Saturday, 20 June 2020

प्रारब्ध केवल परिस्थितियों का निर्माण कर सकता है, उस परिस्थिति में आप जो भी निर्णय कर कार्य करेंगे वह आपका भविष्य तय करता है।

*प्रारब्ध केवल परिस्थितियों का निर्माण कर सकता है, उस परिस्थिति में आप जो भी निर्णय कर कार्य करेंगे वह आपका भविष्य तय करता है।*

*प्रारब्ध* - पूर्वजन्म का कर्मफ़ल।
*भविष्य* - वर्तमान जन्म के कर्मफ़ल पर निर्भर करता है।

वर्तमान जन्म के कर्मफ़ल पूर्व जन्म के कर्मफ़ल को प्रभावित कर सकते हैं। ठीक उसी प्रकार जैसे जन्मजात मिली पैतृक संपत्ति को कोई निज कर्मो से या तो बढ़ा सकता है या नष्ट कर सकता है।

उदाहरण -
*प्रारब्ध 1* - दरिद्र गरीब व अपाहिज़ जन्मा सकता है।

*भविष्य* - अपनी मेहनत लगन से इन्हीं कमज़ोरियों के साथ नया इतिहास बनाया जा सकता है। अमीर बन सकता है।

या

बिना कर्म के दरिद्र रह सकता है।

*प्रारब्ध 2* - अमीर, स्वस्थ व बुद्धिमान जन्मा सकता है।

*भविष्य* - कुसंगति में नशे के सेवन से अस्वस्थ, जुआ खेलकर गरीब, व न पढंकर मूर्खता का वरण किया जा सकता है।

या

 कर्म करके और अधिक अमीर, स्वस्थ और अधिक बुद्धिमान बना जा सकता है।

कुंडली मे 100 वर्ष की आयु लिखी हो तो भी जहर ख़ाकर या फांसी लगाकर मरा जा सकता है। कुंडली अल्पायु हो तो विभिन्न आध्यात्मिक व सांसारिक उपायों से उम्र बढ़ाई भी जा सकती है।

मनुष्य कर्म करने में स्वतंत्र है। मनुष्य अपना प्रारब्ध स्वयं लिखता है। प्रारब्ध ही भविष्य उसी का बनता है जो पुरुषार्थ करने में चूकता है।

मार्कशीट पर क्या अंक होंगे यह बच्चा ही तय करता है, टीचर तय नहीं करती।

न परिस्थति हमारे हाथ मे है, न ही समय हमारे हाथ में है। हमारे हाथ मे केवल कर्म है। भाग्य रेखा हाथ मे इसीलिए दी गयी है क्योंकि इन्हें हम ही लिखते हैं।

कुछ भविष्य में क्या होगा यह पूर्व जन्म के फल अनुसार जन्मजात मिलता है। जैसे अमीर घर में जन्म लेना या गरीब घर मे जन्म लेना।

प्रारब्ध(परिस्थितियों का निर्माण करता है) + पुरुषार्थ व मनःस्थिति = भविष्य का निर्माण

*एक ही परिस्थिति किसी को तोड़ देती है, एक ही परिस्थति किसी को महान बना देती है। परिस्थति तो प्रारब्धजन्य थी, लेकिन उससे कौन महान बना और कौन टूट कर बिखर गया। यह तो उस व्यक्ति का व्यक्तितगत पुरुषार्थ था। व्यक्ति निज प्रतिक्रिया पर निर्भर था।*

लेकिन गरीब रहकर मरना है या अमीर बन कर मरना है यह हम स्वयं तय करते हैं।

🙏🏻श्वेता चक्रवर्ती
डिवाइन इंडिया यूथ असोसिएशन

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