🙏🏻श्वेता, DIYA
एक पढ़ीलिखी लड़की की शादी एक बड़े संभ्रांत परिवार में हुई। बड़े अमीर लोगों के सँस्कार बड़े निम्नकोटि के से थे। वस्तुतः उनके ससुर जी टायर पंचर बनाते थे, झुग्गी झोपड़ी में पहले रहते थे। एक बार उन्होंने एक सेठ की जान बचाई थी, सेठ ने कुछ धन दिया और बिजनेस चल निकला। वर्तमान में बाहर से तो बड़े बढ़िया व सभ्य लगते थे। मग़र जब गुस्सा होते तो झुग्गी झोपड़ियों में जैसे लोग लड़ते हैं, वैसा लड़ते और गन्दी गन्दी गालियाँ निकालते।
लड़की को सब सुख था मग़र गन्दी गन्दी गालियों को सुन सुन वह दुःखी हो गयी थी। घर में बिना गाली कोई बोलता ही नहीं था। उसने पति से तलाक़ लेने का निश्चय किया, यह बात उसने मायके में अपनी बुआ को बताई।
बुद्धिमान बुआ ने कहा, तुम एक काम करो कि एक कॉपी लो, और एक बिजनेसमैन की तरह अपने ससुराल व पति की अच्छाइयां और बुराइयां को दो अलग पन्नो में लिख डालो।
फिर एक पन्ने में तुम्हारी मन पसन्द ससुराल व पति कैसा होना चाहिए लिख डालो।
फ़िर स्वयं से पूँछो कि क्या जो दूसरी शादी तुम करोगी, वहाँ तुम्हारी मन पसन्द का सबकुछ मिलेगा? गारण्टी वारंटी है? हाँ यह भी ध्यान रखना अब तुम एक कुंवारी कन्या नहीं कहलाओगी, एक तलाकशुदा लड़की कहलाओगी। जब भी नई ससुराल में युद्ध होगा तो हो सकता है गालियों का स्वरूप भिन्न हो, लेक़िन उन गालियों में पुराने विवाह पर कटाक्ष करते हुए शब्द भी होंगे।
लड़की बुआ की बात सुनकर सोच में पड़ गई। बोली बुआ मैं क्या करूँ? मेरी सन्तान भी पिता की तरह गाली गलौज करेगी, जो मुझे बिल्कुल पसन्द नहीं होगा।
बुआ ने कहा, बेटा कश्यप ऋषि की दो पत्नियों दिति व अदिति की सन्तान में एक ही पिता का रक्त होने के बावजूद दिति के पुत्र राक्षस व अदिति के पुत्र देवता बने। पिता शरीर देता है, माता तन व मन दोनों का निर्माण करती है। तुम कुशलता अपनाओगी तो तुम्हारी सन्तान गाली गलौज नहीं करेगी।
लड़की बोली, बुआ यह बताओ कि पति की और ससुराल वालों की गालियों को कैसे हैंडल करूँ?
बुआ ने हंसते हुए मज़ाक में कहा:-
पढ़ी लिखी हो ससुराल वालों व पति की गालियों का एक शब्दकोश तैयार करो। कि किसके शब्दकोश में ज्यादा गन्दी गाली है? नोट करो और इसे फन(मज़ाक़) में लो। दिनांक और गाली नित्य नोट कर लेना।
मुस्कुराते हुए मन में सोचो कि आज क्या कोई नई गाली मिलेगी? या पुराने शब्दकोश ही दोहराए जाएंगे😇😂😂😂😂। तुम्हारे पति को अपनी कॉपी मत दिखाना और छुपाने की एक्टिंग करना। किसी दिन यदि वह पढ़ लेंगे तो स्वयंमेव गाली देने से पहले 10 बार सोचेंगे☺️☺️☺️
फ़िर बुआ ने गम्भीर होते हुए कहा:-
एक हाथ से ताली नहीं बजती, यदि कोई गुस्से में हो और उसके सामने से हट जाओ और उसे जवाब न दो तो कुछ देर में उसका गुस्सा ठंडा हो ही जाता है। जब वह अच्छे मूड में हो तो गुस्सा न करने के टिप्स दिए जा सकते हैं।
स्त्री के तप, तितिक्षा, प्रेम, सेवा, सहकार व मित्रता में जादुई ताकत होती है, किसी भी व्यक्ति के मन को शनै: शनै: बदल सकती है।
बेटी, तुम्हारा पति कुसंग में गाली गलौज सीखा है, यदि उसको अच्छी पुस्तकों का स्वाध्याय व अच्छे व्यवहार का तुम सत्संग दोगी तो वह धीरे धीरे तुम्हारी संगत में बदलने लगेगा। वक्त लगेगा मग़र असर दिखेगा।
बेटा, भगवान को जब पत्थर की मूर्ति में आह्वाहन कर सकती हो, तो फ़िर उसी भगवान का आह्वाहन जीवित इंसान के भीतर क्यों नहीं कर सकती? सतत हृदय से पति के भीतर भगवान का आह्वाहन करके तो देखो? उसके भीतर के देवत्व को जगाने में जुटकर तो देखो। निःश्वार्थ प्रेम व सेवा प्रभु की भक्ति समझ के करके तो देखो। असर दिखेगा।
अब निर्णय तुम्हारा है कि समस्या के समाधान में जुटना है, या समस्या से भागना है और तलाक लेना है?
लड़की ने सोचकर कहा, बुआ एक बार समस्या के समाधान में जुटना चाहूंगी। नहीं भागना चाहती। रिश्ते को एक और मौका देना चाहती हूँ।
लड़की को बुआ ने सात छोटी पुस्तक गिफ्ट में दी, और कहा यह पुस्तक तुम्हें जीवन की समस्या के समाधान खोजने में मदद करेंगी:-
1- भाव संवेदना की गंगोत्री
2- मित्रभाव बढाने की कला
3- गृहस्थ एक तपोवन
4- जीवन जीने की कला
5- हारिये न हिम्मत
6- गायत्री की सर्वसमर्थ साधना
7- प्रबन्ध व्यवस्था एक विभूति एक कौशल
लड़की एक नए दृष्टिकोण व कार्ययोजना लेकर ससुराल गयी, एक आत्मविश्वास से भरी लड़की अब समाधान केंद्रित सोच रही थी, अब वह समस्या को गिनने और उलाहना देने की जगह उनके समाधान के चिंतन में व्यस्त हो गयी।
🙏🏻श्वेता, DIYA
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