प्रश्न- *एक व्यक्ति कितनी देर व क्या क्या अनिवार्य रूप से आत्म उन्नति के लिए उपासना करें?*
उत्तर- उम्र अनुसार व वजन अनुसार ही सांसारिक चिकित्सक शरीर की खुराक व आध्यात्मिक चिकित्सक आत्मा की ख़ुराक़ निश्चित करते हैं।
आध्यात्मिक उपासना की अनिवार्य दैनिक आत्मोन्नति हेतु ख़ुराक़:-
बालक - 5 वर्ष से कम 24 मन्त्र
बालक 5 वर्ष से अधिक व 12 से कम एक माला अनिवार्य है।
किशोर - को 2 माला अनिवार्य है
युवा को 3 माला अनिवार्य है
वृद्ध को 5 माला अनिवार्य है।
जितनी उम्र है उतने मिनट ध्यान अनिवार्य है।
नित्य कोई भी अच्छी आत्मोन्नति हेतु पुस्तक का उतने ही मिनट स्वाध्याय जरूरी है।
जितनी उम्र उतने मिनट योग, व्यायाम व प्राणायाम भी जरूरी है।
इतना दैनिक ऊर्जा के उत्पादन के लिए अनिवार्य हैं।
अध्यात्म शक्ति संचय इससे ऊपर जो भी करेंगे उससे होगा।
💐श्वेता, DIYA
उत्तर- उम्र अनुसार व वजन अनुसार ही सांसारिक चिकित्सक शरीर की खुराक व आध्यात्मिक चिकित्सक आत्मा की ख़ुराक़ निश्चित करते हैं।
आध्यात्मिक उपासना की अनिवार्य दैनिक आत्मोन्नति हेतु ख़ुराक़:-
बालक - 5 वर्ष से कम 24 मन्त्र
बालक 5 वर्ष से अधिक व 12 से कम एक माला अनिवार्य है।
किशोर - को 2 माला अनिवार्य है
युवा को 3 माला अनिवार्य है
वृद्ध को 5 माला अनिवार्य है।
जितनी उम्र है उतने मिनट ध्यान अनिवार्य है।
नित्य कोई भी अच्छी आत्मोन्नति हेतु पुस्तक का उतने ही मिनट स्वाध्याय जरूरी है।
जितनी उम्र उतने मिनट योग, व्यायाम व प्राणायाम भी जरूरी है।
इतना दैनिक ऊर्जा के उत्पादन के लिए अनिवार्य हैं।
अध्यात्म शक्ति संचय इससे ऊपर जो भी करेंगे उससे होगा।
💐श्वेता, DIYA
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